पटना: बिहार में लगातार कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ अन्य परेशानियां भी अब सामने आने लगी हैं. राज्य के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल एनएमसीएच में कोरोना मरीजों के इलाज में लगे डॉक्टर और नर्सों ने मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. गोपाल कृष्ण के कार्यालय का घेराव किया.
परिसर स्थित मैदान में चल रहा है इलाज
गौरतलब है कि प्रधान सचिव ने एनएमसीएच अस्पताल को हाल ही में सूबे का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल घोषित किया था. वहीं, अब अस्पताल के सभी डॉक्टर और नर्स अस्पताल में कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए आधुनिक व्यवस्था उपलब्ध न होने की बात कहकर आइसोलेशन वार्ड में जाने से परहेज कर रहे हैं. आलम यह है कि अपनी नाराजगी को लेकर डॉक्टर अस्पताल परिसर स्थित मैदान में ही टेबल लगाकर ड्यूटी कर रहे हैं.
स्वास्थ्यकर्मी दहशत के माहौल में ड्यूटी करने को मजबूर
मामले में डॉक्टरों ने कहा कि एनएमसीएच अस्पताल पटना का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल है. कोरोना से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने से प्रधान सचिव ने एनएमसीएच अस्पताल को कोरोना अस्पताल घोषित कर दिया गया है. वहीं, स्वास्थ्य कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टरों और नर्सों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई समुचित व्यवस्था नहीं दी गई है. जिस कारण डॉक्टर और नर्स दहशत के माहौल में ड्यूटी करने को मजबूर हैं.