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कोरोना जांच में गड़बड़ी को लेकर सरकार ने दी सफाई, 2 प्रखंड छोड़कर कहीं भी गड़बड़ी नहीं - कोरोना जांच में गड़बड़ी को लेकर सरकार की सफाई

बिहार में कोरोना जांच में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद सियासत तेज हो गई है. वहीं, सरकार की ओर से सभी जिलों के प्रशासन से टेस्ट में गड़बड़ी की जांच कराने के निर्देश दिए हैं.

प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग
प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग
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Published : Feb 13, 2021, 8:17 PM IST

पटना: बिहार में कोरोना जांच में गड़बड़ी को लेकर सियासी संग्राम जारी है. राजद की ओर से जांच के नाम पर गड़बड़ी का आरोप लगाया गया. जिसपर सीएम नीतीश कुमार ने पहले सफाई दी और फिर स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी स्पष्टीकरण दिया गया. स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि 10 जिलों में रेंडम जांच के बाद दो प्रखंड में ही गड़बड़ी मिली है.

ये भी पढ़ें - राजद ने कोरोना जांच पर सवाल उठाया तो जदयू ने कहा- गड़बड़ा गया तेजस्वी का दिमागी संतुलन

बिहार में कोरोना जांच पर सवाल
बिहार में कोरोना जांच पर सवाल खड़े हो रहे हैं. विपक्ष की ओर से गंभीर आरोप लगाए गए हैं और कहा गया है कि जांच में गड़बड़ी हुई है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के लिए 10 कमेटी का गठन किया. जांच के बाद सिर्फ दो प्रखंड में ही गड़बड़ी पाई गई. स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत में तमाम अधिकारियों के साथ सूचना भवन में संवाददाता सम्मेलन कर स्थिति को स्पष्ट किया.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'सिकंदरा और बरहट को छोड़कर कहीं भी गड़बड़ी नहीं पाई गई है 26 जिलों के जिलाधिकारी को जांच के लिए कहा गया है. सरकार के स्तर पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. वहीं, अररिया फारबिसगंज के स्वास्थ्य अधिकारियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस भेजा गया है'.-प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग

स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका है महत्वपूर्ण
प्रत्यय अमृत ने कहा कि संकटकाल में स्वास्थ्य कर्मियों ने जान पर खेलकर ड्यूटी की और उनकी भूमिका को कमतर नहीं आंका जा सकता है. कुछ जगह गड़बड़ी हुई है तो कार्रवाई भी की जा रही है. उन्होंने कहा कि जमुई के जिला प्रतिरक्षण अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इसके अलावा अररिया और फारबिसगंज में भी कुछ गड़बड़ी पाई गई है. वहां के सिविल सर्जन और चिकित्सा अधिकारी समेत कई अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है.

ये भी पढ़ें- कोरोना वैक्सीन गड़बड़ी मामले में पहली कार्रवाई, जमुई के सिविल सर्जन सस्पेंड

अब तक 10 लोग सस्पेंड
बता दें कि कोरोना जांच में गड़बड़ी करने के आरोप में अब तक 10 लोगों को सस्पेंड किया जा चुका है. जिसमें 7 लोगों को शुक्रवार को सस्पेंड किया गया. आज जिन तीन लोगों को सस्पेंड किया गया, उनमें डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर भी शामिल हैं. सरकार ने कोरोना जांच में फर्जीवाड़ा मामले में सभी जिलों के प्रशासन से टेस्ट में गड़बड़ी की जांच कराने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा जांच के लिए स्वास्थ विभाग की 12 टीमों का भी गठन किया गया है.

पटना: बिहार में कोरोना जांच में गड़बड़ी को लेकर सियासी संग्राम जारी है. राजद की ओर से जांच के नाम पर गड़बड़ी का आरोप लगाया गया. जिसपर सीएम नीतीश कुमार ने पहले सफाई दी और फिर स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी स्पष्टीकरण दिया गया. स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि 10 जिलों में रेंडम जांच के बाद दो प्रखंड में ही गड़बड़ी मिली है.

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बिहार में कोरोना जांच पर सवाल
बिहार में कोरोना जांच पर सवाल खड़े हो रहे हैं. विपक्ष की ओर से गंभीर आरोप लगाए गए हैं और कहा गया है कि जांच में गड़बड़ी हुई है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के लिए 10 कमेटी का गठन किया. जांच के बाद सिर्फ दो प्रखंड में ही गड़बड़ी पाई गई. स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत में तमाम अधिकारियों के साथ सूचना भवन में संवाददाता सम्मेलन कर स्थिति को स्पष्ट किया.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'सिकंदरा और बरहट को छोड़कर कहीं भी गड़बड़ी नहीं पाई गई है 26 जिलों के जिलाधिकारी को जांच के लिए कहा गया है. सरकार के स्तर पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. वहीं, अररिया फारबिसगंज के स्वास्थ्य अधिकारियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस भेजा गया है'.-प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग

स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका है महत्वपूर्ण
प्रत्यय अमृत ने कहा कि संकटकाल में स्वास्थ्य कर्मियों ने जान पर खेलकर ड्यूटी की और उनकी भूमिका को कमतर नहीं आंका जा सकता है. कुछ जगह गड़बड़ी हुई है तो कार्रवाई भी की जा रही है. उन्होंने कहा कि जमुई के जिला प्रतिरक्षण अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इसके अलावा अररिया और फारबिसगंज में भी कुछ गड़बड़ी पाई गई है. वहां के सिविल सर्जन और चिकित्सा अधिकारी समेत कई अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है.

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अब तक 10 लोग सस्पेंड
बता दें कि कोरोना जांच में गड़बड़ी करने के आरोप में अब तक 10 लोगों को सस्पेंड किया जा चुका है. जिसमें 7 लोगों को शुक्रवार को सस्पेंड किया गया. आज जिन तीन लोगों को सस्पेंड किया गया, उनमें डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर भी शामिल हैं. सरकार ने कोरोना जांच में फर्जीवाड़ा मामले में सभी जिलों के प्रशासन से टेस्ट में गड़बड़ी की जांच कराने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा जांच के लिए स्वास्थ विभाग की 12 टीमों का भी गठन किया गया है.

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