पटना: राज्य में कोरोना संदिग्ध मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एक बड़ा फैसला लिया है. पटना के अशोका पाटलिपुत्र होटल और गया के होटल सिद्धार्थ में क्वॉरेंटाइन सेंटर के तर्ज पर अब राज्य के अन्य कई जिलों में भी हॉस्टलों और होटलों को चिन्हित किया गया है. इसके लिए राज्य के करीब 276 होटल और हॉस्टलों की पहचान की गई है.
स्वास्थ विभाग की जानकारी के अनुसार सर्वाधिक होटल और हॉस्टल सारण, पूर्णिया, पटना, भागलपुर, पूर्वी चंपारण और किशनगंज में चिन्हित किए गए हैं. इनमें कम से कम 7,163 कमरों का क्वॉरेंटाइन वार्ड के रुप में बदला जा सकेगा. 4,012 कमरे ऐसे हैं जिनमें बाथरूम भी है. सभी डीएम और सिविल सर्जन को चिन्हित होटल और हॉस्टल में आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था कराने का आदेश दिया गया है.
जिलावार होटल और हॉस्टलों की संख्या
भागलपुर 16, किशनगंज 17, पूर्णिया 16, पटना 16, पूर्वी चंपारण 12, सारण 18, अररिया 12, सिवान 9, सुपौल 1, औरंगाबाद 8, कटिहार 8, भभुआ 8, खगड़िया 7, बक्सर 8, बेगूसराय 3,बांका 3, दरभंगा 5, गोपालगंज 2, अरवल 5, मधेपुरा 6, मधुबनी 5, मुंगेर 8, मुजफ्फरपुर7, लखीसराय 4, सहरसा 6, समस्तीपुर 2, रोहतास 3, वैशाली 2 और पश्चिम चंपारण में 2 होटलों को चिन्हित किया गया है.
क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए हैं 870 कोरोना संदिग्ध
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कुछ जिलों के चिन्हित होटल, हॉस्टलों में क्वॉरेंटाइन सेंटर शुरू हो चुके हैं. इनमें अब तक कुल 870 कोरोना संदिग्ध रखे गए हैं. गया में 315, गोपालगंज में 140, मुंगेर में 84, नालंदा में 73, दरभंगा में 60, पूर्णियामें 21, रोहतास में 14, सुपौल में 30, कटिहार में 21 और मधेपुरा में 6 लोग हैं.