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उत्तर भारत बनेगा मत्स्य निर्यात का हब: गिरिराज सिंह

मत्स्य क्षेत्र में 2014-15 से 2018-19 के दौरान 10.88 प्रतिशत की औसत वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है. मछली उत्पादन में 7.53 प्रतिशत औसत वार्षिक वृद्धि और निर्यात आय में 9.71 प्रतिशत औसत वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई.

गिरिराज सिंह
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Published : May 26, 2020, 9:21 PM IST

Updated : May 26, 2020, 11:08 PM IST

नई दिल्लीः केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना को सरकार 20 हजार करोड़ रुपये से शुरू करेगी. इस योजना से करीब 55 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.

'मत्स्य क्षेत्र में 50 हजार करोड़ रुपये का होगा निवेश'
मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम से 5 सालों में अतिरिक्त 70 लाख टन मछली का उत्पादन हो सकेगा. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में मत्स्य के क्षेत्र में 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगे. इसके अलावा राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब के नमकीन पानी में निर्यात करने वाली मछली के पालन को बढ़ावा दिया जाएगा. इन क्षेत्रों में 2.25 लाख हेक्टेयर में खारा पानी है, जहां तेलपिया, सिबास जैसी मछलियों के पालन को बढ़ावा दिया जाएगा.

बयान देते केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

'मत्स्य निर्यात प्रतिस्पर्धा में होगी वृद्धि'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब उत्तर भारत को मत्स्य निर्यात का हब बनाएंगे. उन्होंने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत मछली उत्पादन में वृद्धि और उत्पादकता, गुणवत्ता, स्थिरता, प्रौद्योगिकी, पोस्ट हार्वेस्ट के बुनियादी ढांचे, मानकों और मछली पालन, कैच टू कंज्यूमर सेक्टर, मछुआरों की कल्याण, मत्स्य निर्यात प्रतिस्पर्धा में वृद्धि की स्थापना के लिए मजबूती प्रदान की जाएगी.

ये भी पढ़ेंःWHO की रिपोर्ट पर बोले स्वास्थ्य मंत्री- बिहार में नियंत्रण में हालात, लेकिन मजदूर को नहीं रोक सकते

बता दें कि मत्स्य क्षेत्र में 2014-15 से 2018-19 के दौरान 10.88 प्रतिशत की औसत वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई थी, मछली उत्पादन में 7.53 प्रतिशत औसत वार्षिक वृद्धि और निर्यात आय में 9.71 प्रतिशत औसत वार्षिक वृद्धि दर्ज की.

नई दिल्लीः केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना को सरकार 20 हजार करोड़ रुपये से शुरू करेगी. इस योजना से करीब 55 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.

'मत्स्य क्षेत्र में 50 हजार करोड़ रुपये का होगा निवेश'
मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम से 5 सालों में अतिरिक्त 70 लाख टन मछली का उत्पादन हो सकेगा. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में मत्स्य के क्षेत्र में 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगे. इसके अलावा राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब के नमकीन पानी में निर्यात करने वाली मछली के पालन को बढ़ावा दिया जाएगा. इन क्षेत्रों में 2.25 लाख हेक्टेयर में खारा पानी है, जहां तेलपिया, सिबास जैसी मछलियों के पालन को बढ़ावा दिया जाएगा.

बयान देते केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

'मत्स्य निर्यात प्रतिस्पर्धा में होगी वृद्धि'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब उत्तर भारत को मत्स्य निर्यात का हब बनाएंगे. उन्होंने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत मछली उत्पादन में वृद्धि और उत्पादकता, गुणवत्ता, स्थिरता, प्रौद्योगिकी, पोस्ट हार्वेस्ट के बुनियादी ढांचे, मानकों और मछली पालन, कैच टू कंज्यूमर सेक्टर, मछुआरों की कल्याण, मत्स्य निर्यात प्रतिस्पर्धा में वृद्धि की स्थापना के लिए मजबूती प्रदान की जाएगी.

ये भी पढ़ेंःWHO की रिपोर्ट पर बोले स्वास्थ्य मंत्री- बिहार में नियंत्रण में हालात, लेकिन मजदूर को नहीं रोक सकते

बता दें कि मत्स्य क्षेत्र में 2014-15 से 2018-19 के दौरान 10.88 प्रतिशत की औसत वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई थी, मछली उत्पादन में 7.53 प्रतिशत औसत वार्षिक वृद्धि और निर्यात आय में 9.71 प्रतिशत औसत वार्षिक वृद्धि दर्ज की.

Last Updated : May 26, 2020, 11:08 PM IST
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