पटना: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने आज कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने संविदा पर कोरोनाकाल में नियोजित चिकित्साकर्मियों के मानदेय में बढ़ोतरी की है.
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कोरोना महामारी के बीच बड़ा फैसला
मंगल पांडेय ने मंगलवार को कहा कि संविदा पर कार्यरत 30 अलग-अलग पदों के चिकित्साकर्मियों के लिए नये दर पर मानदेय का पुनर्निधारण किया गया है. इसके अलावा चिकित्सा महाविद्यालयों के पीजी स्टूडेंट्स के मानदेय में भी बढ़ोतरी की गई है.
संविदा चिकित्साकर्मियों का बढ़ा मानदेय
उन्होंने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के योग्य एवं पर्याप्त संख्या में चिकित्सक शिक्षकों को आकर्षित करने तथा इनकी मान्यता बरकरार रखने के लिए चिकित्सक शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी की है. इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया गया है.
सीनियर रेजिडेंट को मिलेंगे 85 हजार
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रथम वर्ष के सीनियर रेजिडेंट/शिक्षक प्रथम वर्ष को अब 60 हजार की जगह 85 हजार, द्वितीय वर्ष को 65 हजार की जगह 90 हजार और तृतीय वर्ष को 70 हजार की जगह 95 हजार पुनरीक्षित मानदेय प्राप्त होगा.
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अन्य 30 पदों में प्रयोगशाला प्रावैद्यिकी, लैब टेक्नीशियन, शल्य कक्ष सहायक, बुनियादी स्वास्थ्य कार्यकर्ता, परिधापक, एक्स-रे मैकेनिक, वरीय रेडियो ग्राफर, ईसीजी टेक्नीसियन, ईएमजी टेक्नीसियन, एनसीभी टेक्नीसियन, होल्टर टेक्नीसियन, रेडियेथेरेपी टेक्नीसिय, डायलिसिस टेक्नीसियन, ईईजी टेक्नीसियन, इको टेक्नीसियन, दंत स्वास्थ्य विज्ञानी, कुर्सी साइड परिचारक, फोटोग्राफर, कलाकार, प्रोग्रामर, गोल्ड वर्क डेंटल मैकेनिक, जनसंपर्क अधिकारी, सहायक लाइब्रेरियन, लाइब्रेरियन, प्राचार्य के सचिव, स्वागती, एसी टेक्नीसियन, शारीरिक निदेशक, विद्युत सहायक एवं पुरूष कक्ष सेवक के मानदेय में बढ़ोतरी की गई है.