पटना: कोरोना वायरस के खिलाफ पूरे देश में लॉक डाउन है. इस बीच दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए मरकज जमात के कारण बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण फैला है. जांच रिपोर्ट से बड़ी संख्या में आ रहे पॉजिटिव मामलों के बाद दिल्ली सहित कई राज्यों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
जानकारी के मुताबिक बिहार से भी बड़ी संख्या में इस मरकज सम्मेलन में भाग लेने गए थे. लेकिन, अब तक उनकी सही जानकारी नहीं मिली है. जमात में बिहार से कितने लोग गए थे इसपर केंद्र का आंकड़ा अलग औैर बिहार सरकार के अधिकारियों के पास अलग जानकारी है. हालांकि, मामले की लगातार जांच जारी है.
मरकज पर बिहार सरकार का कन्फ्यूजन
राज्य सरकार और राज्यवासियों के लिए ये राहत की बात है कि पिछले 48 घंटों में एक भी कोरोना पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है. वहीं, विदेशों से आए ज्यादातर लोगों की जांच भी की जा चुकी है. अब तक आए 32 पॉजिटिव मामलों में कई ठीक भी हुए हैं. बाकी अन्य का इलाज जारी है. लेकिन, मरकज के लोगों को लेकर अभी भी सरकार की चिंता बनी हुई है.
सीएम ने दी थी जानकारी
प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने कहा था कि केंद्र सरकार की ओर से 112 मरकज के लोगों की सूची आई है. इसमें से 12 को ही ट्रेस किया जा सका है. कुछ लोगों के बिहार से बाहर होने की भी खबर है. 57 से अधिक लोगों को ट्रेस करने की कोशिश रही है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद केंद्र सरकार की ओर से कुछ और लोगों की सूची भी भेजी गई है. इनलोगों को खोजने के लिए सरकार ने एटीएस को भी लगाया और अब सरकार की ओर से मोबाइल नंबर से भी मदद ली जा रही है.
अलग-अलग जिलों से आ रही रिपोर्ट
मरकज में शामिल होने को लेकर अलग-अलग जिलों से भी कुछ रिपोर्ट आ रही है. मरकज के अलावा प्रदेश में 2 लाख के करीब अप्रवासी बिहार पहुंचे हैं, जिनकी जांच की जाएगी. डीजीपी और अन्य अधिकारियों के बयान से भी मरकज की स्थिति साफ नहीं हो रही है, यही लग रहा है कि कई लोग अभी भी छिपे हैं. इस पूरे मामले पर अब राजनीति शुरू हो गई है.
सरकार के मंत्री कर रहे बचाव
बिहार सरकार के मंत्री सरकार भी अब नीतीश कुमार के बचाव में उतर आए हैं. योजना विकास मंत्री महेश्वर हजारी का कहना है कि अधिकांश लोग दिल्ली में ही हैं, कुछ लोग बिहार में हैं तो उनकी खोज जारी हाै. वहीं, जदयू एमएलसी और पार्टी का मुस्लिम चेहरा गुलाम रसूल बलियावी भी नीतीश सरकार के मरकज मामले में बचाव कर रहे हैं. उनका कहना है कि आपदा के समय पूरा विश्व जानता है कि नीतीश कुमार से बेहतर कोई नहीं है. पहले नीतीश कुमार की बात मान ली गई होती तो आज यह स्थिति पैदा नहीं होती.
मरकज के लोगों का सही आंकड़ा अब तक नहीं हुआ जारी
बिहार में मरकज की तरफ से अभी तक किसी का स्टेटमेंट नहीं आया है. जानकार बताते हैं कि दिल्ली के बाद राजधानी पटना में मरकज का दूसरा सेंटर है. हालांकि, मरकज के नूरी मस्जिद में केंद्र के आदेश के बाद ताला लगा दिया गया है और लॉक डाउन के बाद से गतिविधियां भी ठप है. इसके बावजूद बिहार से कितनी संख्या में मरकज के लोग गए थे इसका सही आंकड़ा न तो बिहार सरकार दे सकी है और ना ही मरकज की तरफ से ही कोई आंकड़ा जारी किया गया है. ऐसे में आने वाले कुछ दिन मुश्किलों भरा हो सकते हैं. हालांकि, ये राहत की बात जरूर है कि मरकज में शामिल अब तक जितने लोग ट्रेस हुए हैं सभी की रिपोर्ट फिलहाल नेगेटिव है.