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राज्य में जोरों पर है कोरोना की टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और अवेयरनेस- सूचना सचिव

बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच बाढ़ के कारण भी भारी तबाही देखने को मिल रही है. सरकार की ओर से लगातार कोशिशें जारी हैं.

पटना
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Published : Sep 20, 2020, 2:03 PM IST

पटना: बिहार सरकार के सूचना एवं जन-सम्पर्क सचिव अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह और अपर पुलिस महानिदेशक पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने वीडियो कॉनफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण की रोकथाम, विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार की ओर से किये जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी. सूचना एवं जन-सम्पर्क सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार के स्तर पर सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं.

अनुपम कुमार की मानें तो स्वास्थ्य विभाग टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और अवेयरनेस जेनरेशन पर प्रमुखता से काम कर रहा है. बिहार का रिकवरी रेट 91.60 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से 13 प्रतिशत से अधिक है. सूचना सचिव ने बताया कि
रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 60 हजार 737 योजनाओं के अंतर्गत 15 करोड़ 56 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है.

पिछले 24 घंटों का आंकड़ा
सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,556 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक 1,52,956 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं. विगत 24 घंटे में कोविड-19 के 1,616 नये मामले सामने आये हैं. वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 13,169 एक्टिव मरीज हैं. उन्होंने बताया कि 18.09.2020 को 1,24,332 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गयी कुल जांच की संख्या 55,23,825 है. पावापुरी मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा प्रारंभ हो गयी है और एक मेडिकल कॉलेज जो शेष है (एनएमसीएच पटना) वहां भी सिविल कंस्ट्रक्शन वर्क लगभग खत्म हो चुका है. एनएमसीएच पटना में इनस्टॉलेशन का काम चल रहा है. उम्मीद है कि अगले सप्ताह किसी भी दिन वहां भी जांच प्रारंभ हो जायेगी.

तेजी से मुहैया कराए जा रहे हैं उपकरण
लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि सभी मेडिकल कॉलेजों में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के बाद जिला अस्पतालों में क्रमबद्ध तरीके से जांच की सुविधा शुरू की जायेगी. इसके लिए मशीनों की आपूर्ति हो रही है. इसके लिए विभाग ने कंस्ट्रक्शन वर्क और मशीनों की आपूर्ति से संबंधित आदेश भी दे दिए हैं. बिहार में त्रिस्तरीय (कोविड केयर सेंटर, डिस्ट्रिक्ट कोविड हेल्थ सेंटर और डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल) ट्रीटमेंट की व्यवस्था है. आज की तिथि में हमारे पास 40,000 बेड्स उपलब्ध हैं, जबकि फिलहाल एक्टिव मरीजों की संख्या 13,169 हैं, इनमें से काफी होम आइसोलेशन में हैं.

विभाग कर रहा है मुस्तैदी से काम
लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोविङ-19 के जो भी एक्टिव केसेज हैं जिनमें को-मोबॅडिटी (कोविड-19 पॉजिटिव होने के साथ-साथ कोई अन्य बीमारी है अथवा 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों) है उनकी ट्रेकिंग कर यह प्रयास किया जाय कि उन्हें कोविड केयर सेंटर अथवा डिस्ट्रिक्ट कोविड हेल्थ सेंटर में लाया जाय ताकि डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की आवश्यकता महसूस होने पर उन्हें ससमय भेजकर समुचित इलाज मुहैया कराया जा सके. हमलोगों ने यह निर्णय लिया है कि प्रो-एक्टिव होकर वैसे लोगों को हॉस्पिटल में रहने के लिए प्रेरित करें. जिनके घर में परिवार के अन्य सदस्यों से अलग रहने की सुविधा न हो. ऐसे लोगों को स्वास्थ्य विभाग अपनी निगरानी में रखे ताकि उन्हें बेहतर सुविधाएं मिल सके. होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को आवश्यक किट उपलब्ध कराया जा रहा है और उनके हेल्थ स्टेट्स को दूरभाष/हेल्थ वर्कर्स के माध्यम से ट्रैक किया जा रहा है.

