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Illegal Sand Mining: थम नहीं रहा बालू का काला खेल, अवैध खनन में लगीं 6 पोकलेन मशीनें जब्त

जिले के इन दिनों बालू माफिया बेखौफ हो गए हैं. 1 मई से बंद हुए खनन के बाद भी माफिया सोन नदी से बालू का अवैध खनन कर रहे हैं. बालू का अवैध खनन कर रहे माफियाओं के खिलाफ प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है. छापेमारी में 6 पोकलेन मशीन को जब्त किया गया है.

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थम नहीं रहा बालू का खेल
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Published : Jun 22, 2021, 10:51 PM IST

पटना: एक तरफ बिहार सरकार (Bihar Government) ने बालू खनन (Sand Mining) पर एक मई से रोक लगा रखी इसके बाबजूद भी बालू माफिया (Sand Smuggler) लगातार अवैध खनन का कारोबार कर रहे है. वहीं अवैध खनन को लेकर जिला खनन विभाग की बड़ी करवाई देखने को मिली है.

जहां राजधानी पटना से सटे बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद एवं पथलौटिया बालू घाट पर अवैध खनन को लेकर बिहटा पुलिस एवं जिला खनन अधिकारी राजेश कुशवाहा के संयुक्त छापेमारी की गई. जहां अवैध खनन में लगे 6 पोकलेन मशीनों को मौके से जिला खनन विभाग ने जब्त किया.

ये भी पढ़ें..गोपालगंज: अवैध बालू खनन की सूचना पर विभाग ने की छापेमारी, वसूला जुर्माना

गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी
दरअसल, बिहटा (Bihta) थाना क्षेत्र के अमनाबाद (Amnabad) बालू घाट एवं पथलौटिया घाट पर जिला खनन विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि रात के अंधेरे में पोकलेन मशीन से अवैध बालू का खनन किया जा रहा है. सूचना के आधार पर बिहटा पुलिस के एस.साई. अनिल कुमार और एस.आई. बनारसी सिंह के साथ जिला खनन विभाग के पदाधिकारी राजेश कुशवाहा छापेमारी करने पहुंचे.

ये भी पढ़ें..सरकारी खजाने को बालू माफिया लगा रहे लाखों का चूना, 13 के खिलाफ केस दर्ज

मौके से 6 पोकलेन मशीन बरामद
छापेमारी (Raids) के दौरान घाट पर लगे 6 पोकलेन मशीन को बरामद कर लिया गया. छापेमारी अभियान के बाद बालू घाट पर भगदड़ मच गयी. हालांकि पुलिस को देखते ही सभी बालू माफिया एवं मजदूर घाट से फरार हो गए.

'प्रदेश में 1 मई से पूरी तरह बालू खनन पर सरकार ने रोक लगा रखी है. इसके बावजूद बालू माफिया अवैध तरीके से बालू का खनन कर रहे हैं. हालांकि सूचना मिलने पर लगातार कार्रवाई भी की जा रही है'.- राजेश कुशवाहा, जिला खनन पदाधिकारी

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पुलिस एवं खनन विभाग की संयुक्त छापेमारी

बता दें कि सोन नदी से बालू निकासी का टेंडर ब्रॉडसन कम्पनी ने सरकार से ली थी. लेकिन प्रशासन और पुलिस से सकारात्मक सहयोग नहीं मिलने के कारण सरकार के सामने सोन नदी से बालू खनन करने से इनकार कर दिया था. जिसके बाद 1 मई से बालू खनन का कार्य ब्रॉड्सन कम्पनी ने बंद कर दिया. कम्पनी ने सरकार से शिकायत की थी कि सोन नदी से भारी मात्रा में प्रतिदिन बालू का अवैध खनन किया जा रहा है. जिसके कारण कम्पनी को भारी नुकसान हो रहा है.

