ETV Bharat / state

डेंगू के खिलाफ विशेष अभियान, तेजस्वी ने किया फॉगिंग और एंटी लार्वा दस्ते को रवाना

राजधानी पटना के लगभग सभी मोहल्लों में अब डेंगू पांव पसार चुका है. इसकी रोकथाम के लिए रविवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पटना के गांधी मैदान से फॉगिंग और एंटी लार्वा की दस्ते को हरी झंडी दिखाई.

तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव
author img

By

Published : Oct 16, 2022, 1:25 PM IST

Updated : Oct 16, 2022, 4:42 PM IST

पटना: राजधानी पटना के लगभग सभी मोहल्लों में अब डेंगू पांव पसार चुका है. हर रोज करीब 5000 से ज्यादा लोग डेंगू का टेस्ट करा रहे हैं. रविवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव (Health Minister Tejashwi Yadav) ने पटना के गांधी मैदान से 52 टेंपो फागिंग मशीन, 61 हैंड फागिंग मशीन, 375 एंटी लार्वा स्प्रे और स्वास्थ्य विभाग के 25 गाड़ियों को रवाना किया. कुल 513 गाड़ियों को उन्होंने हरी झंडी दिखाई. कार्यक्रम में मंच से संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि डेंगू के मामले सिंगापुर में भी काफी फैले हुए हैं. उनके पिताजी का इलाज सिंगापुर में चल रहा है इसलिए उन्हें पता है कि सिंगापुर भी डेंगू से जूझ रहा है. डेंगू की रोकथाम के लिए प्रदेश में सरकार हर संभव प्रयास कर रही है और युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है. इस मौके पर नगर विकास विभाग और पटना नगर निगम के तमाम अधिकारी गांधी मैदान में मौजूद रहे.

इसे भी पढ़ेंः डेंगू के डंक से दहशत में पटना: Hospital में बढ़ रही मरीजों की संख्या, बरतें सावधानी

देखें रिपोर्ट



कराई जाएगी फॉगिंग : स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डेंगू के खिलाफ एंटी लार्वा के फॉगिंग में केमिकल के मिश्रण का महत्व बहुत अधिक होता है. यदि केमिकल का मिश्रण सही नहीं हो तो यह फॉगिंग किसी काम का नहीं रहता. ऐसे में केमिकल का मिश्रण सही हो इसके लिए पटना नगर निगम क्षेत्र में दो डॉक्टरों के नेतृत्व में विभिन्न फॉगिंग गाड़ियों में केमिकल का मिश्रण किया जा रहा है. जो गाड़ी 1 वार्ड में 1 दिन घूमेगी वह फिर उसके तीसरे दिन वह गाड़ी उस वार्ड में घूमेगी और फागिंग करेगी. पटना बड़ा शहर है और सभी 75 वार्ड में व्यापक तौर पर फागिंग कराई जाएगी.

डेंगू के लिए अलग से वार्ड बनाए गए हैं : तेजस्वी यादव ने कहा कि डेंगू की बीमारी में इलाज से अधिक आराम की आवश्यकता होती है. बॉडी को रेस्ट मोड में रखना होता है और हाइड्रेटेड रखना पड़ता है. साफ सफाई का विशेष महत्व होता है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डेंगू के लिए अलग से वार्ड बनाए गए हैं और अस्पतालों में डेंगू के इलाज की अच्छी व्यवस्था की गई है. उन्होंने खुद इसका निरीक्षण भी किया है. नगर विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग मिलकर के मिशन मोड में डेंगू के खिलाफ अभियान में काम कर रहा है. डेंगू को लेकर लोगों को अधिक घबराने की आवश्यकता नहीं है.

