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कोरोना से लड़ाई में बच्चों की ढाल बनेगा मिशन इंद्रधनुष, जानिए क्या कहते हैं मेडिकल एक्सपर्ट...

मेडिकल एक्सपर्ट के मुताबिक जब तक कोविड-19 का टीका बच्चों के लिए उपलब्ध नहीं होता तब तक यह मिशन इंद्रधनुष के तहत ज्यादा से ज्यादा बच्चों को बूस्टर डोज देकर कई खतरनाक बीमारियों से बचाया जा सकता है. देखें रिपोर्ट

कोरोना से लड़ाई में बच्चों की ढाल बनेगा मिशन इंद्रधनुष,
कोरोना से लड़ाई में बच्चों की ढाल बनेगा मिशन इंद्रधनुष,
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Published : Jun 3, 2021, 8:00 AM IST

Updated : Jun 3, 2021, 11:12 AM IST

पटना : राज्य में कोविड-19 के तीसरे लहर (corona third wave in bihar) को लेकर सरकार अपनी तैयारियों में लगी है. वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है. लेकिन अब ये सवाल उठ रहे हैं कि अगर बहुत जल्द बच्चों के लिए कोविड-19 का टीका (corona vaccination in bihar) उपलब्ध नहीं हुआ तो थर्ड वेव अंडर-18 बच्चों के लिए घातक सिद्ध हो सकता है. हालांकि इन सब के बीच एक बड़ी राहत की बात है कि मिशन इंद्रधनुष (mission indradhanush in bihar) के तहत कई गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए बच्चों को बूस्टर डोज दी जाती है.

इसे भी पढ़ें : Bihar Corona Update: 24 घंटे में मिले 1158 नए मामले, रिकवरी रेट पहुंचा 97.48 प्रतिशत

15 साल तक के बच्चों को पड़ता है टीका
दरअसल, बच्चों के जन्म से लेकर करीब 15 वर्ष तक की उम्र तक कई गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए विभिन्न टीके दिए जाते हैं. एक वक्त के बाद पोलियो मिशन, रोटा वायरस, जापानी इंसेफेलाइटिस और चेचक समेत कई अन्य बीमारियों से बचाव के लिए बूस्टर डोज भी दिए जाते हैं. राज्य में मिशन इंद्रधनुष के तहत गर्भवती महिलाओं और बच्चों को बूस्टर देने की शुरुआत इसी साल हुई है.

कोरोना से बचाव में कारगर
डॉक्टर मानते हैं कि जब तक कोविड-19 का टीका बच्चों के लिए उपलब्ध नहीं होता, तब तक यह मिशन इंद्रधनुष के तहत ज्यादा से ज्यादा बच्चों को बूस्टर डोज देकर कई खतरनाक बीमारियों से बचाया जा सकता है. जब बच्चे अन्य बीमारियों से बचेंगे तो उनकी इम्युनिटी अच्छी होगी और वे कोरोना वायरस से भी लड़ पाएंगे.

'सामान्य तौर पर होने वाली इन बीमारियों से बचने के लिए बच्चों को बूस्टर डोज लगवा दिया जाए, क्योंकि अभी यह कहना मुश्किल है कि बच्चों के लिए कोरोना का टीका कब उपलब्ध होगा.' - डॉ. दिवाकर तेजस्वी, मेडिकल एक्सपर्ट

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कई सामान्य बीमारियों से बचाएगा टीका
मेडिकल एक्सपर्ट डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष के तहत बच्चों में होने वाली प्रमुख बीमारियों तपेदिक, खसरा, परट्यूसिस, टिटनेस, पोलियोमाइलाइटिस, हेपिटाइटिस बी, डिप्थीरिया, रूबेला, रोटावायरस, हिमोफिलस इनफ्लुएंजा टाइप बी और जापानी इंसेफेलाइटिस बीमारी से बचाव के लिए बूस्टर डोज दिया जाता है. उन्होंने कहा कि बच्चों का प्रतिरक्षण तंत्र मजबूत रहेगा तभी हम उन्हें संभावित थर्ड वेव में कोरोनावायरस के प्रकोप से बचा पाएंगे.

