पटनाः अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पटना नगर निगम के लगभग 8000 सफाईकर्मी अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. आक्रोशित में सफाईकर्मियों ने पाटलिपुत्र अंचल कार्यालय का घेराव किया और कार्यालय में ताला जड़ दिया. साथ ही नगर विकास विभाग और बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
नगर निगम के सफाईकर्मियों ने आउटसोर्सिंग, निजीकरण और अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सफाई व्यवस्था पूरी ठप कर दी. सफाईकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, सुबह से सफाईकर्मी पटना के सभी आठ अंचल कार्यालय के बाहर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं.
'आउटसोर्सिंग बहाली का अध्यादेश समाप्त हो'
सफाई कर्मियों का कहना है कि फरवरी माह में नगर विकास विभाग ने जो अध्यादेश लाया है, निगम में आउटसोर्सिंग बहाली को लेकर उस नियमावली को सरकार तत्काल समाप्त करे, साथी ही सभी सफाईकर्मियों का वेतन का भुगतान हर महीने के 5 तारीख को किया जाए. इसके अलावा सभी कर्मियों का निगम द्वारा बीमा कराया जाए. निगम के हड़ताली कर्मियों का कहना है कि जो आदेश सरकार ने फरवरी की हड़ताल में दिया था, उसको लागू करे नहीं तो हड़ताल अनिश्चित्त चलेगी.
कोरोना के भीषण संकट से जूझ रहा पटना
बता दें कि पटना कोरोना के भीषण संकट से जूझ रहा है. शहर में सफाई, सेनेटाईजेशन और फागिंग जरूरी है. अब तक यह होता भी रहा है. लेकिन अब सभी सफाईकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से सब पर ब्रेक लग गया है. निगम की तरफ से दावा किया जा रहा है की सफाई व्यवस्था बहाल रहेगी.