पटना: राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में लॉकडाउन के दौरान चोरी की घटना में बढ़ोतरी हो रही है. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक साल 2020 के मार्च महीने में पूरे बिहार में 2,311 चोरी का मामला दर्ज हुआ है. अप्रैल में 1,168 और मई में 1,668 मामले सामने आए हैं. वहीं जून जुलाई का आंकड़ा मौजूद नहीं है.
पुलिस ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान मकान मालिक या किरदार अपना घर बंद कर चले गए. बंद घर को देखकर चोर आसानी से चोरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. वहीं इन दिनों बेरोजगारी बढ़ने से चोरी की घटना में इजाफा हो रहा है. लॉकडाउन के बीच जरा सी लापरवाही के चलते कई लोगों अपनी जिंदगी भर की गाढ़ी कमाई लुट जा रही है. इसमें अधिकारी और नेता तक के घर शामिल हैं.
जुलाई में कई फ्लैटों में हुई चोरी
2 जुलाई को राजधानी पटना के शास्त्री नगर के राजा बाजार में ठेकेदार के फ्लैट से सात लाख की चोरी हुई. 8 जुलाई को पटना सिटी के पाटिलग्राम अपार्टमेंट के 4 फ्लैटों में एक साथ चोरी हुई थी. वहीं 15 जुलाई को राजीव नगर में एक सीआरपीएफ जवान के बंद मकान से पांच लाख की चोरी हुई. साथ ही 16 जुलाई को लेखाधिकारी अनिल कुमार के फ्लैट से पांच लाख के जेवर की चोरी हुई थी. शास्त्री नगर के मर्चेन्ट नेवी के कैप्टन राकेश कुमार के मकान से एक करोड़ की चोरी हुई थी. इसे राजधानी पटना के अब तक की सबसे बड़ी वारदात मानी जा रही है. पुलिस की मानें तो इनमें से कुछ मामलों में सफलता हासिल हुई है.
एफआईआर दर्ज कर छानबीन में जुटी पुलिस
पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने स्वीकार किया कि लॉकडाउन के दौरान चोरी के मामलों में वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि पुलिस एफआईआर दर्ज कर छानबीन में जुटी है. जल्दी अपराधी की गिरफ्तारी सुनिश्चित होगी. पुलिस इन मामलों में संवेदनशील है. उन्होंने बताया कि ऐसे समय में घरों में सावधानियां बरतनी जरूरी है. सावधानी के तौर पर मकान में ताला बंद कर बाहर जाएं तो किसी एक सदस्य को मकान की रखवाली के लिए जरूर छोड़ जाएं.