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बिहार में एयरपोर्ट से संबंधित मामलों पर अब 20 जुलाई को होगी सुनवाई, कोर्ट ने किया एयरपोर्ट निदेशक को तलब

बिहार में कई एयरपोर्ट के विकास और भूमि अधिग्रहण से सम्बंधित मामले को लेकर पटना हाईकोर्ट में सुनवाई (hearing In Patna High Court) अब 20 जुलाई को होगी. इससे पहले की सुनवाई में पटना के जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट के निदेशक ने कोर्ट में उपस्थित होकर पटना और राज्य के अन्य एयरपोर्ट की स्थिति के सम्बन्ध में ब्यौरा पेश किया था.

Patna High Court
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Published : Jul 11, 2022, 3:03 PM IST

पटनाः बिहार के पटना स्थित जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट (Jai Prakash Narayan Airport case) समेत राज्य के अन्य एयरपोर्ट के मामले पर सुनवाई अब 20 जुलाई, 2022 को होगी. चीफ जस्टिस संजय करोल (Chief Justice Sanjay Karol) की खंडपीठ द्वारा गौरव कुमार सिंह व अन्य द्वारा दायर जनहित याचिकाओं पर पटना हाईकोर्ट सुनवाई की जा रही है. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के नोडल अधिकारी को तलब किया था. साथ ही पटना एयरपोर्ट के पूर्व और वर्तमान निदेशक को भी पिछली सुनवाई में तलब किया था.

पढ़ें-पटना HC के सरकार से पूछा- कब तक बिहार में ट्राइबल रिसर्च इंस्टिट्यूट की स्थापना होगी

नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्देशः इससे पूर्व कोर्ट ने इस मामलें पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को भी नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्देश दिया था. राज्य सरकार को गया एयरपोर्ट के विकास के सन्दर्भ में बताने को कहा था कि 268 करोड़ रुपये की धनराशि कब तक दिया जाएगा. एडवोकेट जनरल ने इस सम्बन्ध में जवाब देने के लिए एक सप्ताह का मोहलत लिया था. इससे पहले की सुनवाई में पटना के जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट के निदेशक ने कोर्ट में उपस्थित हो कर पटना और राज्य के अन्य एयरपोर्ट की स्थिति के सम्बन्ध में ब्यौरा पेश किया था.

ये भी पढ़ेंः-जलजमाव पर हाईकोर्ट ने पटना नगर निगम आयुक्त से तलब किया कार्रवाई का ब्योरा

20 जुलाई को होगी अगली सुनवाईः उन्होंने पटना एयरपोर्ट की समस्याओं को बताते हुए कहा कि हवाई जहाज लैंडिंग की काफी समस्या है. सामान्य रूप से रनवे की लम्बाई नौ हज़ार फीट होती हैं, जो कि पूर्णिया व दरभंगा में उपलब्ध है, जबकि पटना में रनवे की लम्बाई 68 सौ फीट है. कोर्ट को राज्य के गया, पूर्णियां और अन्य एयरपोर्ट के विस्तार, विकास और भूमि अधिग्रहण से सम्बंधित समस्यायों के बारे में भी बताया गया. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने राज्य के एडवोकेट जनरल से कहा था कि गया एयरपोर्ट के विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए 268 करोड़ रुपये कोर्ट में जमा करा दे. सुप्रीम कोर्ट के अंतिम निर्णय के बाद उसका निबटारा होगा. राज्य में पटना के जयप्रकाश नारायण अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के अलावा गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर, फारबिसगंज, मुंगेर और रक्सौल एयरपोर्ट है. लेकिन इन एयरपोर्ट पर बहुत सारी आधुनिक सुविधाओं के अभाव व सुरक्षा की भी समस्या है. इस मामले पर कोर्ट में अगली सुनवाई 20 जुलाई, 2022 को होगी.

पटनाः बिहार के पटना स्थित जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट (Jai Prakash Narayan Airport case) समेत राज्य के अन्य एयरपोर्ट के मामले पर सुनवाई अब 20 जुलाई, 2022 को होगी. चीफ जस्टिस संजय करोल (Chief Justice Sanjay Karol) की खंडपीठ द्वारा गौरव कुमार सिंह व अन्य द्वारा दायर जनहित याचिकाओं पर पटना हाईकोर्ट सुनवाई की जा रही है. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के नोडल अधिकारी को तलब किया था. साथ ही पटना एयरपोर्ट के पूर्व और वर्तमान निदेशक को भी पिछली सुनवाई में तलब किया था.

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नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्देशः इससे पूर्व कोर्ट ने इस मामलें पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को भी नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्देश दिया था. राज्य सरकार को गया एयरपोर्ट के विकास के सन्दर्भ में बताने को कहा था कि 268 करोड़ रुपये की धनराशि कब तक दिया जाएगा. एडवोकेट जनरल ने इस सम्बन्ध में जवाब देने के लिए एक सप्ताह का मोहलत लिया था. इससे पहले की सुनवाई में पटना के जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट के निदेशक ने कोर्ट में उपस्थित हो कर पटना और राज्य के अन्य एयरपोर्ट की स्थिति के सम्बन्ध में ब्यौरा पेश किया था.

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20 जुलाई को होगी अगली सुनवाईः उन्होंने पटना एयरपोर्ट की समस्याओं को बताते हुए कहा कि हवाई जहाज लैंडिंग की काफी समस्या है. सामान्य रूप से रनवे की लम्बाई नौ हज़ार फीट होती हैं, जो कि पूर्णिया व दरभंगा में उपलब्ध है, जबकि पटना में रनवे की लम्बाई 68 सौ फीट है. कोर्ट को राज्य के गया, पूर्णियां और अन्य एयरपोर्ट के विस्तार, विकास और भूमि अधिग्रहण से सम्बंधित समस्यायों के बारे में भी बताया गया. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने राज्य के एडवोकेट जनरल से कहा था कि गया एयरपोर्ट के विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए 268 करोड़ रुपये कोर्ट में जमा करा दे. सुप्रीम कोर्ट के अंतिम निर्णय के बाद उसका निबटारा होगा. राज्य में पटना के जयप्रकाश नारायण अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के अलावा गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर, फारबिसगंज, मुंगेर और रक्सौल एयरपोर्ट है. लेकिन इन एयरपोर्ट पर बहुत सारी आधुनिक सुविधाओं के अभाव व सुरक्षा की भी समस्या है. इस मामले पर कोर्ट में अगली सुनवाई 20 जुलाई, 2022 को होगी.

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