क्या है मिशन इंद्रधनुष?
दरअसल, भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 25 दिसंबर 2014 को मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत की थी. मिशन इंद्रधनुष एक बूस्टर टीकाकरण कार्यक्रम है जो टीकाकरण का प्रचार-प्रसार अधिक करने के लिए चिन्हित जिलों में चलाया जाता है. मिशन इंद्रधनुष के तहत बूस्टर डोज से 12 तरह की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.

पटना : राज्य में कोविड-19 के तीसरे लहर (corona third wave in bihar) को लेकर सरकार अपनी तैयारियों में लगी है. वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है. लेकिन अब ये सवाल उठ रहे हैं कि अगर बहुत जल्द बच्चों के लिए कोविड-19 का टीका (corona vaccination in bihar) उपलब्ध नहीं हुआ तो थर्ड वेव अंडर-18 बच्चों के लिए घातक सिद्ध हो सकता है. हालांकि इन सब के बीच एक बड़ी राहत की बात है कि मिशन इंद्रधनुष (mission indradhanush in bihar) के तहत कई गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए बच्चों को बूस्टर डोज दी जाती है.

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15 साल तक के बच्चों को पड़ता है टीका
दरअसल, बच्चों के जन्म से लेकर करीब 15 वर्ष तक की उम्र तक कई गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए विभिन्न टीके दिए जाते हैं. एक वक्त के बाद पोलियो मिशन, रोटा वायरस, जापानी इंसेफेलाइटिस और चेचक समेत कई अन्य बीमारियों से बचाव के लिए बूस्टर डोज भी दिए जाते हैं. राज्य में मिशन इंद्रधनुष के तहत गर्भवती महिलाओं और बच्चों को बूस्टर देने की शुरुआत इसी साल हुई है.

कोरोना से बचाव में कारगर
डॉक्टर मानते हैं कि जब तक कोविड-19 का टीका बच्चों के लिए उपलब्ध नहीं होता, तब तक यह मिशन इंद्रधनुष के तहत ज्यादा से ज्यादा बच्चों को बूस्टर डोज देकर कई खतरनाक बीमारियों से बचाया जा सकता है. जब बच्चे अन्य बीमारियों से बचेंगे तो उनकी इम्युनिटी अच्छी होगी और वे कोरोना वायरस से भी लड़ पाएंगे.

'सामान्य तौर पर होने वाली इन बीमारियों से बचने के लिए बच्चों को बूस्टर डोज लगवा दिया जाए, क्योंकि अभी यह कहना मुश्किल है कि बच्चों के लिए कोरोना का टीका कब उपलब्ध होगा.' - डॉ. दिवाकर तेजस्वी, मेडिकल एक्सपर्ट

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कई सामान्य बीमारियों से बचाएगा टीका
मेडिकल एक्सपर्ट डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष के तहत बच्चों में होने वाली प्रमुख बीमारियों तपेदिक, खसरा, परट्यूसिस, टिटनेस, पोलियोमाइलाइटिस, हेपिटाइटिस बी, डिप्थीरिया, रूबेला, रोटावायरस, हिमोफिलस इनफ्लुएंजा टाइप बी और जापानी इंसेफेलाइटिस बीमारी से बचाव के लिए बूस्टर डोज दिया जाता है. उन्होंने कहा कि बच्चों का प्रतिरक्षण तंत्र मजबूत रहेगा तभी हम उन्हें संभावित थर्ड वेव में कोरोनावायरस के प्रकोप से बचा पाएंगे.

क्या है मिशन इंद्रधनुष?
दरअसल, भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 25 दिसंबर 2014 को मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत की थी. मिशन इंद्रधनुष एक बूस्टर टीकाकरण कार्यक्रम है जो टीकाकरण का प्रचार-प्रसार अधिक करने के लिए चिन्हित जिलों में चलाया जाता है. मिशन इंद्रधनुष के तहत बूस्टर डोज से 12 तरह की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.

Last Updated : Jun 3, 2021, 11:12 AM IST
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