पटना: पिछले हफ्ते की भारी बारिश के बाद राजधानी के कुछ इलाकों में जलजमाव के कारण लोगों को गंदे पानी में पनप रहे डेंगू और चिकनगुनिया जैसी भयंकर बीमारी का डर सताने लगा है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राजधानी में 27 सितंबर से अबतक डेंगू के 250 मामले सामने आ चुके हैं. यह आंकड़ा रुक नहीं रहा क्योंकि डेंगू के मरीजों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
स्वास्थ्य विभाग अर्लट
जलजमाव के चलते राजधानी में मच्छरों की संख्या बहुत बढ़ गई है. जिससे डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप भी बढ़ गया है. केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि संकट का मुकाबला करने के लिए केंद्र ने अपने संसाधनों को लगाया है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि जिन इलाकों में पानी जमा है, वहां सघन फॉगिंग की जा रही है. साथ ही सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों को डेंगू के इलाज के लिए सतर्क रहने को कहा गया है.
3 दिवसीय जांच शिविर में हो रही जांच
विभाग ने दशहरा के तुरंत बाद 10-12 अक्टूबर के बीच शहर के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र में डेंगू और चिकनगुनिया के इलाज के लिए मुफ्त चिकित्सा शिविर लगाने की बात कही थी. ऐसे में राज्य स्वास्थ्य समिति डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों के लिए तीन दिवसीय जांच शिविर के जरिए लोगों की जांच कर रहा है.
PMCH और NMCH में जांच की व्यवस्था
पीएमसीएच और नालन्दा मेडिकल कॉलेज में भी डेंगू के मरीजों के लिए व्यवस्था की गई है. पीएमसीएच में रोज डेंगू को लेकर 100 से अधिक लोगों की जांच की जा रही है. वहीं, नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मेडिसिन विभाग में डेंगू वॉर्ड बनाया गया जहां अभी डेंगू के दो मरीज भर्ती हुए हैं. डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अस्पताल प्रशासन मुस्तैद है. इसके अलावा विभाग ने 22 पीएचसी में डेंगू की जांच की व्यवस्था कराई है.