पटना: बिहार में कोरोना वायरस काफी तेजी से अपना पांव पसार रहा है. कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 11 हजार 11 पहुंच चुकी है. राज्य में चुनावी बिगुल भी बज चुका है. सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारी में जोरों शोरों से लगे हुए हैं. लेकिन ऐसी परिस्थिति में क्या बिहार विधानसभा चुनाव होना. इसी को लेकर ईटीवी भारत संवाददाता ने पटना के उद्योगपतियों से बात की.
बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष रामलाल खेतान ने बताया कि चुनाव को अगर आगे बढ़ाया जाए तो ज्यादा बेहतर है. चुनाव संवैधानिक तरीका है और अगर सरकार चाहे तो चुनाव करवा सकती है. लेकिन इसके लिए सरकार को लोगों की सुरक्षा का खास ख्याल रखना होगा और साथ ही एहतियात भी बरतने होंगे. इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का इस्तेमाल हो, जिससे लोग एक जगह इकट्ठा अधिक संख्या में ना हो.
'अभी चुनाव कराना बिल्कुल भी उचित नहीं'
वहीं, बिहार दलित एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र पासवान ने बताया कि अभी चुनाव कराना बिल्कुल भी उचित नहीं है. इस समय बिहार ही नहीं बल्कि पूरे भारत की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है. कोरोना संक्रमण भी काफी तेजी से फैल रहा है. इसलिए फिलहाल चुनाव कराना उचित नहीं है. जब कोरोना समाप्त हो जाए तब सरकार चुनाव कराए तो ज्यादा उचित. क्योंकि पिछले 4 महीनों से सभी कामकाज ठप थे. उद्योग बंद पड़े थे. और अभी चुनाव हुआ तो संक्रमण का खतरा भी बढ़ सकता है.