पटनाः बिहार के पटना में आईएमए की बैठक (IMA meeting in Patna) हुई, जिसमें बिहार आईएमए के सभी सदस्यों ने राजस्थान सरकार के राइट टू हेल्थ बिल को लेकर नाराजगी प्रकट की. बताया कि चिकित्सकों के साथ-साथ आम जनों का यह विरोधी बिल है. राजस्थान सरकार ने चिकित्सकों के विरोध के बावजूद राइट टो हेल्थ बिल को पारित किया है, जिससे सभी चिकित्सक दुखी हैं. बिहार आईएमए के अध्यक्ष डॉ श्याम नारायण प्रसाद ने कहा कि यह बिल आम जनों को संविधान की धारा 21 के अंतर्गत सरकार से राइट टू लीव के अधिकार से वंचित करने का प्रयास करता है.
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हड्डी के अस्पताल में हृदय इलाज कैसे?: डॉ श्याम नारायण प्रसाद ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में अपने दायित्व को सही से निर्वहन नहीं कर रही. इस बिल के तहत यह है कि अस्पताल में कोई मरीज आता है तो उसका इलाज करना ही है. ऐसे में सरकार यह तय करें कि हड्डी के अस्पताल में कोई हृदय का मरीज पहुंचेगा तो उसका इलाज कैसे होगा. इलाज हो जाएगा तो मरीज बिल नहीं देगा, तो उसके बिल को सरकार देगी या कौन देगा, सरकार यह तय करें. प्राइवेट अस्पतालों को बाध्य किया जा रहा है कि उनके पास आने वाले हर मरीज का हर हाल में इलाज किया जाए. जबकि प्राइवेट अस्पतालों को संचालन करने में काफी रुपए खर्च होते हैं. ऐसे में सरकार पहले निर्धारित करें कि अगर मरीज बिल नहीं देता है तो कौन देगा.
आईएमए करेगी विरोधः आईएमए 27 मार्च को राजस्थान सरकार की इस बिल का बिरोध करेगी. देशभर के चिकित्सक राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर रहेंगे. इसमें बिहार आइएमए का भी समर्थन है. सोमवार को आईएमए के सभी चिकित्सक प्रदेश में काला दिवस मनाएंगे और हाथों में काला पट्टी बांधकर काम करेंगे. केंद्र सरकार और राजस्थान सरकार को भी अपना ज्ञापन सौंपेंगे कि इस बिल को वापस ले. अन्यथा भविष्य में सभी चिकित्सक राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने के लिए विवश होंगे. डॉ श्याम नारायण प्रसाद ने एनएमसीएच के लापता चिकित्सक डॉक्टर संजय कुमार की अब तक बरामद की न होने पर चिंता प्रकट की. कहा कि पुलिस अगर जल्द इस मामले की जांच कर कुछ निष्कर्ष नहीं देती है तो प्रदेश के चिकित्सक बड़ा आंदोलन करने को विवश होंगे.
"राजस्थान सरकर ने एक बिल पास किया है. सरकार ने राइट टू हेल्थ बनाया है, जिसके तहत किसी भी अस्पताल में कोई भी मरीज जाता है तो उसका इलाज करना है. यह बिल जनविरोधी है, क्योंकि हड्डी के अस्पताल में कोई हृदय का मरीज पहुंचेगा तो उसका इलाज कैसे होगा. मरीज अगर इसका बिल नहीं देता है तो कौन देगा. इसलिए सरकार इसे वापस लें. इसके विरोध में सोमवार को आईएमए विरोध करेगा." -डॉ श्याम नारायण प्रसाद, अध्यक्ष,आईएमए, बिहार