पटना: राजधानी पटना से सटे नगर परिषद मसौढ़ी (Municipal Council Masaurhi) के 34 वार्ड में जल जमाव और कूड़े-कचरे का अंबार लगा है. साफ-सफाई और बढ़ रहे डेंगू के खौफ समेत 10 सूत्री मांगों को लेकर पिछले 48 घंटे से लोग आमरण अनशन पर बैठ गए हैं. लेकिन अब उनकी तबीयत ज्यादा खराब (Health Of Hunger Striker Bad In Masaurhi) होने लगी है. नगर परिषद के पूर्व नगर उपाध्यक्ष संजय केसरी, पंचायत समिति सदस्य बबन केवट समेत कई लोग आमरण अनशन पर बैठे हैं. इससे पहले अनशनकारियों ने लिखित आवेदन देकर नगर परिषद से विभिन्न वार्ड, मोहल्लों में साफ-सफाई को लेकर गुहार लगाई थी. साफ-सफाई नहीं होने से आजिज होकर अब ये लोग आमरण अनशन पर बैठ गए हैं.
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अनशनकारियों की तबीयत बिगड़ी : हालत यह है कि पिछले 48 घंटों से बैठे अनशनकारियों की तबीयत बिगड़ने लगी है. वहीं, अनशन स्थल पर अभी तक डॉक्टरों की टीम नहीं पहुंची है. और ना ही प्रशासनिक अधिकारी ही उनसे मिलने आया है. कार्यपालक पदाधिकारी की माने तो सभी वार्डों में रोस्टर बनाकर कर्मचारियों की टीम गठित कर दी गई है.
'साफ-सफाई युद्ध स्तर पर की जा रही है. डेंगू को लेकर जिला प्रशासन के आदेश पर एंटी लार्वा और फागिंग कराई जा रही है. अनशनकारियों से वार्ता की जाएगी और उन्हें आश्वासन दिया जाएगा. साफ-सफाई और डेंगू के लिए एंटी फॉगिग किया जा रहा है. कई जगह पर सड़क बनाने की मांग की गई थी. जो अभी फिलहाल आचार संहिता के कारण नहीं हो पाएगी.' - जगन्नाथ यादव,कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद मसौढ़ी
डेंगू की रोकथाम के लिए आमरण अनशन : शहर में साफ-सफाई और डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर अनशनकारियों का अनशन लगातार जारी है. पिछले 48 घंटों से अनशन कर रहे लोगों की अब तबीयत बिगड़ रही हैं. ऐसे में डॉक्टर नदारद हैं. वहीं, कार्यपालक पदाधिकारी ने सभी मांगों पर आश्वासन देते नजर आ रहे हैं. और दावा कर रहे हैं कि शहरों में साफ सफाई लगातार हो रही है.