पटना (बाढ़): कृषि कानून का विरोध और भारत बंद का समर्थन कर रहे जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बाढ़ अनुमंडल में जल जमाव की समस्याओं को लेकर काजीचक चौक पर लगातार 5 घंटे तक सड़क जाम कर विरोध प्रर्दशन किया. जाप की की बाढ़ इकाई के जिला अध्यक्ष प्रो श्यामदेव सिंह चौहान के नेतृत्व में इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया.
इस मौके पर प्रो श्यामदेव सिंह चौहान ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने बिना भारतीय किसानों को विश्वास में लिए, बिना सदन में चर्चा कराए बिल को अलोकतांत्रिक तरीके से पास कराकर किसानों के साथ ज्यादती की है. वहीं युवा शक्ति अध्यक्ष अजय कुमार ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्थानीय जल जमाव की समस्या दिनों दिन गम्भीर होती जा रही है. कई बार स्थानीय पदाधिकारियों को लिखित आवेदन दिया गया. लेकिन कोरे आश्वासन से सिवा कुछ नहीं मिला.
आ गया चुनावी मेंढकों को सबक सिखाने का समय
युवा शक्ति अध्यक्ष ने कहा कि आप सभी जनता से विनम्र आग्रह है कि आपके पास जब कोई प्रतिनिधि वोट मांगने आए तो उससे सवाल किजिए कि हमारी समस्याओं के निराकरण के लिए आपने क्या किया. बाढ़ की हर समस्याओं में सिर्फ और सिर्फ जन अधिकार पार्टी ही संघर्ष क्यों करती नजर आती है. उन्होंने कहा कि इन चुनावी मेंढकों को सबक सिखाने का वक्त आ गया है. पूरा बाढ़ जल-जमाव से त्रस्त है. लेकिन पदाधिकारी कान में रूई डालकर सोए हुए हैं.
मोदी सरकार कर रही हिटलर जैसा व्यवहार
वहीं किसानो को लेकर अजय कुमार ने कहा की मोदी सरकार हिटलर जैसा व्यवहार कर रही है. जब सदन में सांसद वोटिंग की मांग कर रहे थे तो उपसभापति ने वोटिंग क्यों नहीं करवाई. नए बिल में एमएसपी का जिक्र क्यों नहीं किया गया. खाद्य पदार्थों को आवश्यक वस्तु की श्रेणी से बाहर क्यों किया गया है. इससे साफ है कि भारतीय किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम और मजदूर बनाने की कोशिश की जा रही है. जन अधिकार पार्टी इसका खुले तौर पर विरोध करती है. वहीं बाद में बाढ़ अनुमंडल पदाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी के लिखित आश्वासन पर सड़क जाम हटाया गया.