पटनाः हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने महागठबंधन से किनारा कर लिया है. जिसके बाद पार्टी के से गठबंधन को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं. हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान इसे लेकर कहा कि पार्टी के कोर कमेटी ने निर्णय लिया है कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी जो निर्णय लेंगे वह सर्वमान्य होगा.
'30 अगस्त तक लिया जाएगा फैसला'
दानिश रिजवान ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष इस मामले में कह चुके हैं कि 30 अगस्त तक गठबंधन को लेकर कोई फैसला ले लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वैसे पार्टी के साथ हम लोग गठबंधन करने की कोशिश कर रहे हैं जिससे हमारे एजेंडे पर कोई फर्क नहीं पड़े. दानिश रिजवान ने कहा कि हम लोग जो दलितों गरीबों और अकलियत की लड़ाई लड़ रहे हैं उसे और मजबूत करना चाहते हैं.
'गरीबों को हक दिलाना एजेंडा'
हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमारी पार्टी किसी दूसरे पार्टी में विलय नहीं करेगी. यह घोषणा हमने पहले कर दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग हमारा एजेंडा नहीं है. हमारा एजेंडा सिर्फ दलित अकलियत और गरीबों को हक दिलाना है.
'कोआर्डिनेशन कमेटी की मांग'
दानिश रिजवान ने कहा कि महागठबंधन से अलग होना हमारी मजबूरी थी क्योंकि पार्टी के घटक दल के लोग कोआर्डिनेशन कमेटी की मांग को नहीं सुन रहे थे. जीतन राम मांझी दलितों का बड़ा चेहरा हैं और गठबंधन में उनकी बात नहीं सुनी गई. उन्होंने कहा कि इस बार जो हमारा गठबंधन होगा वह काफी मजबूत होगा.
हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि हमारी दलितों के हक की लड़ाई जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में भी दलित गरीब और अकलियत के हक को हम मुद्दा बनाएंगे.