ETV Bharat / state

पटना पुलिस पर छात्राओं को नहीं है भरोसा, DGP शिकायत पेटी में नहीं डाला एक भी कंप्लेन्ट - girls safety in womens college in patna news

डीजीपी शिकायत पेटी को पटना के महिला कॉलेजों में लगाया गया है. लेकिन इसमें कोई कंप्लेन लेटर नहीं है. कंप्लेन लेटर नहीं डालने का कारण कॉलेज की छात्राओं ने बताया कि उसे पुलिस पर भरोसा नहीं है.

शिकायत पेटी के साथ कॉलेज की छात्रा
author img

By

Published : Aug 1, 2019, 7:03 PM IST

Updated : Aug 1, 2019, 7:42 PM IST

पटना: राजधानी में महिलाओं को सुरक्षा देने के नाम पर बड़े तामझाम के साथ जिले के 6 महिला कॉलेजों में डीजीपी ने शिकायत पेटी लगवाया. यह शिकायत पेटी बीते 4 जून 2019 को लगाया गया था. लेकिन इतने दिनों बाद भी इसमें एक भी शिकायत पत्र नहीं दिख रहा है.

Patna news
डीजीपी शिकायत पेटी
पुलिस पर नहीं है भरोसा शिकायत पेटी में कंप्लेन नहीं होने पर कॉलेज की छात्राओं ने बताया कि लड़कियां कंप्लेन लेटर इसलिए नहीं डालती क्योंकि उसे पुलिस पर भरोसा नहीं है. कंप्लेन लेटर में मोबाइल नंबर भी डालना पड़ता है. इससे छात्राओं को लगता है कि कंप्लेन करने पर उसके घर वालों को भी पता चल जायेगा. उसका कॉलेज आना बंद करवा दिया जायेगा. इसी वजह से शिकायत पेटी में कंप्लेन लेटर नहीं डाले जा रहे हैं.
शिकायत पेटी के बारे में जानकारी देती छात्राएं
डीजीपी शिकायत पेटी मे शिकायत नहीं करने के हैं कई कारण:
  • कंप्लेन लेटर में मोबाइल नंबर भी दर्ज करवानी पड़ती है. साथ ही पूरा पता भी लिखना होता है. इसी कारण से लड़कियां कंप्लेन करने से हिचकती हैं.
  • छात्राओं को डर है कि इसकी शिकायत अभिभावकों को होगी तो शायद कॉलेज जाना बंद करा दें.
  • कंप्लेन नहीं करने का एक कारण यह भी है कि लड़कियों में जागरूकता की कमी है.
  • पुलिस की कम सक्रिय रहने के कारण लड़िकयों को पुलिस पर भरोसा नहीं है. इसी कारण से भी कंप्लेन लेटर नहीं डाले जाते हैं.
    Patna news
    शिकायत पेटी के साथ कॉलेज की छात्राएं

कैसे होती है कार्रवाई
महिला कॉलेजों में लगे डीजीपी शिकायत पेटी में आए कंप्लेन पर कार्रवाई महिला थाना अध्यक्ष के द्वारा कॉलेजों में ही की जाती है. कार्रवाई के दौरान उनके साथ एक पुलिस ऑफिसर भी होते हैं. शिकायत पेटी में जमा सभी कंप्लेंट को पुलिस द्वारा रजिस्टर किया जाता है. फिर उस मामले पर कार्रवाई की जाती है.

सिविल ड्रेस में सुरक्षा देने की अपील

वहीं, इस मामले पर मगध महिला कॉलेज की प्राचार्य डॉ. शशि रानी ने बताया कि पुलिस के कम सक्रिय होने के कारण लड़कियों को उनके उपर भरोसा नहीं है. साथ ही लड़कियों के बीच जागरूकता की भी कमी है. उन्होंने पुलिस से लड़कियों को सिविल ड्रेस में सुरक्षा देने की अपील की. प्राचार्य ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अभी के समय में राह चलती लड़कियों के साथ ही नहीं ऑटो से आने-जाने वाली लड़कियों के साथ भी छेड़छाड़ की घटना ज्यादा बढ़ गयी हैं. ऐसा करने वाले अधिकतर 40 साल उम्र के या उससे ज्यादा उम्र के लोग होते हैं. इस कारण से लड़कियां विरोध भी नहीं करती क्योंकि आस-पास के लोग उनके उम्र को देखकर उसके सपोर्ट में आ जाते है. उलटे लड़कियों के ऊपर ही आरोप लगा दिया जाता है.

