पटना: इस वक्त बिहार सरकार दो खतरनाक बीमारियों से लड़ रही है. एक तरफ कोरोना वायरस का खौफ है तो दूसरी तरफ चमकी बुखार दस्तक दे चुकी है. इसे लेकर बेहद गंभीर भी है और तमाम तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं. इन सबके बीच दूसरे राज्यों से आ रहे मजदूरों ने भी सरकार की परेशानियां बढ़ा दी है. इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की और जानकारियां दी.
प्रवासी मजदूरों ने बढ़ाई परेशानी
कोरोना वायरस के खौफ से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों से बिहार आ रहे हैं. मजदूरों का बिहार आना सरकार के लिए परेशानी का सबब बन गया है. एक लाख से ज्यादा मजदूर बिहार आ चुके हैं. 25 से 30 प्रवासी मजदूर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और आगे की स्क्रीनिंग जारी है.
सरकार पूरी तरह से तैयार
ईटीवी भारत से खास बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि सरकार के सामने कठिन चुनौती है. लेकिन, हम चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह तैयार है. बाहर से आ रहे मजदूरों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है और उन सभी को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन में ढील के चलते मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है.
SKMCH में विशेष व्यवस्था
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि आईसीएमआर के गाइडलाइन के हिसाब से हम लोग काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि चमकी बुखार को लेकर 8 महीने के अंदर विभाग ने बहुत सारे काम किए हैं. पीकू वार्ड बनकर पूरी तरह तैयार है इसके अलावा एसकेएमसीएच में विशेष प्रकार की व्यवस्था की गई है. स्वास्थ्य मंत्री ने उम्मीद जताई कि इस बार जानमाल की क्षति पिछले बार के मुकाबले कम होगी.