पटना: बिहार के जाने-माने महान शिक्षाविद और जाकिर हुसैन संस्थान के संस्थापक डॉक्टर उत्तम सिंह की शुक्रवार देर रात इलाज के दौरान पटना के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई. उत्तम सिंह के निधन से राज्य के शिक्षाविदों में शोक की लहर है. प्रोफेसर डॉ. उत्तम सिंह कुछ दिनों पूर्व कोरोना से संक्रमित पाए गए थे. जिसके बाद उनका इलाज चल रहा था और उन्हें कुछ अन्य बीमारियां भी थी.
कई पुरस्कारों से सम्मानित
उत्तम सिंह मूल रूप से मुंगेर जिला के निवासी थे और राज्य में शिक्षा जगत के कई पुरस्कारों से पुरस्कृत हो चुके थे. उत्तम सिंह को बिहार के शिक्षा जगत में भीष्म पितामह का दर्जा हासिल है. बिहार में निजी संस्थानों के माध्यम से कंप्यूटर शिक्षा को लाने का श्रेय भी उत्तम सिंह को ही जाता है.
कंप्यूटर शिक्षा की शुरुआत
प्रोफेशनल कोर्स, वोकेशनल कोर्स और कंप्यूटर शिक्षा के क्षेत्र में उत्तम सिंह का बिहार में उत्कृष्ट योगदान रहा है. साल 1979 में जाकिर हुसैन संस्थान की उन्होंने शुरुआत की थी और प्रोफेशनल कोर्स की दिशा में विशेष काम किया. फिर 1990 के बाद के दशक में जब देश में कंप्यूटर शिक्षा ने दस्तक दी, तब उन्होंने अपने संस्थान में कंप्यूटर शिक्षा की शुरुआत की.
शिक्षा के क्षेत्र में किया उल्लेखनीय कार्य
उत्तम सिंह मूल ने राज्य में कंप्यूटर शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है. बिहार के हजारों छात्रों ने इनके संस्थान से कंप्यूटर शिक्षा में डिग्री और डिप्लोमा हासिल किया और आज के समय में देश-विदेश में अपने कार्यों से ऊंचा नाम किया हुआ है. मास मीडिया के शिक्षा के क्षेत्र में भी उत्तम सिंह का नाम काफी प्रतिष्ठा से लिया जाता है.
शिक्षा जगत में शोक की लहर
राज्य में सबसे पहले कहीं निजी संस्थानों में पत्रकारिता की पढ़ाई की शुरुआत हुई, तो इसकी शुरुआत करने वाले प्रोफेसर डॉ. उत्तम सिंह ही थे. जिन्होंने अपने संस्थान में मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई की शुरुआत की. उत्तम सिंह के निधन से राज्य के शिक्षा जगत में शोक की लहर देखी जा रही है और सभी मर्माहत हैं.