पटना: केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) के अनुसार गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा, महानंदा और कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से कई स्थानों पर ऊपर है. गंगा नदी (Ganga River) के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. बक्सर में गंगा नदी का जलस्तर 54 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 18 सेंटीमीटर की वृद्धि होने का अनुमान है.
पटना के दीघा घाट में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 73 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 24 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. गांधी घाट में गंगा नदी का जलस्तर 125 सेंटीमीटर ऊपर है. इसमें 17 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. हाथीदह में गंगा का जलस्तर 114 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 17 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है.
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भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 33 सेंटीमीटर ऊपर है. कहलगांव में 91 सेंटीमीटर ऊपर और साहिबगंज में 84 सेंटीमीटर ऊपर है. फरक्का में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और सभी स्थानों पर जल स्तर में वृद्धि होने की संभावना है. वहीं पटना के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर 165 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 15 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. खगड़िया में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 39 सेंटीमीटर ऊपर है.
मुजफ्फरपुर के बेनीबाद में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 82 सेंटीमीटर ऊपर है. खगड़िया के बलतारा में कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 107 सेंटीमीटर ऊपर है. कटिहार के कुरसेला में कोसी नदी का जलस्तर 110 सेंटीमीटर ऊपर है.
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गंगा नदी लगातार उफान पर है. पटना के गंगा घाटों पर भी पिछले कई दिनों से जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और जलस्तर में अभी भी वृद्धि के संकेत हैं. पटना के प्रमुख घाटों का जलस्तर कुछ इस प्रकार से है. दीघा घाट पर 51.18 मीटर, गांधी घाट पर 49.85 मीटर और हाथीदह में 42.90 मीटर है.