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बिहार बोर्ड में कक्षा 6 से लेकर 10वीं तक कंप्यूटर विषय अनिवार्य करने को लेकर पटना में मानव श्रृंखला

पटना सहित पुरे राज्य में बीइंग हेल्पर फाउंडेशन के द्वारा बिहार बोर्ड में कंप्यूटर विषय अनिवार्य करने को लेकर मानव श्रृंखला का आयोजन (Human chain in Patna By Being Helper Foundation) किया गया. इसके माध्यम से सरकार से बिहार बोर्ड में कंप्यूटर का विषय कक्षा 6 से 10 तक अनिवार्य रूप में जोड़ने की मांग की गई.

बिहार बोर्ड में कक्षा 6 से लेकर 10वीं तक कंप्यूटर विषय अनिवार्य करने को लेकर पटना में मानव श्रृंखला
बिहार बोर्ड में कक्षा 6 से लेकर 10वीं तक कंप्यूटर विषय अनिवार्य करने को लेकर पटना में मानव श्रृंखला
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Published : Nov 28, 2022, 4:30 PM IST

पटना: राजधानी पटना में आज दिनांक 28 नवंबर को "बीइंग हेल्पर फाउंडेशन (Being Helper Foundation) के द्वारा कई जगहों पर मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया, इसके माध्यम से सरकार से बिहार बोर्ड में कंप्यूटर का विषय कक्षा 6 से 10 तक अनिवार्य रूप में जुड़ सके इसके लिए मांग की गई, हजारों की संख्या में आम जनता इस मानव श्रृंखला में हिस्सा लिया, पटना के साथ पूरे बिहार के 38 जिलों में मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया.

ये भी पढे़ंःBihar Board Exam 2022: परीक्षा के पहले तनाव में दिख रहे परीक्षार्थी, बोले- अब तो आगे रिजल्ट ही बताएगा

छात्राओं का बयान

सामाजिक संस्थाओं ने मानव श्रृंखला का किया आयोजन: बता दें कि आज के युग में कंप्यूटर का ज्ञान होना अति आवश्यक है. उसी को देखते हुए सामाजिक संस्थाओं द्वारा कई छात्र-छात्राओं ने मानव श्रृंखला बनाकर बिहार सरकार से यह मांग की है कि बिहार बोर्ड में कक्षा 6 से ही कंप्यूटर की पढ़ाई शुरू की जाए और कंप्यूटर का एक विषय भी बनाया जाए. जिसे लेकर आए सैकड़ों की संख्या में लोग पटना के बेली रोड में मानव श्रृंखला में शामिल हुए.

कंप्यूटर शिक्षा को लेकर हैं करोड़ों रुपए की योजनाएं: कंप्यूटर की ज्ञान के मामले में हमारे बिहार बोर्ड के छात्र 29 राज्यों में से 26 वें नंबर पर आती है , हजारों करोड़ों रुपए की योजनाएं केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने कंप्यूटर शिक्षा में अभी तक बिहार में खर्च कर चुकी है मगर फिर भी विषय माध्यमिक कक्षा में जुड़ा हुआ नहीं होने के कारण इसका कोई भी लाभ बिहार बोर्ड के तकरीबन 75% से अधिक बच्चों को नहीं मिल पाता है.

"कंप्यूटर विषय बिहार बोर्ड में जुड़ने से लाखों लोगों को रोजगार मिल सकेगा. बहुत सारी आईटी कंपनी बिहार में आकर रोजगार दे सकेंगे , केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा जारी किए गए सभी योजनाओं का लाभ जन जन तक पहुंच पाएगा. डिजिटल एजुकेशन के माध्यम से भ्रष्टाचार पर बहुत बड़ा रोक भी लग सकेगा." :- शुभम कुमार, संस्थापक बीइंग हेल्प फाउंडेशन


कक्षा 6 से ही शुरु हो कंप्यूटर की शिक्षा: छात्रा राशि ने बताया कि यह हम लोगों की मांग है इसे सरकार को पूरा करना पड़ेगा और इससे बच्चों का भविष्य उज्जवल होगा साथ-साथ समय की भी काफी बचत होगी. इसी को देखते हुए हम लोग का मांग है कि कक्षा 6 से ही बिहार बोर्ड में कंप्यूटर की शिक्षा देना अनिवार्य किया जाए.


इसे भी पढ़ें: सिलेबस पूरा कराए बगैर ली जा रही इंटरमीडिएट की परीक्षा, रिजल्ट को लेकर आशंकित छात्र

पटना: राजधानी पटना में आज दिनांक 28 नवंबर को "बीइंग हेल्पर फाउंडेशन (Being Helper Foundation) के द्वारा कई जगहों पर मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया, इसके माध्यम से सरकार से बिहार बोर्ड में कंप्यूटर का विषय कक्षा 6 से 10 तक अनिवार्य रूप में जुड़ सके इसके लिए मांग की गई, हजारों की संख्या में आम जनता इस मानव श्रृंखला में हिस्सा लिया, पटना के साथ पूरे बिहार के 38 जिलों में मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया.

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छात्राओं का बयान

सामाजिक संस्थाओं ने मानव श्रृंखला का किया आयोजन: बता दें कि आज के युग में कंप्यूटर का ज्ञान होना अति आवश्यक है. उसी को देखते हुए सामाजिक संस्थाओं द्वारा कई छात्र-छात्राओं ने मानव श्रृंखला बनाकर बिहार सरकार से यह मांग की है कि बिहार बोर्ड में कक्षा 6 से ही कंप्यूटर की पढ़ाई शुरू की जाए और कंप्यूटर का एक विषय भी बनाया जाए. जिसे लेकर आए सैकड़ों की संख्या में लोग पटना के बेली रोड में मानव श्रृंखला में शामिल हुए.

कंप्यूटर शिक्षा को लेकर हैं करोड़ों रुपए की योजनाएं: कंप्यूटर की ज्ञान के मामले में हमारे बिहार बोर्ड के छात्र 29 राज्यों में से 26 वें नंबर पर आती है , हजारों करोड़ों रुपए की योजनाएं केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने कंप्यूटर शिक्षा में अभी तक बिहार में खर्च कर चुकी है मगर फिर भी विषय माध्यमिक कक्षा में जुड़ा हुआ नहीं होने के कारण इसका कोई भी लाभ बिहार बोर्ड के तकरीबन 75% से अधिक बच्चों को नहीं मिल पाता है.

"कंप्यूटर विषय बिहार बोर्ड में जुड़ने से लाखों लोगों को रोजगार मिल सकेगा. बहुत सारी आईटी कंपनी बिहार में आकर रोजगार दे सकेंगे , केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा जारी किए गए सभी योजनाओं का लाभ जन जन तक पहुंच पाएगा. डिजिटल एजुकेशन के माध्यम से भ्रष्टाचार पर बहुत बड़ा रोक भी लग सकेगा." :- शुभम कुमार, संस्थापक बीइंग हेल्प फाउंडेशन


कक्षा 6 से ही शुरु हो कंप्यूटर की शिक्षा: छात्रा राशि ने बताया कि यह हम लोगों की मांग है इसे सरकार को पूरा करना पड़ेगा और इससे बच्चों का भविष्य उज्जवल होगा साथ-साथ समय की भी काफी बचत होगी. इसी को देखते हुए हम लोग का मांग है कि कक्षा 6 से ही बिहार बोर्ड में कंप्यूटर की शिक्षा देना अनिवार्य किया जाए.


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