पटना: आयुर्वेद चिकित्सकों को शल्य चिकित्सा प्रक्रिया की अनुमति मिलने से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. देश के सभी अस्पताल का आउटडोर सेवा ठप कर दिया. जिससे बाहर से आने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर पूर देश में डॉक्टर अपने कार्यों से अलग रहे. अस्पताल में कार्य न होने से इलाज कराने आए मरीज परेशान हो गए. गौरतलब है कि सरकार ने आयुर्वेद चिकित्सकों को शल्य चिकित्सा प्रक्रिया करने की अनुमति दे दी है. जिसके खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने पूरे देश में कार्य वहिष्कार करने की घोषणा किया है.
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मरीजों की पेरशानी का जिम्मेवार कौन?
प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल नांलदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी डॉक्टरों ने आउटडोर सेवा ठप कर दिया. इस मुद्दे पर कोई भी डॉक्टर और अधीक्षक बोलने से इनकार कर दिया. सवाल यह उठता है कि दो मेडिकल संस्थान के झगड़ का निपटारा आज नहीं तो कल सरकार या मेडिकल संस्थान कर लेगी. इस बीच मरीजों की परेशानियों का जिम्मेवार कौन है, सरकार या डॉक्टर?
वहीं, नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर आउटडोर सेवा ठप रहा. जिससे इलाज कराने आए मरीज मायूस होकर घर लौट गए.