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Drainage System in Patna: 'इस बार मानसून में नहीं डूबेगा पटना', बोले नगर आयुक्त- नाला उड़ाही की स्थिति बेहतर - Patna Municipal Corporation

बिहार में मानसून को लेकर पटना नगर निगम पुख्ता इंतजाम करने में लगा है. जगह-जगह पर नाला उड़ाही और सफाई का काम चल रहा है. निगम का कहना है कि शहर के छोटे नालों की लगभग 92 फीसदी सफाई हो गई है. जिस वजह से इस साल बरसात में कोई दिक्कत नहीं आएगी. आगे पढ़ें पूरी खबर...

पटना में मानसून
पटना में मानसून
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Published : May 11, 2023, 7:50 AM IST

पटना में मानसून की तौयारी

पटना: हर साल बारिश के कारण राजधानी में जलजमाव की समस्या सामने आती है लेकिन इस बार पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) मानसून से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. निगम कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान नगर आयुक्त अनिमेष पाराशर ने बताया कि इस बार समय से पहले नाला उड़ाही और सफाई का कार्य शुरू किया गया. उन्होंने कहा कि वह यह ऑन रिकॉर्ड कहेंगे कि जिस प्रकार कोलंबस ने अमेरिका की खोज की थी, उसी प्रकार निगम की टीम ने इस बार कई ऐसे नालों की खोज करके उड़ाही की है, जिनका 10 वर्ष या उससे अधिक समय से सफाई नहीं हुई थी.

पढ़ें-Rain In Patna: राजधानी में आधे घंटे की बारिश में सड़कें लबालब.. पटना नगर निगम की खुली पोल

बड़े नालों की पूरी हुई उड़ाही: नगर आयुक्त अनिमेष पाराशर ने बताया कि जो भी बड़े नाले हैं उनकी शत-प्रतिशत उड़ाही हो गई है. सिर्फ एक बाईपास नाला बचा हुआ है और उसका भी 15 मई तक पूरी तरह से उड़ाही करा लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि बाईपास में मेट्रो का कार्य चल रहा है इस वजह से उड़ाही कार्य में थोड़ी देरी हुई है. नगर आयुक्त ने बताया कि जहां तक छोटे नाले की बात है तो इनकी उड़ाही और सफाई लगभग 92 फीसदी हो गई है और जल्द ही इसे भी पूरी तरह से साफ कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसके अलावा समय-समय पर लगातार नालों की उड़ाई और सफाई मानसून तक चलती रहेगी.

ड्रेनेज के पुराने चैनलों की सफाई: नगर आयुक्त ने बताया कि इस बार कई ऐसे नाले मिले हैं जिनकी वर्षों से सफाई नहीं हुई थी. ड्रेनेज के नए चैनल की तो सफाई हुई है लेकिन कुछ पुराने चैनल जो मिले हैं उनकी भी सफाई हुई है. विपरीत परिस्थितियों में नगर निगम के कर्मियों ने जिस प्रकार साफ सफाई का काम किया है उसके लिए वह साधुवाद के पात्र हैं. कई जगह मेट्रो का कार्य चल रहा है तो कई जगह नमामि गंगे ड्रेनेज सिस्टम का, इन कार्यों की वजह से जहां कहीं भी ड्रेनेज सिस्टम डैमेज हो रहा है तो इंटरनल लेवल पर विभागीय बातचीत कर उसे समय रहते दुरुस्त भी किया जा रहा है.

"जो डाउन इलाके हैं जहां पर हल्की बारिश के बाद जलजमाव की स्थिति हो जाती है उस जगह पर जलजमाव की स्थिति ना हो इसके लिए ड्रेनेज पंपिंग सेट की व्यवस्था की जा रही है ताकि पानी को पंप करके नाला में डाला जा सके और जलजमाव की समस्या ना हो."- अनिमेष पाराशर, नगर आयुक्त

पटना में ड्रेनेज पंपिंग सेट की व्यवस्था: नगर आयुक्त अनिमेष पाराशर ने बताया कि मानसून की तैयारी के पहले अभी कुछ दिनों पूर्व बारिश हो गई जिसके कारण शहर में कई जगह हल्के जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हुई, लेकिन वह पटना वासियों से कहना चाहेंगे कि 15 मई से 20 मई तक इन सभी निचले इलाकों में टेम्परेरी तौर पर ड्रेनेज पंपिंग सेट लग जाएगा. बरसात होने पर पंपिंग सेट के माध्यम से पानी को ड्रेनेज लाइन में डाल दिया जाएगा. इस बार पटना नगर निगम जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और इस बात को लेकर वह अस्वस्थ है कि इस बार मानसून के समय जलजमाव की स्थिति पटना में नहीं होगी.