  • आज गांधी मैदान, पटना से शहर में डेंगू से बचाव, रोकथाम व जागरूकता के लिए नगर निगम द्वारा सघन अभियान का शुभारंभ किया गया जिसमें छिड़काव एवं एंटी लार्वा सप्रे के लिए 100 बड़े वाहनों एवं 350 मोटरसाइकिलों सहित 513 टीमों को रवाना किया गया।। pic.twitter.com/OV7Q5uGpd4

    — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

साफ-सफाई पर होगा विशेष ध्यान : साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है खासकर पटना में गंगा घाटों पर साफ-सफाई को लेकर. डेंगू और घाटों की साफ-सफाई को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद नेतृत्व कर रहे हैं और समीक्षा कर रहे हैं. 2 वर्षों के बाद इस बार एक बार फिर से भव्य तरीके से छठ पर्व का आयोजन होगा. ऐसे में श्रद्धालुओं को छठ घाटों पर कोई असुविधा ना हो इसके लिए भी नगर विकास विभाग काम कर रहा है. श्रद्धालुओं के लिए घाटों पर अच्छी व्यवस्था हो इसके लिए सरकार काम कर रही है.

बढ़ रहा है प्रकोप: पटना में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. रोजाना करीब 150 नए मामले सामने आ रहे हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पूरे प्रदेश में जहां चार हजार के करीब डेंगू के मरीज हैं, वहीं पटना में इनकी संख्या 2600 से अधिक है. जैसे-जैसे डेंगू के मामले पटना में बढ़ रहे हैं (dengue case in Patna) अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. प्लेटलेट्स की संख्या घटने पर मरीज अस्पताल में एडमिट हो रहे हैं

25 फ़ीसदी संख्या डेंगू के मरीज : पटना के तमाम बड़े प्राइवेट अस्पतालों में भी डेंगू मरीजों के लिए मुश्किल से बेड उपलब्ध हो पा रहा है. पटना के निजी अस्पतालों में एडमिट मरीजों में लगभग 25 फीसदी संख्या डेंगू मरीजों की है. पटना के विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में लगभग डेढ़ सौ से अधिक डेंगू के मरीज (Dengue case in Patna ) एडमिट हैं. वही सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में भी लगभग 110 के करीब मरीजों का इलाज चल रहा है.

इसे भी पढ़ेंः बिहार में डेंगू मामले में लापरवाही बरतने का आरोप, जाप ने फूंका स्वास्थ्य मंत्री का पुतला

पटना: राजधानी पटना के लगभग सभी मोहल्लों में अब डेंगू पांव पसार चुका है. हर रोज करीब 5000 से ज्यादा लोग डेंगू का टेस्ट करा रहे हैं. रविवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव (Health Minister Tejashwi Yadav) ने पटना के गांधी मैदान से 52 टेंपो फागिंग मशीन, 61 हैंड फागिंग मशीन, 375 एंटी लार्वा स्प्रे और स्वास्थ्य विभाग के 25 गाड़ियों को रवाना किया. कुल 513 गाड़ियों को उन्होंने हरी झंडी दिखाई. कार्यक्रम में मंच से संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि डेंगू के मामले सिंगापुर में भी काफी फैले हुए हैं. उनके पिताजी का इलाज सिंगापुर में चल रहा है इसलिए उन्हें पता है कि सिंगापुर भी डेंगू से जूझ रहा है. डेंगू की रोकथाम के लिए प्रदेश में सरकार हर संभव प्रयास कर रही है और युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है. इस मौके पर नगर विकास विभाग और पटना नगर निगम के तमाम अधिकारी गांधी मैदान में मौजूद रहे.