1 मई से बंद है खनन
पटना (Patna), भोजपुर (Bhojpur), सारण (Saran), औरंगाबाद (Aurangabad) और रोहतास (Rohtas) जिले के बालू बंदोबस्त धारियों ने 1 मई से बालू का खनन बंद कर दिया है. ऐसे में आशंका है कि अवैध रूप से बालू का खनन हो रहा है. इन जिलों में संबंधित जिला पुलिस अधीक्षक के स्तर से इसकी लगातार मॉनिटरिंग करवाई जा रही है. इसके अलावा मुख्यालय स्तर से भी कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी जा रही है.

बालू घाटों के पास पुलिस गश्त बढ़ाने के निर्देश
पुलिस मुख्यालय द्वारा पटना के अलावा रोहतास, भोजपुर, औरंगाबाद और सारण जिले में सबसे ज्यादा सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है. पुलिस अधीक्षकों को बालू घाटों के इर्द-गिर्द पुलिस की गश्ती बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार संबंधित थाना को 24 घंटे गश्ती जारी रखने को कहा गया है ताकि अवैध बालू खनन को रोका जा सके.

अवैध खनन के खिलाफ पुलिस कर रही कार्रवाई
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बालू के अवैध खनन, भंडारण और परिवहन के खिलाफ पटना, रोहतास, कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद और सारण जिले में 1 मई से 20 मई तक पुलिस ने 155 कांड दर्ज कर 160 आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस द्वारा छापेमारी के दौरान 290625 घन फीट बालू की बरामदगी की गई. पटना और कैमूर जिले से 395 वाहनों से 1 करोड़ 73 लाख 90 हजार 350 रुपए फाइन के रूप में वसूले गए.

6 पुलिसकर्मियों को किया गया सस्पेंड
पुलिस मुख्यालय के अनुसार लगातार बालू के अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा रही है. अवैध बालू ढुलाई के मामले में भोजपुर एसपी ने बड़ी कार्रवाई की है. बड़हरा थाना इंचार्ज सहित छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है.

अवैध खनन के खिलाफ चलता रहेगा अभियान
बालू का खनन कुछ जिलों में सीमित है. इन जिलों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है. सभी जिला की पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वे जिला प्रशासन को सहयोग दें. अवैध बालू खनन के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. पिछले कुछ दिनों में भोजपुर, सारण, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर में बड़ी संख्या में अवैध बालू खनन से संबंधित केस दर्ज हुए हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. यह अभियान लगातार चलता रहेगा ताकि सरकारी राजस्व की हानि न हो.

767.27 करोड़ ज्यादा की वसूली
वितीय वर्ष 2020-21 में 767.27 करोड़ रुपये से ज्यादा की वसूली की गई है. ईंट भट्टा में 12% की वृद्धि हुई है. वहीं बालू में 678 करोड़ रुपये की राशि वसूली की गई है. वहीं अवैध बालू के खनन को रोकने के लिए वाहनों की जब्ती और वाहन चालक पर चोरी का आरोप भी लगाया जाएगा. जिससे अवैध खनन को रोका जा सके.

बनायी जा रही है नयी नीति
पत्थर कर्सर में 79.37 करोड़ रुपये की राशि वसूली की गई. हरजोत कौर ने कहा कि अब विभाग नई नीति ला रही है. जिसके तहत अवैध बालू खनन करने वाले लोगों और इस्तेमाल होने वाली गाड़ियों को जब्त करने का काम विभाग करेगा. पहले गाड़ी को जब्त कर थाने के हवाले कर दिया जाता था, अब इसमें परिवर्तन किया जाएगा.

पुलिस की आंख के सामने होता है काला खेल
जिस तरह से बालू का अवैध खनन किया जा रहा है, इसका सीधा असर पर्यावरण (Environment) और जलीय जीवों पर भी पड़ रहा है. बिहार सरकार (Bihar Government) और विभाग के मंत्री इस पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं. पटना के कई घाटों पर बालू से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली सड़क किनारे सजे रहते हैं. वे ग्राहकों का इंतजार करते रहते हैं.