पटना में मानसून की तौयारी

पटना: हर साल बारिश के कारण राजधानी में जलजमाव की समस्या सामने आती है लेकिन इस बार पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) मानसून से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. निगम कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान नगर आयुक्त अनिमेष पाराशर ने बताया कि इस बार समय से पहले नाला उड़ाही और सफाई का कार्य शुरू किया गया. उन्होंने कहा कि वह यह ऑन रिकॉर्ड कहेंगे कि जिस प्रकार कोलंबस ने अमेरिका की खोज की थी, उसी प्रकार निगम की टीम ने इस बार कई ऐसे नालों की खोज करके उड़ाही की है, जिनका 10 वर्ष या उससे अधिक समय से सफाई नहीं हुई थी.

पढ़ें-Rain In Patna: राजधानी में आधे घंटे की बारिश में सड़कें लबालब.. पटना नगर निगम की खुली पोल

बड़े नालों की पूरी हुई उड़ाही: नगर आयुक्त अनिमेष पाराशर ने बताया कि जो भी बड़े नाले हैं उनकी शत-प्रतिशत उड़ाही हो गई है. सिर्फ एक बाईपास नाला बचा हुआ है और उसका भी 15 मई तक पूरी तरह से उड़ाही करा लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि बाईपास में मेट्रो का कार्य चल रहा है इस वजह से उड़ाही कार्य में थोड़ी देरी हुई है. नगर आयुक्त ने बताया कि जहां तक छोटे नाले की बात है तो इनकी उड़ाही और सफाई लगभग 92 फीसदी हो गई है और जल्द ही इसे भी पूरी तरह से साफ कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसके अलावा समय-समय पर लगातार नालों की उड़ाई और सफाई मानसून तक चलती रहेगी.

ड्रेनेज के पुराने चैनलों की सफाई: नगर आयुक्त ने बताया कि इस बार कई ऐसे नाले मिले हैं जिनकी वर्षों से सफाई नहीं हुई थी. ड्रेनेज के नए चैनल की तो सफाई हुई है लेकिन कुछ पुराने चैनल जो मिले हैं उनकी भी सफाई हुई है. विपरीत परिस्थितियों में नगर निगम के कर्मियों ने जिस प्रकार साफ सफाई का काम किया है उसके लिए वह साधुवाद के पात्र हैं. कई जगह मेट्रो का कार्य चल रहा है तो कई जगह नमामि गंगे ड्रेनेज सिस्टम का, इन कार्यों की वजह से जहां कहीं भी ड्रेनेज सिस्टम डैमेज हो रहा है तो इंटरनल लेवल पर विभागीय बातचीत कर उसे समय रहते दुरुस्त भी किया जा रहा है.

"जो डाउन इलाके हैं जहां पर हल्की बारिश के बाद जलजमाव की स्थिति हो जाती है उस जगह पर जलजमाव की स्थिति ना हो इसके लिए ड्रेनेज पंपिंग सेट की व्यवस्था की जा रही है ताकि पानी को पंप करके नाला में डाला जा सके और जलजमाव की समस्या ना हो."- अनिमेष पाराशर, नगर आयुक्त

पटना में ड्रेनेज पंपिंग सेट की व्यवस्था: नगर आयुक्त अनिमेष पाराशर ने बताया कि मानसून की तैयारी के पहले अभी कुछ दिनों पूर्व बारिश हो गई जिसके कारण शहर में कई जगह हल्के जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हुई, लेकिन वह पटना वासियों से कहना चाहेंगे कि 15 मई से 20 मई तक इन सभी निचले इलाकों में टेम्परेरी तौर पर ड्रेनेज पंपिंग सेट लग जाएगा. बरसात होने पर पंपिंग सेट के माध्यम से पानी को ड्रेनेज लाइन में डाल दिया जाएगा. इस बार पटना नगर निगम जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और इस बात को लेकर वह अस्वस्थ है कि इस बार मानसून के समय जलजमाव की स्थिति पटना में नहीं होगी.

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