पटना: सदाशिव शाने गुरु ने हमेशा जातिवाद और छुआछूत के खिलाफ झंडा उठाया. वह समाजवादी विचारधारा के नायक थे. ये बातें राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहीं. शनिवार को बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के कार्यालय में समाजवादी विचारधारा के नायक मराठी लेखक, शिक्षक, स्वतत्रंता सेनानी और सामाजिक क्रांति के अग्रदूत सदाशिव शाने गुरु की जयंती मनायी (Sadashiv Shane birth anniversary in RJD office) गयी.
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'सदाशिव शाने गुरु ने समाजवादी विचारधारा और आजादी आंदोलन को मजबूती प्रदान की. सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान 15 महीने धुले (महाराष्ट्र) की जेल में रहे. आजादी आंदोलन के दौरान आठ बार जेल गये. जातिवाद और छुआछूत के खिलाफ मजबूती से आंदोलन चलाया' - जगदानंद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, राजद
दांडी यात्रा में शामिल हुए: इस अवसर पर नेताओं ने उनके तैलचित्र पर मार्ल्यापण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये गये. अपने संबोधन में जगदानंद सिंह ने कहा कि सदाशिव शाने गुरु ने महात्मा गांधी के विचारों से प्रभावित होकर आजादी के आंदोलन में भाग लिया था. 1930 में दाण्डी यात्रा में शामिल हुए थे. ये अपनी लेखनी और कविता के माध्यम से समाजवादी आंदोलन को धार दिया था. स्कूल में अध्ययन करते हुए इन्होंने विद्यार्थी नामक पुस्तक लिखी जिसे लोगों ने काफी पंसद किया.
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आजादी के आंदोलन में सक्रियः जगदानंद सिंह ने कहा कि इन्होंने करीब 100 पुस्तकें लिखी जो समाजवादी विचारधारा और आजादी आंदोलन को मजबूती प्रदान की. सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान 15 महीने धुले (महाराष्ट्र) की जेल में रहे. आजादी आंदोलन के दौरान आठ बार जेल गये. साथ ही जातिवाद और छुआछूत के खिलाफ मजबूती से आंदोलन और कार्यक्रम चलाया. इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, पूर्व एमपी विजय कृष्णा, प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश पासवान, विनोद कुमार यादवेन्दु, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, प्रदेश महासचिव सह पूर्व विधायक दीनानाथ सिंह यादव, रामाशिष यादव, सगंठन महासचिव राजेश यादव के अलावा कई अन्य गणमान्य नेताओं ने श्रद्धासुमन अर्पित किया.