पटना: पटना में भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय विकास आयुक्त हस्तशिल्प की ओर से हस्तशिल्प सेवा केंद्र द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला (Workshop For Craftsmen In Patna) का आयोजन किया गया. बेलीरोड आरपीएस मोड़ स्थित निजी होटल में आयोजित कार्यशाला में शिल्पकारों को कई जानकारियां दी गईं. इस कार्यशाला का उद्धघाटन हस्तशिल्प के सहायक निदेशक मुकेश कुमार (Assistant Director Of Handicrafts Mukesh Kumar ) ने किया.
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इस मौके पर सहायक निदेशक मुकेश कुमार ने शिल्पकारों को विपणन की योयजनाओं व कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि, हस्तशिल्प के इच्छुक लोगों के लिए गांवों में चौपाल लगाकर प्रशिक्षण दिया जाता है. जमुई के चकाई में चौपाल लगाकर अनुसूचित जनजाति को हस्तशिल्प की प्रशिक्षण देकर जागरूक किया जाता है.
उन्होंने कहा कि, हस्तशिल्प को लेकर अधिक से अधिक लोगों को प्रशिक्षित कर जागरूक किया जा रहा है. पटना जोन में 55 हजार लोगों का पंजीकरण किया गया है और प्रशिक्षित लोगों को औजार प्रदान किया जा रहा है. अप्रैल में सासाराम, जमुई, बाकां समेत अन्य जिलों में चौपाल लगाकर हस्तशिल्प के लिए लोगों को जागरूक किया जायेगा.
सहायक निदेशक मुकेश कुमार ने कहा कि, शिल्पकारों को मार्केटिंग, डिजाइन व मूल्य निर्धारण विषय पर विस्तृत जानकारी दी जायेगी. सहायक निदेशक एसके वर्मा ने भी शिल्पकारों को विस्तृत जानकारी दी. वहीं सहायक निदेशक मुकेश कुमार ने शिल्पकारों को आगे आकर अपना योगदान देने की अपील की. सरकार की योजनाओं के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि, भारत सरकार की योजना बहुत ही प्रभावशाली है. गांव -गांव तक हस्तशिल्पी से जुड़े शिल्पकारों को बाजार में कैसे उचित मूल्य मिले और सुविधा हो इन सारी बातों पर ध्यान दिया जा रहा है. इसके लिए कई कदम भी उठाए जा रहे हैं.
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