पटना: राजधानी में महिलाओं को सुरक्षा देने के नाम पर बड़े तामझाम के साथ जिले के 6 महिला कॉलेजों में डीजीपी ने शिकायत पेटी लगवाया. यह शिकायत पेटी बीते 4 जून 2019 को लगाया गया था. लेकिन इतने दिनों बाद भी इसमें एक भी शिकायत पत्र नहीं दिख रहा है.

Patna news
डीजीपी शिकायत पेटी
पुलिस पर नहीं है भरोसा शिकायत पेटी में कंप्लेन नहीं होने पर कॉलेज की छात्राओं ने बताया कि लड़कियां कंप्लेन लेटर इसलिए नहीं डालती क्योंकि उसे पुलिस पर भरोसा नहीं है. कंप्लेन लेटर में मोबाइल नंबर भी डालना पड़ता है. इससे छात्राओं को लगता है कि कंप्लेन करने पर उसके घर वालों को भी पता चल जायेगा. उसका कॉलेज आना बंद करवा दिया जायेगा. इसी वजह से शिकायत पेटी में कंप्लेन लेटर नहीं डाले जा रहे हैं.
शिकायत पेटी के बारे में जानकारी देती छात्राएं
डीजीपी शिकायत पेटी मे शिकायत नहीं करने के हैं कई कारण:
  • कंप्लेन लेटर में मोबाइल नंबर भी दर्ज करवानी पड़ती है. साथ ही पूरा पता भी लिखना होता है. इसी कारण से लड़कियां कंप्लेन करने से हिचकती हैं.
  • छात्राओं को डर है कि इसकी शिकायत अभिभावकों को होगी तो शायद कॉलेज जाना बंद करा दें.
  • कंप्लेन नहीं करने का एक कारण यह भी है कि लड़कियों में जागरूकता की कमी है.
  • पुलिस की कम सक्रिय रहने के कारण लड़िकयों को पुलिस पर भरोसा नहीं है. इसी कारण से भी कंप्लेन लेटर नहीं डाले जाते हैं.
    Patna news
    शिकायत पेटी के साथ कॉलेज की छात्राएं

कैसे होती है कार्रवाई
महिला कॉलेजों में लगे डीजीपी शिकायत पेटी में आए कंप्लेन पर कार्रवाई महिला थाना अध्यक्ष के द्वारा कॉलेजों में ही की जाती है. कार्रवाई के दौरान उनके साथ एक पुलिस ऑफिसर भी होते हैं. शिकायत पेटी में जमा सभी कंप्लेंट को पुलिस द्वारा रजिस्टर किया जाता है. फिर उस मामले पर कार्रवाई की जाती है.

सिविल ड्रेस में सुरक्षा देने की अपील

वहीं, इस मामले पर मगध महिला कॉलेज की प्राचार्य डॉ. शशि रानी ने बताया कि पुलिस के कम सक्रिय होने के कारण लड़कियों को उनके उपर भरोसा नहीं है. साथ ही लड़कियों के बीच जागरूकता की भी कमी है. उन्होंने पुलिस से लड़कियों को सिविल ड्रेस में सुरक्षा देने की अपील की. प्राचार्य ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अभी के समय में राह चलती लड़कियों के साथ ही नहीं ऑटो से आने-जाने वाली लड़कियों के साथ भी छेड़छाड़ की घटना ज्यादा बढ़ गयी हैं. ऐसा करने वाले अधिकतर 40 साल उम्र के या उससे ज्यादा उम्र के लोग होते हैं. इस कारण से लड़कियां विरोध भी नहीं करती क्योंकि आस-पास के लोग उनके उम्र को देखकर उसके सपोर्ट में आ जाते है. उलटे लड़कियों के ऊपर ही आरोप लगा दिया जाता है.

Intro:spl

पटना पुलिस पर छात्राओं को नहीं है भरोसा
राजधानी के 6 महिला कॉलेज में लगे डीजीपी शिकायत पेटी में नहीं दिख रही है छात्राओं की कोई रुचि
एक रिपोर्ट....


