पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों के साथ निर्वाचन आयोग के दिए गए निर्देशों का कितना पालन हुआ इसकी समीक्षा की जाएगी.
उम्मीद है कि इस बैठक में बिहार के डीजीपी एसके सिंघल, एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार, मुख्यालय आईजी भी मौजूद रहेंगे. बैठक में चुनाव से पूर्व की तैयारियों के लिए 300 सैनिक बलों की टीम की प्रतिनियुक्ति किन-किन जिलों में कैसे की गई है इस पर भी चर्चा होगी. अपराधी तत्वों के ऊपर पुलिस कैसे निगरानी रख रही है, ये सभी जानकारी निर्वाचन आयोग के समक्ष रखा जाएगा.
'भारी पड़ सकती है उम्मीदवारों को रिझाने की कोशिश'
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार निर्वाचन आयोग के समक्ष रखी जाने वाली सभी जानकारियों की तैयारी कर ली गई है. विधानसभा चुनाव में धन बल और शराब के जरिए मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश उम्मीदवारों पर इस बार भारी पड़ सकती है. पुलिस मुख्यालय की तरफ से सभी जिले के डीएम और एसएसपी को उड़नदस्ते के गठन करने का निर्देश दिया गया है.
इस बार मजिस्ट्रेट के साथ-साथ पुलिस ऑफिसर और सशस्त्र बल की टीम की भी तैनाती की गई है. विधानसभा वार कम से कम तीन-तीन टीमें दोनों विंग की रखी जाएंगी. जो हर गतिविधियों पर नजर रखेंगी. अर्धसैनिक बल चुनाव के मद्देनजर हर तरह के हालात से निपटने के लिए मुस्तैद हैं.
'निर्वाचन कार्यालय से ही मिलेगी सारी जानकारी'
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस मुख्यालय चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण करवाने को लेकर कटिबद्ध है. चुनाव के दौरान कितनी अर्धसैनिक बल की टीम बिहार आएगी, इसकी जानकारी और चुनाव से जुड़ी जानकारियां मुख्य निर्वाचन आयोग के कार्यालय से ही मिलेगी. इन मामलों में पुलिस मुख्यालय के तरफ से कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी जा रही है.