पटना: राष्ट्रीय जनता दल के कार्यालय का विस्तारीकरण हो रहा है. बगल में राजद कार्यालय को अलग से भूमि दी गई है. अब इसको लेकर बिहार में सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने जमकर निशाना साधा है और कहा है कि राजद को अब तक जमीन की भूख नहीं गई है. वहीं आरजेडी ने भी बीजेपी पर हमला किया है और कहा कि अपनी जमीन खिसकता देख इस तरह की बातें कर रहे हैं.
राजद कार्यालय के विस्तारीकरण को लेकर बीजेपी का तंज: बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि चाहे घोटाले की जमीन हो चाहे हो या नौकरी के बदले जमीन हो, लगातार राष्ट्रीय जनता दल को जमीन की भूख लगी ही रहती है. यही कारण है कि सरकार में रहते हुए अपनी ही सरकार से आरजेडी कार्यालय के लिए ठीक उसके बगल की जमीन उन्होंने ले ली है. हमारे हिसाब से जो कहीं से भी ठीक नहीं है. पहले से ही राजद का कार्यालय बड़ा था. पता नहीं क्यों इतनी राजद के लोगों को जमीन की भूख होती है कि वह किसी न किसी तरह जमीन को हथियाना चाहते हैं.
"राष्ट्रीय जनता दल को हम बधाई भी देंगे कि अपने कार्यालय का विस्तार कर रहा है. इस बार कार्यालय के लिए जमीन ली गयी है ना कि अपने घरवालों के लिए. लेकिन इतना जरूर कहेंगे कि राजद को जमीन की भूख लगी रहती है. इसके कई उदाहरण हम लोगों ने देखे हैं. सत्ता में रहते हुए अब कार्यालय के लिए ही अपने ही सरकार से जमीन आवंटित करवा लिया है."- अरविंद सिंह, बीजेपी प्रवक्ता
'अगले चुनाव में बीजेपी ऑफिस में लगेगा ताला'- RJD : वहीं राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी के इस बयान पर पलटवार किया है और कहा है कि भारतीय जनता पार्टी राजद कार्यालय के विस्तारीकरण को लेकर भी राजनीति कर रही है. यह कहीं से ठीक नहीं है. बीजेपी का कार्यालय भी बहुत बड़ा है और अब बीजेपी इतनी बड़ी पार्टी नहीं रह जाएगी. आप देख लीजिएगा कि बीजेपी पार्टी सिमट जाएगी और जिस तरह से यह राष्ट्रीय जनता दल के कार्यालय को लेकर राजनीति कर रहे हैं, ऐसा ना हो कि अगले चुनाव के बाद उनके पार्टी कार्यालय में ही ताला लग जाए.
"राजद बड़ी पार्टी है और इसके कार्यकर्ता नेताओं की संख्या काफी ज्यादा है, जगह कम थी और हम लोगों ने सरकार से पहले से ही मांग किया था. इस बार सरकार ने हम लोगों को विस्तारित करने के लिए जमीन दिया है. पता नहीं क्यों इससे भाजपा के लोगों को पेट में दर्द होता है. हम समझते हैं कि इस तरह की राजनीति भाजपा के लोगों को नहीं करनी चाहिए."- मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता