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पटनाः अंजुमन रजा-ए-मुस्तफा की ओर 15 गरीब जोड़ों के सामूहिक निकाह का आयोजन

अंजुमन मुस्तफा के सचिव मोहम्मद महताब आलम ने कहा कि इस संस्था का मकसद बेसहारों की डोली उठाने में मदद करना है.

सामुहिक विवाह का किया गया आयोजन
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Published : Nov 24, 2019, 8:21 PM IST

पटनाः राजधानी में अंजुमन रजा-ए-मुस्तफा की ओर से 15 जोड़ियों के सामूहिक निकाह का आयोजन किया गया. जिसमें 13 जोड़ियों की शादी हुई और 2 जोड़े किसी कारणवस नहीं पहुंच सके, जिसकी शादी दो दिन बाद होगी. खानकाह इमादिया मंगलतालब के सज्जादनसीर हजरत मिस्बा-हुल-हक इमादी के देख-रेख में यह निकाह सम्पन्न किया गया.

सामूहिक निकाह का आयोजन
अंजुमन रजा-ए-मुस्तफा की ओर से नून का चौराहा यतीमखाना परिसर में 15 जोड़े में से 13 जोड़े की सामूहिक विवाह संपन्न हुआ. जिसमें अंजुमन रजा-ए-मुस्तफा की ओर से सभी जोड़े को अपनी ओर से जरूरतमंद समान उपहार के रूप में दी गई, जिससे वें विवाह होने के बाद अपना दाम्पत्य जीवन सही रूप से बीता सकें.

सामूहिक निकाह का आयोजन

13 जोड़ियों की हुई शादी
अंजुमन मुस्तफा के सचिव मोहम्मद महताब आलम ने कहा कि इस संस्था का मकसद बेसहारों की डोली उठाने में मदद करना है. अभी जितनी महंगाई बढ़ी है, उससे आम आदमी इसे वहन नहीं कर सकता. उसके लिये यह संस्था आगे बढ़कर अपनी खर्च पर सामूहिक विवाह कराता है. जिसकी सारी खर्च अंजुमन के सदस्यों की ओर से की जाती है.

पटनाः राजधानी में अंजुमन रजा-ए-मुस्तफा की ओर से 15 जोड़ियों के सामूहिक निकाह का आयोजन किया गया. जिसमें 13 जोड़ियों की शादी हुई और 2 जोड़े किसी कारणवस नहीं पहुंच सके, जिसकी शादी दो दिन बाद होगी. खानकाह इमादिया मंगलतालब के सज्जादनसीर हजरत मिस्बा-हुल-हक इमादी के देख-रेख में यह निकाह सम्पन्न किया गया.

सामूहिक निकाह का आयोजन
अंजुमन रजा-ए-मुस्तफा की ओर से नून का चौराहा यतीमखाना परिसर में 15 जोड़े में से 13 जोड़े की सामूहिक विवाह संपन्न हुआ. जिसमें अंजुमन रजा-ए-मुस्तफा की ओर से सभी जोड़े को अपनी ओर से जरूरतमंद समान उपहार के रूप में दी गई, जिससे वें विवाह होने के बाद अपना दाम्पत्य जीवन सही रूप से बीता सकें.

सामूहिक निकाह का आयोजन

13 जोड़ियों की हुई शादी
अंजुमन मुस्तफा के सचिव मोहम्मद महताब आलम ने कहा कि इस संस्था का मकसद बेसहारों की डोली उठाने में मदद करना है. अभी जितनी महंगाई बढ़ी है, उससे आम आदमी इसे वहन नहीं कर सकता. उसके लिये यह संस्था आगे बढ़कर अपनी खर्च पर सामूहिक विवाह कराता है. जिसकी सारी खर्च अंजुमन के सदस्यों की ओर से की जाती है.

Intro:अल्हा का लाख-लाख शुक्र है की हर साल दर्जनों वेसहारो को डोली उठाने और घर बसाने के लिये अंजुमन रजा ए मुस्तफा हमेसा तैयार और फिक्रमंद रहता है।गौरतलब है कि इसबार भी अंजुमन रज ए मुस्तफा की ओर से 15 जोड़ियों की सामूहिक विवाह (निकाह) का आयोजन किया गया जिसमें दो जोड़े किसी कारणवस नही पहुँचे जिसकी शादी दो दिन बाद होगी लेकिन आज 13 जोड़ियों की शादी खानकाह इमादिया मंगलतालब के सज्जादनसीर हजरत मिस्बाहुल हक इमादी के देख-रेख में निकाह सम्पन्न किया गया।Body:स्टोरी:-सामूहिक विवाह।
रिपोर्ट:-पटना सिटी से अरुण कुमार।
दिनांक:-24-11-019.
एंकर:-पटनासिटी,अंजुमन रजा ए मुस्तफा की ओर से नून का चौराहा यतीमखाना परिसर में 15 जोड़े में से 13 जोड़े की सामूहिक विवाह संपन्न हजरत मिस्बाहुल हक इमादी के देख-रेख में की गई।सभी जोड़े को बिना कोई जोर जबरदस्ती से नही बल्कि अपनी दोनों परिवारों की मर्जी से सामूहिक विवाह कराई गई जिसमें अंजुमन रजा ए मुस्तफा की ओर से सभी जोड़े को अपनी ओर से जरूरतमंद समान उपहार के रूप में दी गई,ताकि विवाह होने के बाद अपना दाम्पत्य जीवन सही रूप से बीता सके।अंजुमन मुस्तफा के सचिव मोहमद महताब आलम ने कहा कि इस संस्था का मकसद है वेसहारो को डोली उठाने में मदद करना अभी जितनी महंगाई है जो आमआदमी इसे वहन नही कर सकता उसके लिये यह संस्था आगे बढ़कर अपनी खर्च पर सामूहिक विवाह कराता है जिसकी सारी खर्च अंजुमन के सदस्यों द्वारा की जाती है वर और बधू सभी को उपहार मिलते है जरूरत की सामने भी दी जाती है।
बाईट(मोहमद महताब आलम-सचिब,अंजुमन रजा ए मुस्तफा)Conclusion: हर साल दर्जनों वेसहारो को डोली उठाने और घर बसाने के लिये अंजुमन रजा ए मुस्तफा हमेसा तैयार और फिक्रमंद रहता है।गौरतलब है कि इसबार भी अंजुमन रज ए मुस्तफा की ओर से 15 जोड़ियों की सामूहिक विवाह (निकाह) का आयोजन किया गया जिसमें दो जोड़े किसी कारणवस नही पहुँचे जिसकी शादी दो दिन बाद होगी लेकिन आज 13 जोड़ियों की शादी खानकाह इमादिया मंगलतालब के सज्जादनसीर हजरत मिस्बाहुल हक इमादी के देख-रेख में निकाह सम्पन्न किया गया।
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