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बिहार विधान परिषद में उठा स्कूली बच्चों के फूड प्वाइजनिंग का मुद्दा, विपक्ष के साथ-साथ BJP ने भी की जांच की मांग

कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा (Congress MLC Premchandra Mishra) ने कहा कि ये गंभीर मामला है कि बिहार दिवस में शामिल होने वाले बच्चों की तबीयत अचानक क्यों खराब हो गई. अगर इसमें कोई गड़बड़ी हुई है तो सरकार को जांच करवानी चाहिए. वहीं बीजेपी विधान पार्षद संजय मयूख (BJP MLC Sanjay Mayukh) ने भी कहा कि सरकार ऐसे मामलों में गंभीर है. मैं भी मानता हूं कि दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

विधान परिषद में फूड प्वाइजनिंग का मुद्दा उठा
विधान परिषद में फूड प्वाइजनिंग का मुद्दा उठा
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Published : Mar 24, 2022, 5:05 PM IST

पटना: बिहार दिवस समारोह में शामिल होने के बाद कई स्कूली बच्चे फूड प्वाइजनिंग के शिकार (Children Sick Due To Food Poisoning) हो गए हैं. इनमें से एक बच्चा का पीएमसीएच की इमरजेंसी वार्ड में एडमिट है. जबकि तीन बच्चे पीएमसीएच के पीडियाट्रिक्स वार्ड की ओपीडी में इलाज करा रहे हैं. कुल 11 बच्चे पीएमसीएच में भर्ती हैं. ये मामला आज बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में भी उठा. कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा (Congress MLC Premchandra Mishra) ने सरकार से मामले की जांच की मांग की. वहीं, बीजेपी विधान पार्षद संजय मयूख (BJP MLC Sanjay Mayukh) ने भी कहा कि दोषी लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

ये भी पढ़ें: पटना में कई स्कूली बच्चे फूड प्वाइजनिंग के शिकार, बिहार दिवस में हुए थे शामिल

सदन में उठा फूड प्वाइजनिंग का मामला: कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि बिहार दिवस के आयोजन में जो बच्चे आए हुए थे,उनमें से कई की तबीयत खराब हुई है. यह जांच का विषय है. उन्होंने कहा कि आखिर किस अधिकारी ने इन बच्चों का जिम्मा लिया था. किस तरह उन्हें रखा गया और किस तरह खाना खिलाया गया है, इन सब चीजों की जांच होनी चाहिए. बिहार दिवस समारोह में कई तरह की गड़बड़ियां हुई है. वैसे अधिकारियों पर सरकार कार्रवाई क्यों नहीं करती है. इस मामले पर राज्य सरकार को संज्ञान लेना चाहिए.

विपक्ष को मिला बीजेपी का साथ: बीजेपी के विधान पार्षद संजय मयूख ने कहा कि बिहार दिवस का आयोजन होना ठीक है लेकिन जिस तरह की व्यवस्था वहां की गई है, उससे कहीं ना कहीं अनियमितता जाहिर होती है. यही कारण है कि जो बच्चे यहां पर आए थे और उन्हें जो खाना दिया गया, उससे वो बीमार पड़ गए. उन्होंने कहा कि सवाल जरूर उठता है कि किस परिस्थिति में बच्चे को इस तरह का खाना दिया गया कि वह बच्चे बीमार हो गए हैं. मेरा भी मानना है कि इसकी जांच होनी चाहिए और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

स्कूली बच्चे फूड प्वाइजनिंग के शिकार: आपको बता दें कि राजधानी पटना में बिहार दिवस में शामिल होने वाले बच्चों की तबीयत अचानक बीती रात खराब हो गई. समारोह में शरीक होने 150 से अधिक स्कूली बच्चे पहुंचे थे. जिन्हें देर रात उल्टी होने लगी और कई तो बेहोश हो गए. जिसके बाद आनन-फानन में कुछ को अस्थायी मेडिकल कैंप में भर्ती कराया गया तो कुछ को पीएमसीएच ले जाया गया. जानकारी के अनुसार, एक बच्चा को पीएमसीएच की इमरजेंसी वार्ड में एडमिट है. वहीं तीन बच्चे पीएमसीएच के पीडियाट्रिक्स वार्ड की ओपीडी में इलाज करा रहे हैं. कुल 11 बच्चे पीएमसीएच में भर्ती हैं. शिशु विभाग के एचओडी ने इसकी पुष्टि की है.

