पटनाः बिहार में मानसून का लगभग डेढ़ महीना बीत चुका है. फिलहाल राज्य में मौसम की गतिविधि सुस्त हुई है. जिसकी वजह से दिन के तापमान में वृद्धि हो रही है. इसके प्रभाव से बिजली के साथ वज्रपात की आशंका बढ़ जाती है. साथ ही तापमान में वृद्धि और छिटपुट बारिश के कारण बिहार में अगले 48 घंटे तक गर्मी और उमस बनी रह सकती है.
कम हुई मानसून की सक्रियता
17 जुलाई तक तो बिहार में सामान्य से 41 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है. मौसम वैज्ञानिक रंजन कुमार ने बताया कि मानसून का सीजन 4 महीने का होता है. जिसमें डेढ़ महीना बीत चुका है. लेकिन मानसून की सक्रियता थोड़ी कम हुई है.
बारिश होने की संभावना
राज्य के उत्तर पूर्वी क्षेत्रों के कई स्थानों पर बीते दिनों बारिश हुई है. अधिकतम वर्षा किशनगंज में 9 सेंटीमीटर दर्ज की गई है. मानसून की अक्षीय रेखा जो पहले झारखंड के जमशेदपुर और बंगाल के दीघा के ऊपर से गुजर रही थी. वह अब झारखंड के डालटेनगंज और पश्चिम बंगाल के सांतिनिकेतन के ऊपर से गुजर रही है. इसके प्रभाव से बिहार के उत्तर पूर्वी क्षेत्रों के कई स्थानों पर बारिश होने की प्रबल संभावना है.
सुस्त रहेगा मौसम
बिहार के उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त हवा भी गुजर रही है. इसके साथ ही दक्षिण बिहार में नमी युक्त हवा की कमी है जिस कारण मौसम सुस्त रहेगा और छिटपुट बारिश होने की संभावना है.