Body:बड़े तामझाम के साथ महिलाओं को सुरक्षा देने के नाम पर राजधानी के 6 महिला कॉलेजों में डीजीपी ने शिकायत पेटी लगवाई थी, शिकायत पेटी बिते 4 जून 2019 को लगाया गया था
बीते 2 महीना बाद डीजीपी शिकायत पेटी में एक भी शिकायत पत्र नहीं दिख रही है, या यूं कहे तो पटना पुलिस पर छात्राओं को भरोसा नहीं है, यह हम नहीं कह रहे बल्कि उन छात्राओ की खुद की जुबानी सुने..
महिला कॉलेज में लगे डीजीपी शिकायत पेटी के बने ब्यवस्था के अंतर्गत महिला थाना अध्यक्ष कॉलेजों में जाती हैं, जिनके साथ एक ऑफिसर भी होते हैं और सभी कंप्लेंट बॉक्स को खोल कर उन सारे कंप्लेंट को लोग रजिस्टर करते हैं और उस पर जो भी कार्यवाही होती है वह एक रजिस्टर की व्यवस्था के तहत है रिपोर्ट कितने कंप्लेन कॉलेजेस रिसीव किए हैं उस सारे कंप्लेंट को सिटी एसपी के माध्यम से डीजीपी तक पहुंचती हैं और एसएसपी के द्वारा पुलिस मुख्यालय को इसकी सूचना देकर कार्रवाई की जाती है,
लेकिन वर्तमान हालात यह हैं कि कोई भी छात्रा डीजीपी बॉक्स में अपनी शिकायत नहीं डाल रही है, इसका सबसे बड़ा कारण है कि लड़कियों में पुलिस पर भरोसा नहीं है, दहशत है छात्राओं का मानना है कि हम अपनी बदनामी नहीं करा सकते हैं, मुझे पुलिस पर कतई भरोसा नहीं है, क्योंकि उस पूरे आवेदन में मोबाइल नंबर भी लिखना पड़ रहा है और कई लड़कियां मोबाइल नंबर नहीं डालना चाह रही है, शायद उन्हें ऐसा लग रहा है कि हमारे शिकायत पेटी में शिकायत करने के बाद यह जानकारी हमारी अभिभावकों को हो जाएगी और अभिभावकों को हो जाने पर मुझे कॉलेज तक भी छोड़ना पड़ सकता है, ऐसे कई मामले हैं जिसको लेकर छात्राओं में दहशत है



Conclusion:राजधानी में लगातार महिलाओं के साथ छेड़खानी एवं बदसलूकी की घटनाएं सामने आ रही है कल भी एक छात्रा के साथ ऑटो रिक्शा में छेड़खानी का मामला प्रकाश में आया है जिसकी शिकायत मगध महिला कॉलेज के प्रिंसिपल ने एसएसपी को फोन कर बताया है मगध महिला कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ शशि ने बताया कि छात्राओं में अभी जागरूकता करने की जरूरत है छात्राओं में जागरूक के अलावा पुलिस को भी सक्रियता बरतनी चाहिए सिविल ड्रेस में पुलिस की हाजत करें तभी महिलाओं और छात्राओं को पुलिस पर भरोसा हो सकता है

डीजीपी शिकायत पेटी मे शिकायत नहीं करने के कई कारण है
# पत्र मे मोबाइल नं के साथ शिकायत दर्ज करानी है,अपने पुरे पता के साथ
#छात्राओं को डर है कि इसकी शिकायत अभीभावको को होगी तो शायद कॉलेज जाना बंद करा देंगे
# जागरूकता की कमी
#पुलिस की सक्रिय भुमिका की कमी
#पुलिस के प्रति छात्राओ मे विश्वास की है कमी


बाईट:--आऐशा
बाईट:-छात्रा
बाईट-छात्रा
बाईट-छात्रा
नोट:-सभी छात्रा मगध महिला कॉलेज,पटना
बाईट:-डॉ शशि रानी
प्राचार्य, मगध महिला कॉलेज,पटना विश्वविद्यालय
Last Updated : Aug 1, 2019, 7:42 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.