पटना: वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी का सीएम नीतीश कुमार (Cm Nitish Kumar) को लिखे गये खत के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया है. मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) ने कहा है कि मुख्यमंत्री को खत लिखकर कोरोना को लेकर लिया गया विधायक फंड वापसी के लिए कहना उचित नहीं है. वहीं राजद (RJD) ने कहा कि मुकेश सहनी बिहार सरकार पर दबाव की राजनीति कर रहे हैं.
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हम प्रवक्ता विजय यादव ने कहा कि मुकेश सहनी ने जो पत्र लिखा है, वो ठीक नहीं है. क्योंकि इस महामारी के दौरान सीएम रिलीफ फंड में न जाने कितने लोगों ने पैसा दान किया है. अब ऐसे में सरकार द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर करने के लिए विधान परिषद और विधायकों का जब सरकार ने फंड लिया है. जिसे अब वापसा मांगना उचित नहीं है.
'वीआईपी अध्यक्ष मुकेश साहनी कहीं से गाइड हो रहे हैं. इसी की वजह से उन्होंने दबाव की राजनीति करने के लिए पत्र लिखा हैं' - विजय यादव, हम प्रवक्ता
सरकार में नहीं चल रही मुकेश सहनी की बात
वहीं इस मसले पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि एनडीए में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. कभी जीतन राम मांझी अपनी मांगों को लेकर सवाल खड़ा करते हैं. अब कभी मुकेश सहनी सरकार के कार्यों पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. विधायक फंड और विधान परिषदों का द्वारा लिए गए फंड को वापस किये जाने की मांग रहे हैं.
'सत्ताधारी दल के लोग ही इस तरह की बात कह रहे हैं. जिससे पता चलता है कि सरकार में इन लोगों की नहीं चल रही है. जिसकी वजह से इन लोगों की नाराजगी देखने को मिल रही है. अब साफ हो गया है कि यह लोग सत्ता में बैठकर मलाई खाने के लिए दबाव की राजनीति कर रहे हैं.' - मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता
फंड वापस करने की मांग
बता दें कि मुकेश सहनी ने खत लिखकर नीतीश कुमार से मांग की है कि वे विधायक फंड से लिया गया पैसा वापस कर दें. गौरतलब है कि नीतीश सरकार ने कोरोना से निपटने के नाम पर विधायकों और विधान पार्षदों के फंड से दो-दो करोड़ रूपये ले लिये हैं.