पटना: दो दिनों तक फूड पैकेट्स पहुंचाने के बाद आज वायुसेना के हेलिकॉप्टर्स ने राहत कार्य बंद कर दिया. राजधानी के जलजामाव वाले इलाकों में एयरफोर्स के जवान हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री गिरा रहे थे, लेकिन बुधवार को हेलीकाप्टर वापस लौट गया. अभी भी राजेन्द्र नगर और कंकड़बाग क्षेत्र में लाखों लोग पानी में फंसे हुये हैं. लोगों को उम्मीद थी कि आज भी हवाई मार्ग से राहत सामग्री मिलेगी. लेकिन हेलिकॉप्टर्स के वापस लौटने से लोगों में मायूसी छा गई.
सड़क मार्ग से राहत सामग्री पहुंचाना है मुश्किल
जिस तरह से एयरफोर्स का आपरेशन बंद हुआ है, उससे कहीं न कहीं लोगों के उम्मीद पर पानी फिर गया है, क्योंकि अभी भी लोग राहत के इंतजार में हैं. सरकार कुछ भी दावा कर ले, जलजामाव की स्थिति इतनी विकट है कि सड़क मार्ग से घर-घर राहत सामग्री पहुंचाना संभव नहीं है. अब देखना है कि सरकार जलजामाव वाले इलाकों में कैसे लोगों को सहूलियत पहुंचाती है.
लाखों लोग जलप्रलय से घिरे हैं
ऐसे में जब जिले में लाखों लोग जलप्रलय से घिरे हैं, एयरफोर्स आपरेशन का बंद होना अपने आप में एक बड़ा सवाल है. बता दें कि चॉपर के जरिए पटना के अलग-अलग इलाकों में खाद्य सामग्री गिराने का काम युद्धस्तर पर चल रहा था. पटना के निचले इलाकों में लोग भारी जलजमाव के कारण घरों में कैद थे. ऐसे में एयरफोर्स के चॉपर से खाने-पीने की वस्तु लगातार घरों के छतों पर गिराकर राहत पहुंचाने की कोशिश की जा रही थी.
लोगों को मिल रही थी राहत
एयरफोर्स के जवान हेलीकॉप्टर से 10 kg का पैकेट गिरा रहे थे. इसमें चावल, दाल, ब्रेड, चूड़ा, गुड़, पानी के साथ मोमबत्ती और माचिस भी डाला गया है. एयरफोर्स के जवान चौपर से राहत सामग्री वितरण कर रहे थे, जिससे लोगों को काफी राहत मिल रही थी.