पटनाः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाद राज्य के राजधानी पटना में भी प्रदूषण इन दिनों लगातार रिकॉर्ड तोड़ रहा है. पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 413 से ऊपर चला गया है. खतरे को भांपते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार की देर शाम तक अधिकारियों और मंत्रियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की.
इस मीटिंग पर विपक्ष ने सवाल खड़ा किया है. विपक्षी नेताओं का कहना है कि घटना घटने के बाद सीएम नीतीश जागते हैं. मुख्यमंत्री समीक्षा बैठक कर जनता को गुमराह करने की कोशिश करते हैं.
घटना घटने के बाद समीक्षा करते हैं सीएम - हम
हम के प्रदेश प्रवक्ता विजय यादव ने कहा कि बिहार, देश का पहला राज्य है जहां बड़ी घटना घटने के बाद सरकार की नींद खुलती है. इसके बाद सीएम समीक्षा बैठक करते हैं. विजय यादव ने सीएम से सवाल पूछते हुए कहा कि अब तक नीतीश कुमार के समीक्षा बैठक का क्या निष्कर्ष निकला है? इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है. चमकी बुखार, पटना में जल जमाव पर हुई समीक्षा बैठक का निष्कर्ष का पता नहीं लग पाया. विजय यादव ने कहा कि यदि दीपावली से पहले पटाखों पर बैन लगाया जाता तो शायद प्रदूषण नहीं बढ़ता. लेकिन जब घटना घट जाती है तब सीएम समीक्षा बैठक कर जनता को आई वाश किया जाता है.
'हर मोर्चे पर नीतीश सरकार फेल'
दूसरी तरफ, आरएलएसपी प्रवक्ता अभिषेक झा ने भी सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार हर मुद्दे पर विफल रहे हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर कानून व्यवस्था में भी नीतीश सरकार फेल रही है. प्रदूषण पर समीक्षा बैठक को लेकर आरएलएसपी प्रवक्ता ने कहा कि यह सिर्फ जनता को गुमराह करने के लिए है.
15 साल से पुरानी गाड़ी हुई बैन
बता दें कि दीपावली और छठ के बाद इन दिनों लगातार प्रदूषण में वृद्धि हो रही है. जिसको लेकर सीएम नीतीश ने अधिकारियों संग बैठक की थी. बैठक के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा था कि सीएम प्रदूषण को लेकर काफी चिंतित हैं. उन्होंने कहा था कि 5 नवंबर के बाद से पूरे बिहार में 15 साल से पुरानी गाड़ी नहीं चलेगी. उन्होंने बताया कि यह नियम सरकारी वाहनों पर भी लागू होगा.