इसे भी पढ़ेंः डेंगू के डंक से दहशत में पटना: Hospital में बढ़ रही मरीजों की संख्या, बरतें सावधानी

देखें रिपोर्ट



कराई जाएगी फॉगिंग : स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डेंगू के खिलाफ एंटी लार्वा के फॉगिंग में केमिकल के मिश्रण का महत्व बहुत अधिक होता है. यदि केमिकल का मिश्रण सही नहीं हो तो यह फॉगिंग किसी काम का नहीं रहता. ऐसे में केमिकल का मिश्रण सही हो इसके लिए पटना नगर निगम क्षेत्र में दो डॉक्टरों के नेतृत्व में विभिन्न फॉगिंग गाड़ियों में केमिकल का मिश्रण किया जा रहा है. जो गाड़ी 1 वार्ड में 1 दिन घूमेगी वह फिर उसके तीसरे दिन वह गाड़ी उस वार्ड में घूमेगी और फागिंग करेगी. पटना बड़ा शहर है और सभी 75 वार्ड में व्यापक तौर पर फागिंग कराई जाएगी.

डेंगू के लिए अलग से वार्ड बनाए गए हैं : तेजस्वी यादव ने कहा कि डेंगू की बीमारी में इलाज से अधिक आराम की आवश्यकता होती है. बॉडी को रेस्ट मोड में रखना होता है और हाइड्रेटेड रखना पड़ता है. साफ सफाई का विशेष महत्व होता है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डेंगू के लिए अलग से वार्ड बनाए गए हैं और अस्पतालों में डेंगू के इलाज की अच्छी व्यवस्था की गई है. उन्होंने खुद इसका निरीक्षण भी किया है. नगर विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग मिलकर के मिशन मोड में डेंगू के खिलाफ अभियान में काम कर रहा है. डेंगू को लेकर लोगों को अधिक घबराने की आवश्यकता नहीं है.

  • आज गांधी मैदान, पटना से शहर में डेंगू से बचाव, रोकथाम व जागरूकता के लिए नगर निगम द्वारा सघन अभियान का शुभारंभ किया गया जिसमें छिड़काव एवं एंटी लार्वा सप्रे के लिए 100 बड़े वाहनों एवं 350 मोटरसाइकिलों सहित 513 टीमों को रवाना किया गया।। pic.twitter.com/OV7Q5uGpd4

    — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

साफ-सफाई पर होगा विशेष ध्यान : साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है खासकर पटना में गंगा घाटों पर साफ-सफाई को लेकर. डेंगू और घाटों की साफ-सफाई को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद नेतृत्व कर रहे हैं और समीक्षा कर रहे हैं. 2 वर्षों के बाद इस बार एक बार फिर से भव्य तरीके से छठ पर्व का आयोजन होगा. ऐसे में श्रद्धालुओं को छठ घाटों पर कोई असुविधा ना हो इसके लिए भी नगर विकास विभाग काम कर रहा है. श्रद्धालुओं के लिए घाटों पर अच्छी व्यवस्था हो इसके लिए सरकार काम कर रही है.

बढ़ रहा है प्रकोप: पटना में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. रोजाना करीब 150 नए मामले सामने आ रहे हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पूरे प्रदेश में जहां चार हजार के करीब डेंगू के मरीज हैं, वहीं पटना में इनकी संख्या 2600 से अधिक है. जैसे-जैसे डेंगू के मामले पटना में बढ़ रहे हैं (dengue case in Patna) अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. प्लेटलेट्स की संख्या घटने पर मरीज अस्पताल में एडमिट हो रहे हैं

25 फ़ीसदी संख्या डेंगू के मरीज : पटना के तमाम बड़े प्राइवेट अस्पतालों में भी डेंगू मरीजों के लिए मुश्किल से बेड उपलब्ध हो पा रहा है. पटना के निजी अस्पतालों में एडमिट मरीजों में लगभग 25 फीसदी संख्या डेंगू मरीजों की है. पटना के विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में लगभग डेढ़ सौ से अधिक डेंगू के मरीज (Dengue case in Patna ) एडमिट हैं. वही सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में भी लगभग 110 के करीब मरीजों का इलाज चल रहा है.

इसे भी पढ़ेंः बिहार में डेंगू मामले में लापरवाही बरतने का आरोप, जाप ने फूंका स्वास्थ्य मंत्री का पुतला

Last Updated : Oct 16, 2022, 4:42 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.