रखी जा रही है निगरानी
सत्यापन के क्रम में अगर आवश्यकता महसूस होती है तो उन्हें अस्पताल लाने की कार्रवाई की जाती है. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न हो, इसके लिए प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है. सभी मेडिकल कॉलेजों के लिए डेडिकेटेड नियंत्रण कया है। प्रत्येक जिले के लिए टॉल फ्री और हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किया गया है ताकि कोई भी व्यक्ति यदि अपना टेस्ट कराना चाहे या अपने हेल्प स्टेट्स के विषय में बताना चाहे तो वह नियमित रूप से फोन करके परामर्श ले सके.

मास्क नहीं पहनने वालों पर जुर्माना
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा 01 सितंबर से लागू अनलॉक-4 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में 602 वाहन जब्त किये गये हैं और 14 लाख 4 हजार 800 रुपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है. इस दौरान कोई कांड दर्ज नहीं किया गया है और किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है. इस प्रकार 1 सितंबर से अब तक 15 कांड दर्ज किये गए हैं और 58 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है. कुल 8,789 वाहन जब्त किए गए हैं और करीब 02 करोड़ 78 लाख 33 हजार 800 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है. उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है.

सख्त नजर आ रहा पुलिस-प्रशासन
पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 4,480 व्यक्तियों से 02 लाख 24 हजार रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है. इस प्रकार 01 सितंबर से अब तक मास्क नहीं पहनने वाले 96,458 व्यक्तियों से 48 लाख 22 हजार 900 रुपये की जुर्माना राशि वसूल की गयी है. कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नए दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं.

लगातार घट रहा नदियों का जलस्तर
सचिव जल संसाधन संजीव हंस ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि गंडक नदी में आज वाल्मीकिनगर बराज पर 12 बजे दिन में 1,21,500 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृति घटने की है. गंगा नदी के जलस्तर में बक्सर, दीघा, गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर और कहलगांव में आज सुबह 6 बजे तक विगत 24 घंटे में क्रमशः 33 सेंटीमीटर, 09 सेंटीमीटर, 07 सेंटीमीटर, 04 सेंटीमीटर, 03 सेंटीमीटर, 04 सेंटीमीटर एवं 06 सेंटीमीटर की कमी
हुई है. गंगा नदी का जलस्तर आज प्रातः 6 बजे गाँधी घाट में खतरे के निशान से 1.66 मीटर नीचे है. कोशी नदी के कोशी बराज, वीरपुर में 1,41,420 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति बढ़ने की है. कोशी नदी का जलस्तर बलतारा अवस्थित गेज स्थल के पास 35.28 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 33.85 मीटर से 1.41 मीटर ऊपर है. सोन नदी में 12 बजे दिन में 14,336 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है.

इन नदियों का ये है हाल
बागमती नदी का जलस्तर ढंग, सोनाखान, डूब्बाधार, कटौँझा एवं बेनीबाद गेज स्थल पर खतरे के निशान से क्रमशः 0.35 मीटर, 0.05 मीटर, 0.10 मीटर, 1.37 मीटर, एवं 0.52 मीटर ऊपर है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर के डाउनस्ट्रीम के पास खतरे के निशान के बराबर है. झंझारपुर रेल पुल में 0.30 मीटर ऊपर है. महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर गेज स्थल पर खतरे के निशान से 0.54 मीटर नीचे एवं टेंगराघाट गेज स्थल पर 0.13 मीटर खतरे के निशान से ऊपर है. अधवारा नदी का जलस्तर सोनवर्षा, एवं पुपरी गेज स्थल पर खतरे के निशान से नीचे है जबकि सुंदरपुर में 0.45 मीटर ऊपर है. बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर सिकन्दरपुर, समस्तीपुर रेल पुल, रोसरा रेल पुल एवं खगड़िया में खतरे के निशान से नीचे है. घाघरा नदी का जलस्तर दरौली एवं गंगपुर सिसवन में खतरे के निशान से 1.21 मीटर एवं 2.13 मीटर नीचे है. विज्ञप्ति के अनुसार मुख्य अभियंता गोपालगंज परिक्षेत्राधीन सारण तटबंध, मैसही पुरैना, छरकी, चोली शीतलपुर फैजुल्लाहपुर जमींदारी बांध एवं बैकुंठपुर रिटायर्ड लाईन तथा मुख्य अभियंता, मुजफ्फरपुर परिक्षेत्राधीन चंपारण तटबंध के क्षतिग्रस्त भाग को छोड़कर शेष विहार राज्य
में विभिन्न नदियों पर अवस्थित तटबंध सुरक्षित है, जिन पर सतत निगरानी एवं चौकसी बरती जा रही है.