अवैध खनन रोकने के लिए छापेमारी
अवैध खनन एवं परिवहन की रोकथाम के लिए प्रत्येक जिले में टास्क फोर्स (Task Force) गठित है. टास्क फोर्स द्वारा नियमित रूप से छापेमारी की जाती है. 2016-2017 के फरवरी 2017 तक 2968 छापेमारी की गई है. 2018 गिरफ्तारी की गई है और 1318.53 लाख रुपए अर्थ दंड के रूप में वसूल किए गए.

यह भी पढ़ें- भोजपुर SP ने थानाध्यक्ष समेत 6 पुलिसकर्मियों को किया सस्पेंड, जानिए पूरा मामला..

पटना: एक तरफ बिहार सरकार (Bihar Government) ने बालू खनन (Sand Mining) पर एक मई से रोक लगा रखी इसके बाबजूद भी बालू माफिया (Sand Smuggler) लगातार अवैध खनन का कारोबार कर रहे है. वहीं अवैध खनन को लेकर जिला खनन विभाग की बड़ी करवाई देखने को मिली है.

जहां राजधानी पटना से सटे बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद एवं पथलौटिया बालू घाट पर अवैध खनन को लेकर बिहटा पुलिस एवं जिला खनन अधिकारी राजेश कुशवाहा के संयुक्त छापेमारी की गई. जहां अवैध खनन में लगे 6 पोकलेन मशीनों को मौके से जिला खनन विभाग ने जब्त किया.

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गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी
दरअसल, बिहटा (Bihta) थाना क्षेत्र के अमनाबाद (Amnabad) बालू घाट एवं पथलौटिया घाट पर जिला खनन विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि रात के अंधेरे में पोकलेन मशीन से अवैध बालू का खनन किया जा रहा है. सूचना के आधार पर बिहटा पुलिस के एस.साई. अनिल कुमार और एस.आई. बनारसी सिंह के साथ जिला खनन विभाग के पदाधिकारी राजेश कुशवाहा छापेमारी करने पहुंचे.

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मौके से 6 पोकलेन मशीन बरामद
छापेमारी (Raids) के दौरान घाट पर लगे 6 पोकलेन मशीन को बरामद कर लिया गया. छापेमारी अभियान के बाद बालू घाट पर भगदड़ मच गयी. हालांकि पुलिस को देखते ही सभी बालू माफिया एवं मजदूर घाट से फरार हो गए.

'प्रदेश में 1 मई से पूरी तरह बालू खनन पर सरकार ने रोक लगा रखी है. इसके बावजूद बालू माफिया अवैध तरीके से बालू का खनन कर रहे हैं. हालांकि सूचना मिलने पर लगातार कार्रवाई भी की जा रही है'.- राजेश कुशवाहा, जिला खनन पदाधिकारी

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पुलिस एवं खनन विभाग की संयुक्त छापेमारी

बता दें कि सोन नदी से बालू निकासी का टेंडर ब्रॉडसन कम्पनी ने सरकार से ली थी. लेकिन प्रशासन और पुलिस से सकारात्मक सहयोग नहीं मिलने के कारण सरकार के सामने सोन नदी से बालू खनन करने से इनकार कर दिया था. जिसके बाद 1 मई से बालू खनन का कार्य ब्रॉड्सन कम्पनी ने बंद कर दिया. कम्पनी ने सरकार से शिकायत की थी कि सोन नदी से भारी मात्रा में प्रतिदिन बालू का अवैध खनन किया जा रहा है. जिसके कारण कम्पनी को भारी नुकसान हो रहा है.

1 मई से बंद है खनन
पटना (Patna), भोजपुर (Bhojpur), सारण (Saran), औरंगाबाद (Aurangabad) और रोहतास (Rohtas) जिले के बालू बंदोबस्त धारियों ने 1 मई से बालू का खनन बंद कर दिया है. ऐसे में आशंका है कि अवैध रूप से बालू का खनन हो रहा है. इन जिलों में संबंधित जिला पुलिस अधीक्षक के स्तर से इसकी लगातार मॉनिटरिंग करवाई जा रही है. इसके अलावा मुख्यालय स्तर से भी कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी जा रही है.

