पटना: एक फरवरी से प्रदेश में इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू हो रही है. ऐसे में बिहार बोर्ड के तरफ से नकल को रोकने के लिए जो फरमान जारी किए गए हैं. उससे परीक्षार्थियों का संकट बढ़ गया है. इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर प्रदेशभर में 1473 सेंटर बनाए गए हैं और 13,50,233 छात्र परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. परीक्षा को लेकर सभी परीक्षा केंद्रों में तैयारी अब अंतिम चरण की चल रही है.

परीक्षा को लेकर तैयारी पूरी
पटना के वीरचंद पटेल पथ स्थित मिलर हाई स्कूल की बात करें तो यहां इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. सभी क्लास रूम में जैमर का भी इंस्टॉलेशन हो गया है. इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान छात्र सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में परीक्षा देंगे और क्लासरूम में जैमर भी लगा रहेगा. इसके अलावा दो विक्षक भी मौजूद रहेंगे.

ये भी पढ़ें- ठंड में हवाई चप्पल पहनकर बच्चे कैसे देंगे परीक्षा?, CM ने कहा- आपदा विभाग की है नजर
जूता मोजा पहनने पर मनाही
नकल पर नकेल कसने के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने कई कड़े नियम लागू किए हैं. मगर एक नियम यह भी है कि इस कड़ाके की ठंड में परीक्षार्थी परीक्षा केंद्रों पर जूता मोजा पहन कर नहीं जाएंगे. जूता मोजा पहन कर एग्जामिनेशन रूम में बैठने की सख्त मनाही है. नकल पर नकेल कसने के लिए तमाम व्यवस्थाएं भी कर ली गई हैं. मगर परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में जूता मोजा पहनने की मनाही करने के फैसले को लोग अमानवीय बता रहे हैं.

कोरोना नियमों की होगी पालना
पटना के मिलर हाई स्कूल के प्राचार्य डॉ. आजाद चंद्रशेखर प्रसाद ने बताया कि उनके यहां परीक्षा के लिए 12 कमरे हैं और 524 बच्चों के बैठने की व्यवस्था है. प्रत्येक बेंच पर 2 छात्र बैठाए जाएंगे. परीक्षार्थियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो हो इसका पूरा प्रयास किया जाएगा. सैनिटाइजेशन की व्यवस्था पर उन्होंने बताया कि सुबह परीक्षा शुरू होने के पहले एक बार सैनिटाइजेशन होगा और फिर शाम में जब परीक्षा समाप्त हो जाएगी उसके बाद एक बार सैनिटाइजेशन किया जाएगा.
ये भी पढ़ें- 1 फरवरी से होने वाली इंटरमीडियट की परीक्षा की तैयारी शुरू
''जूता मोजा स्कूल में एंट्री करने के साथ ही गेट पर ही उतरवा लिया जाएगा, क्योंकि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का साफ निर्देश है और इस निर्देश को पालन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि क्लास रूम में 32 से 48 तक संख्या में बच्चे बैठेंगे और ये क्लास रूम के साइज पर डिपेंड होगा''- डॉ. आजाद चंद्रशेखर प्रसाद, प्राचार्य, मिलर हाई स्कूल
हाल के दिनों में प्रदेश में ठंड काफी बढ़ गया है ऐसे में इसी बीच इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू हो रही है. परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों को जूता मोजा पहनने की मनाही है. इस पर पटना के न्यू गार्डिनर रोड हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. मनोज सिन्हा ने कहा कि अगर यह नियम है तो ऐसी स्थिति में बच्चों को अधिक से अधिक गर्म कपड़े पहन कर जानी चाहिए. अगर जूता मोजा उतरवा लिया जाता है तो सेंटर पर ऐसी व्यवस्था हो कि एग्जामिनेशन रूम में फर्श पर कारपेट बिछा हुआ हो ताकि बच्चों को ठंड ना लगे.