पटना: बिहार सरकार के सूचना एवं जन-सम्पर्क सचिव अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह और अपर पुलिस महानिदेशक पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने वीडियो कॉनफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण की रोकथाम, विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार की ओर से किये जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी. सूचना एवं जन-सम्पर्क सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार के स्तर पर सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं.

अनुपम कुमार की मानें तो स्वास्थ्य विभाग टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और अवेयरनेस जेनरेशन पर प्रमुखता से काम कर रहा है. बिहार का रिकवरी रेट 91.60 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से 13 प्रतिशत से अधिक है. सूचना सचिव ने बताया कि
रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 60 हजार 737 योजनाओं के अंतर्गत 15 करोड़ 56 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है.

पिछले 24 घंटों का आंकड़ा
सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,556 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक 1,52,956 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं. विगत 24 घंटे में कोविड-19 के 1,616 नये मामले सामने आये हैं. वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 13,169 एक्टिव मरीज हैं. उन्होंने बताया कि 18.09.2020 को 1,24,332 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गयी कुल जांच की संख्या 55,23,825 है. पावापुरी मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा प्रारंभ हो गयी है और एक मेडिकल कॉलेज जो शेष है (एनएमसीएच पटना) वहां भी सिविल कंस्ट्रक्शन वर्क लगभग खत्म हो चुका है. एनएमसीएच पटना में इनस्टॉलेशन का काम चल रहा है. उम्मीद है कि अगले सप्ताह किसी भी दिन वहां भी जांच प्रारंभ हो जायेगी.

तेजी से मुहैया कराए जा रहे हैं उपकरण
लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि सभी मेडिकल कॉलेजों में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के बाद जिला अस्पतालों में क्रमबद्ध तरीके से जांच की सुविधा शुरू की जायेगी. इसके लिए मशीनों की आपूर्ति हो रही है. इसके लिए विभाग ने कंस्ट्रक्शन वर्क और मशीनों की आपूर्ति से संबंधित आदेश भी दे दिए हैं. बिहार में त्रिस्तरीय (कोविड केयर सेंटर, डिस्ट्रिक्ट कोविड हेल्थ सेंटर और डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल) ट्रीटमेंट की व्यवस्था है. आज की तिथि में हमारे पास 40,000 बेड्स उपलब्ध हैं, जबकि फिलहाल एक्टिव मरीजों की संख्या 13,169 हैं, इनमें से काफी होम आइसोलेशन में हैं.

विभाग कर रहा है मुस्तैदी से काम
लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोविङ-19 के जो भी एक्टिव केसेज हैं जिनमें को-मोबॅडिटी (कोविड-19 पॉजिटिव होने के साथ-साथ कोई अन्य बीमारी है अथवा 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों) है उनकी ट्रेकिंग कर यह प्रयास किया जाय कि उन्हें कोविड केयर सेंटर अथवा डिस्ट्रिक्ट कोविड हेल्थ सेंटर में लाया जाय ताकि डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की आवश्यकता महसूस होने पर उन्हें ससमय भेजकर समुचित इलाज मुहैया कराया जा सके. हमलोगों ने यह निर्णय लिया है कि प्रो-एक्टिव होकर वैसे लोगों को हॉस्पिटल में रहने के लिए प्रेरित करें. जिनके घर में परिवार के अन्य सदस्यों से अलग रहने की सुविधा न हो. ऐसे लोगों को स्वास्थ्य विभाग अपनी निगरानी में रखे ताकि उन्हें बेहतर सुविधाएं मिल सके. होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को आवश्यक किट उपलब्ध कराया जा रहा है और उनके हेल्थ स्टेट्स को दूरभाष/हेल्थ वर्कर्स के माध्यम से ट्रैक किया जा रहा है.

रखी जा रही है निगरानी
सत्यापन के क्रम में अगर आवश्यकता महसूस होती है तो उन्हें अस्पताल लाने की कार्रवाई की जाती है. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न हो, इसके लिए प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है. सभी मेडिकल कॉलेजों के लिए डेडिकेटेड नियंत्रण कया है। प्रत्येक जिले के लिए टॉल फ्री और हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किया गया है ताकि कोई भी व्यक्ति यदि अपना टेस्ट कराना चाहे या अपने हेल्प स्टेट्स के विषय में बताना चाहे तो वह नियमित रूप से फोन करके परामर्श ले सके.