बालू घाटों के पास पुलिस गश्त बढ़ाने के निर्देश
पुलिस मुख्यालय द्वारा पटना के अलावा रोहतास, भोजपुर, औरंगाबाद और सारण जिले में सबसे ज्यादा सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है. पुलिस अधीक्षकों को बालू घाटों के इर्द-गिर्द पुलिस की गश्ती बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार संबंधित थाना को 24 घंटे गश्ती जारी रखने को कहा गया है ताकि अवैध बालू खनन को रोका जा सके.

अवैध खनन के खिलाफ पुलिस कर रही कार्रवाई
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बालू के अवैध खनन, भंडारण और परिवहन के खिलाफ पटना, रोहतास, कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद और सारण जिले में 1 मई से 20 मई तक पुलिस ने 155 कांड दर्ज कर 160 आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस द्वारा छापेमारी के दौरान 290625 घन फीट बालू की बरामदगी की गई. पटना और कैमूर जिले से 395 वाहनों से 1 करोड़ 73 लाख 90 हजार 350 रुपए फाइन के रूप में वसूले गए.

6 पुलिसकर्मियों को किया गया सस्पेंड
पुलिस मुख्यालय के अनुसार लगातार बालू के अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा रही है. अवैध बालू ढुलाई के मामले में भोजपुर एसपी ने बड़ी कार्रवाई की है. बड़हरा थाना इंचार्ज सहित छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है.

अवैध खनन के खिलाफ चलता रहेगा अभियान
बालू का खनन कुछ जिलों में सीमित है. इन जिलों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है. सभी जिला की पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वे जिला प्रशासन को सहयोग दें. अवैध बालू खनन के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. पिछले कुछ दिनों में भोजपुर, सारण, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर में बड़ी संख्या में अवैध बालू खनन से संबंधित केस दर्ज हुए हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. यह अभियान लगातार चलता रहेगा ताकि सरकारी राजस्व की हानि न हो.

767.27 करोड़ ज्यादा की वसूली
वितीय वर्ष 2020-21 में 767.27 करोड़ रुपये से ज्यादा की वसूली की गई है. ईंट भट्टा में 12% की वृद्धि हुई है. वहीं बालू में 678 करोड़ रुपये की राशि वसूली की गई है. वहीं अवैध बालू के खनन को रोकने के लिए वाहनों की जब्ती और वाहन चालक पर चोरी का आरोप भी लगाया जाएगा. जिससे अवैध खनन को रोका जा सके.

बनायी जा रही है नयी नीति
पत्थर कर्सर में 79.37 करोड़ रुपये की राशि वसूली की गई. हरजोत कौर ने कहा कि अब विभाग नई नीति ला रही है. जिसके तहत अवैध बालू खनन करने वाले लोगों और इस्तेमाल होने वाली गाड़ियों को जब्त करने का काम विभाग करेगा. पहले गाड़ी को जब्त कर थाने के हवाले कर दिया जाता था, अब इसमें परिवर्तन किया जाएगा.

पुलिस की आंख के सामने होता है काला खेल
जिस तरह से बालू का अवैध खनन किया जा रहा है, इसका सीधा असर पर्यावरण (Environment) और जलीय जीवों पर भी पड़ रहा है. बिहार सरकार (Bihar Government) और विभाग के मंत्री इस पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं. पटना के कई घाटों पर बालू से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली सड़क किनारे सजे रहते हैं. वे ग्राहकों का इंतजार करते रहते हैं.

अवैध खनन रोकने के लिए छापेमारी
अवैध खनन एवं परिवहन की रोकथाम के लिए प्रत्येक जिले में टास्क फोर्स (Task Force) गठित है. टास्क फोर्स द्वारा नियमित रूप से छापेमारी की जाती है. 2016-2017 के फरवरी 2017 तक 2968 छापेमारी की गई है. 2018 गिरफ्तारी की गई है और 1318.53 लाख रुपए अर्थ दंड के रूप में वसूल किए गए.

यह भी पढ़ें- भोजपुर SP ने थानाध्यक्ष समेत 6 पुलिसकर्मियों को किया सस्पेंड, जानिए पूरा मामला..

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