पटना: बिहार शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के सरकारी स्कूलों की जांच करने का निर्देश दिया गया है. इसके बाद एक जुलाई को पहले दिन पूरे राज्य के स्कूलों में सघन जांच अभियान चलाया गया. इस जांच अभियान के तहत पहले दिन राज्य में कुल 7051 स्कूलों में जांच की गई. जिसमें कई खामिया पाई गई. इसकी रिपोर्ट बनाकर प्रदेश कार्यालय में सौंपी जाएगी.
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इन स्कूलों की हुई जांचः शिक्षा विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जांच के क्रम में पटना में 346, भोजपुर में 37, बक्सर में 57, रोहतास में 424, कैमूर में 239, नालंदा में 432, मुंगेर में 70, लखीसराय में 93, जमुई में 87, शेखपुरा में सात, खगड़िया में 269, नवादा में 385, गया में 680, जहानाबाद में 41, अरवल में 30, औरंगाबाद में 293, सिवान में 322, सारण में 126, गोपालगंज में 313, बांका में 395, भागलपुर में 173, कटिहार में 411, किशनगंज में 248, पूर्णिया में 254, वैशाली में 487, शिवहर में 84, पूर्वी चंपारण में 32, पश्चिम चंपारण में 36, समस्तीपुर में 266, दरभंगा में 16 और सुपौल में 338 स्कूलों की जांच की गई.
जिलाधिकारी को मिला था आदेशः राज्य के इन सभी स्कूलों में जिलाधिकारी की ओर से तय किए गए रोस्टर के अनुसार शिक्षा विभाग के विभिन्न स्तर के अधिकारियों ने जांच की. ज्ञात हो कि पिछले दिनों शिक्षा विभाग के अवर मुख्य सचिव केके पाठक ने एक आदेश जारी करते हुए राज्य के स्कूलों में सभी स्तरों पर जांच की बात कही थी. इसके लिए उन्होंने राज्य के सभी जिला अधिकारियों को पत्र भी लिखा था. जिसमें यह निर्देश दिया गया है कि सभी अधिकारी को अपने जिले के सरकारी स्कूलों की जांच कराने कराएंगे.