पटना: चमकी बुखार के बाद सबक ले चुके स्वास्थ्य विभाग ने मॉनसून को देखते हुए सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है. बरसात में होने वाली विभिन्न बीमारियों से निपटने के लिए विभाग ने कमर कस ली है. स्वास्थ्य विभाग ने बिहार के तमाम अस्पतालों को कई जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं.
बिहार में मानसून ने दस्तक दे दी है. इसी के साथ रिमझिम बारिश भी शुरू हो चुकी है. विभाग इस मौसम में होने वाली विभिन्न बीमारियों के प्रति काफी संवेदनशील दिख रहा है. बारिश के मौसम में तेजी से फैलने वाले जापानी बुखार, मलेरिया, डायरिया, डेंगू आदि से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार नजर आ रहा है.
अस्पतालों को जारी किए गए दिशा-निर्देश
बिहार के तमाम अस्पतालों को कई जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. वहीं जरूरी दवाइयां, केमिकल, जांच, डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति, लैब असिस्टेंट की नियुक्ति आदि पर अभी से ही मंथन करना शुरू कर दिया गया है. ऐसे में राजधानी पटना के पीएमसीएच, आईजीआईएमएस, एनएमसीएच अस्पतालों में भी वायरोलॉजी लैब को एक्टिव कर दिया गया है.
पीएमसीएच में त्वरित इलाज की व्यवस्था
पीएमसीएच की लैब में दो अतिरिक्त लैब टेक्नीशियन की भी प्रतिनियुक्ति कराई गई है. जरूरी केमिकल भी उपलब्ध करा दिए गए हैं ताकि बरसात के दिनों में होने वाले संक्रमण से संक्रमित होकर कोई भी मरीज जब पीएमसीएच आए तो उसका इलाज और जांच त्वरित रूप से हो सके. पीएमसीएच के वायरोलॉजी लैब के प्रभारी डॉ प्रोफेसर सच्चिदानंद प्रसाद ने बताया कि लैब को एक्टिव कर दिया गया है. 26 प्रकार की जांच की रिपोर्ट उसी दिन मरीज को दे दी जाएगी. वहीं, लखनऊ भेजी जाने वाली जांच रिपोर्ट की भी गति बढ़ाई जाएगी.