मास्क नहीं पहनने वालों पर जुर्माना
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा 01 सितंबर से लागू अनलॉक-4 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में 602 वाहन जब्त किये गये हैं और 14 लाख 4 हजार 800 रुपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है. इस दौरान कोई कांड दर्ज नहीं किया गया है और किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है. इस प्रकार 1 सितंबर से अब तक 15 कांड दर्ज किये गए हैं और 58 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है. कुल 8,789 वाहन जब्त किए गए हैं और करीब 02 करोड़ 78 लाख 33 हजार 800 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है. उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है.

सख्त नजर आ रहा पुलिस-प्रशासन
पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 4,480 व्यक्तियों से 02 लाख 24 हजार रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है. इस प्रकार 01 सितंबर से अब तक मास्क नहीं पहनने वाले 96,458 व्यक्तियों से 48 लाख 22 हजार 900 रुपये की जुर्माना राशि वसूल की गयी है. कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नए दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं.

लगातार घट रहा नदियों का जलस्तर
सचिव जल संसाधन संजीव हंस ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि गंडक नदी में आज वाल्मीकिनगर बराज पर 12 बजे दिन में 1,21,500 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृति घटने की है. गंगा नदी के जलस्तर में बक्सर, दीघा, गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर और कहलगांव में आज सुबह 6 बजे तक विगत 24 घंटे में क्रमशः 33 सेंटीमीटर, 09 सेंटीमीटर, 07 सेंटीमीटर, 04 सेंटीमीटर, 03 सेंटीमीटर, 04 सेंटीमीटर एवं 06 सेंटीमीटर की कमी
हुई है. गंगा नदी का जलस्तर आज प्रातः 6 बजे गाँधी घाट में खतरे के निशान से 1.66 मीटर नीचे है. कोशी नदी के कोशी बराज, वीरपुर में 1,41,420 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति बढ़ने की है. कोशी नदी का जलस्तर बलतारा अवस्थित गेज स्थल के पास 35.28 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 33.85 मीटर से 1.41 मीटर ऊपर है. सोन नदी में 12 बजे दिन में 14,336 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है.

इन नदियों का ये है हाल
बागमती नदी का जलस्तर ढंग, सोनाखान, डूब्बाधार, कटौँझा एवं बेनीबाद गेज स्थल पर खतरे के निशान से क्रमशः 0.35 मीटर, 0.05 मीटर, 0.10 मीटर, 1.37 मीटर, एवं 0.52 मीटर ऊपर है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर के डाउनस्ट्रीम के पास खतरे के निशान के बराबर है. झंझारपुर रेल पुल में 0.30 मीटर ऊपर है. महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर गेज स्थल पर खतरे के निशान से 0.54 मीटर नीचे एवं टेंगराघाट गेज स्थल पर 0.13 मीटर खतरे के निशान से ऊपर है. अधवारा नदी का जलस्तर सोनवर्षा, एवं पुपरी गेज स्थल पर खतरे के निशान से नीचे है जबकि सुंदरपुर में 0.45 मीटर ऊपर है. बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर सिकन्दरपुर, समस्तीपुर रेल पुल, रोसरा रेल पुल एवं खगड़िया में खतरे के निशान से नीचे है. घाघरा नदी का जलस्तर दरौली एवं गंगपुर सिसवन में खतरे के निशान से 1.21 मीटर एवं 2.13 मीटर नीचे है. विज्ञप्ति के अनुसार मुख्य अभियंता गोपालगंज परिक्षेत्राधीन सारण तटबंध, मैसही पुरैना, छरकी, चोली शीतलपुर फैजुल्लाहपुर जमींदारी बांध एवं बैकुंठपुर रिटायर्ड लाईन तथा मुख्य अभियंता, मुजफ्फरपुर परिक्षेत्राधीन चंपारण तटबंध के क्षतिग्रस्त भाग को छोड़कर शेष विहार राज्य
में विभिन्न नदियों पर अवस्थित तटबंध सुरक्षित है, जिन पर सतत निगरानी एवं चौकसी बरती जा रही है.

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