पटना: बिहार में कोरोना नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के नामचीन 13 डॉक्टरों की बिहार कोविड नियंत्रण कमेटी बनाई है. 15 दिन पहले कोविड नियंत्रण के लिए विशेष कमेटी (Bihar Covid Control Committee) का गठन किया गया था. स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख की अध्यक्षता में इस कमेटी का गठन किया गया. लेकिन कमेटी की अब तक एक भी बैठक नहीं हुई है.
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आज तक नहीं हुई बैठक
कमेटी की बैठक आज तक नहीं हुई है. यहां तक की बैठक को लेकर शेड्यूल भी जारी नहीं हुआ है. अब इस कमेटी के गठन पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं. क्या सिर्फ दिखाने के लिए सरकार ने विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमेटी बनाई है. आइएमए ने भी चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि जल्द से जल्द कमेटी की बैठक होनी चाहिए और कमेटी जो सुझाव दे सरकार को उस पर काम करना चाहिए.
'बैठक हो जानी चाहिए थी लेकिन 15 दिन से अधिक हो गया कोई बैठक नहीं हुई है. सरकार को बैठक बुलाना चाहिए और डॉक्टर जो भी सुझाव दें उस पर सरकार को काम करना चाहिए. कमेटी में एक से एक जानकार लोग हैं उनके सुझाव महत्वपूर्ण होंगे.'- डॉक्टर सहजानंद, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आईएमए
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कमेटी में शामिल डॉक्टरों के नाम हैं
- निदेशक पटना एम्स
- निदेशक एच एम आर आई पटना
- डॉक्टर एए हई
- डॉक्टर एसएन आर्य, वरिष्ठ डॉक्टर बिहार
- डॉ विजय प्रकाश, पूर्व विभागाध्यक्ष, पीएमसीएच
- डॉ एन आर विश्वास, निदेशक, आईजीआईएमएस
- डॉ एसके साही
- डॉक्टर प्रदीप दास
- डॉक्टर हेमंत शाह, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन से संबंध
- डॉक्टर सत्येंद्र नारायण सिंह, पीएमसीएच माइक्रोबायोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के रीजनल टीम लीडर
- डॉ सैयद हुबे अली, यूनिसेफ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ
- डॉक्टर सहजानंद प्रसाद सिंह, आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष
'कमेटी की बैठक बुलाने को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है. दुनिया में महामारी को लेकर विशेषज्ञों की कमेटी से राय ली जाती रही है. बिहार में भी 13 सदस्य कमेटी तो बना दी गई लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने अब तक कोई बैठक नहीं की है.'- डॉ अजय कुमार, अध्यक्ष, बिहार आईएमए
सरकार ने 13 सदस्यीय विशेषज्ञों की कमेटी बनाते समय ही यह तय किया था कमेटी, सरकार को कोरोना नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रयासों और चिकित्सीय प्रबंधन की समीक्षा कर सुझाव देगी. ऐसे में जब कमेटी की कोई बैठक ही नहीं हुई तो कमेटी बनाने पर सवाल भी खड़ा हो रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कमेटी बनाने की मांग पिछले साल से करते रहे हैं. विधानसभा में भी इस मामले को उठाया था और कमेटी में प्रमुख राजनीतिक दल के नेताओं को भी शामिल करने की मांग की थी. लेकिन सरकार ने विशेषज्ञों की कमेटी में राजनीतिक दल के नेताओं को शामिल नहीं किया. वहीं जो कमेटी बनाई गई है, वह भी सिर्फ नाम की है. इसकी एक भी बैठक आज तक नहीं हुई है.