यह भी पढ़ें - जहानाबाद में विषाक्त भोजन खाने से 2 बच्चों की मौत, तीन की हालत गंभीर

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पटना: बिहार दिवस समारोह में शामिल होने के बाद कई स्कूली बच्चे फूड प्वाइजनिंग के शिकार (Children Sick Due To Food Poisoning) हो गए हैं. इनमें से एक बच्चा का पीएमसीएच की इमरजेंसी वार्ड में एडमिट है. जबकि तीन बच्चे पीएमसीएच के पीडियाट्रिक्स वार्ड की ओपीडी में इलाज करा रहे हैं. कुल 11 बच्चे पीएमसीएच में भर्ती हैं. ये मामला आज बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में भी उठा. कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा (Congress MLC Premchandra Mishra) ने सरकार से मामले की जांच की मांग की. वहीं, बीजेपी विधान पार्षद संजय मयूख (BJP MLC Sanjay Mayukh) ने भी कहा कि दोषी लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

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सदन में उठा फूड प्वाइजनिंग का मामला: कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि बिहार दिवस के आयोजन में जो बच्चे आए हुए थे,उनमें से कई की तबीयत खराब हुई है. यह जांच का विषय है. उन्होंने कहा कि आखिर किस अधिकारी ने इन बच्चों का जिम्मा लिया था. किस तरह उन्हें रखा गया और किस तरह खाना खिलाया गया है, इन सब चीजों की जांच होनी चाहिए. बिहार दिवस समारोह में कई तरह की गड़बड़ियां हुई है. वैसे अधिकारियों पर सरकार कार्रवाई क्यों नहीं करती है. इस मामले पर राज्य सरकार को संज्ञान लेना चाहिए.

विपक्ष को मिला बीजेपी का साथ: बीजेपी के विधान पार्षद संजय मयूख ने कहा कि बिहार दिवस का आयोजन होना ठीक है लेकिन जिस तरह की व्यवस्था वहां की गई है, उससे कहीं ना कहीं अनियमितता जाहिर होती है. यही कारण है कि जो बच्चे यहां पर आए थे और उन्हें जो खाना दिया गया, उससे वो बीमार पड़ गए. उन्होंने कहा कि सवाल जरूर उठता है कि किस परिस्थिति में बच्चे को इस तरह का खाना दिया गया कि वह बच्चे बीमार हो गए हैं. मेरा भी मानना है कि इसकी जांच होनी चाहिए और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

स्कूली बच्चे फूड प्वाइजनिंग के शिकार: आपको बता दें कि राजधानी पटना में बिहार दिवस में शामिल होने वाले बच्चों की तबीयत अचानक बीती रात खराब हो गई. समारोह में शरीक होने 150 से अधिक स्कूली बच्चे पहुंचे थे. जिन्हें देर रात उल्टी होने लगी और कई तो बेहोश हो गए. जिसके बाद आनन-फानन में कुछ को अस्थायी मेडिकल कैंप में भर्ती कराया गया तो कुछ को पीएमसीएच ले जाया गया. जानकारी के अनुसार, एक बच्चा को पीएमसीएच की इमरजेंसी वार्ड में एडमिट है. वहीं तीन बच्चे पीएमसीएच के पीडियाट्रिक्स वार्ड की ओपीडी में इलाज करा रहे हैं. कुल 11 बच्चे पीएमसीएच में भर्ती हैं. शिशु विभाग के एचओडी ने इसकी पुष्टि की है.

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