पटनाः पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के फिर से एनडीए का दामन थामने की घोषणा के बाद बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने सवालिए लहजे में कहा कि जीतन राम मांझी एनडीए में क्यों शामिल हो रहे हैं ये वही बता सकते हैं.
पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री बनाने का लिया था संकल्प
एजाज अहमद ने कहा कि जीतन राम मांझी फिर से एनडीए में क्यों शामिल हो रहे हैं यह मेरे समझ से परे है. उन्होंने कहा कि मांझी अगर समान विचार धारा के घटक दल को अपने साथ लेकर चलते तो इस बार के चुनाव में मुख्यमंत्री बनने की अपार संभावनाएं थी. जाप संरक्षक पप्पू यादव ने जीतन राम मांझी के नेतृत्व में बिहार से दलित, महादलित मुख्यमंत्री बनाने के लिए संकल्प किया था. लेकिन मांझी ने एनडीए में शामिल होने की घोषणा कर दी.
"बीजेपी और जेडीयू ने जीतन राम मांझी के मुख्यमंत्री काल में उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया था. उन्हें एनडीए में वापसी करने के पहले 100 बार सोचना चाहिए था. जाप संरक्षक पप्पू यादव ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए आश्वस्त किया था. जिसपर उन्होंने पानी फेर दिया है."
-एजाज अहमद, राष्ट्रीय महासचिव जाप
कांग्रेस आए आगे
जाप नेता एजाज अहमद ने कहा कि महागठबंधन ने भी जीतन मांझी के साथ छल का काम किया. उन्होंने महागठबंधन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि शीर्ष नेतृत्व अपने अहम और व्यक्तिगत सोच को रखने के चलते गठबंधन को व्यापक बनाने का काम नहीं कर रहा है. साथ ही उन्होंने कांग्रेस को अपने स्तर से गठबंधन को व्यापक बनाने के लिए आगे आने की सलाह दी.