पटना: जेडीयू राज्य परिषद की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बीजेपी के किसी नेता का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोगों की आदत बेवजह बोलने की होती है. ऐसे नेताओं को यह नहीं पता होता कि चुनाव के वक्त उनके क्षेत्र में क्या हो रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि मेरे पीछे में तो बहुत अनाप-शनाप बोलते है, लेकिन जब निजी तौर पर मिलते हैं तो कहते हैं कि क्या करें मेरा यूएसपी ही यही हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने बयान में किसी भी नेता का नाम नहीं लिया, लेकिन केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह भड़क गए. गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि, महादेव की दया से जो मुझे सही लगता बोलता हूं, ना किसी के आगे बोलता ना पीछे बोलता हूं और जो बोलता हूं उसपे अडिग रहता हूं.
गिरिराज सिंह ने क्या कहा था
बता दें कि पिछले दिनों गिरिराज सिंह ने आर्टिकल 370, तीन तलाक और एनआरसी के मुद्दे पर नीतीश कुमार पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना भी साधा था. गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर लिखा था कि एनआरसी की बात देश के चश्मे से देखें, वोट के चश्मे से नहीं. बिहार में एनआरसी की मांग मैं नहीं, परिस्थितियां कर रही हैं. सीमावर्ती जिलों में जनसंख्या वृद्घि 'डेमोग्राफिक' बदलाव बहुत तेजी से हो रहा है. हमें दर्द है, क्योंकि 80 के दशक में बांग्लादेशियों को भगाने के लिए हमने लाठियां खाई थी.
'NRC पर भिन्न राय से तकलीफ होती है'
गिरिराज सिंह ने एक अन्य ट्वीट में लिखा था, बिहार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन पर मेरी कोई टिप्पणी नहीं है. अभी बिहार में तीन महीने पहले हमने मोदी जी के चेहरे पर 40 में से 39 सीटें जीती. अभी नीतीश जी बिहार में राजग की तरफ से मुख्यमंत्री हैं. बिहार के लोगों को कभी-कभी देश हित के मुद्दे धारा 370, तीन तलाक, एनआरसी पर भिन्न राय से तकलीफ होती है.
आखिर क्या कहा नीतीश ने, जिस पर भड़क गए गिरिराज
जेडीयू राज्य परिषद की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में बीजेपी के साथ गठबंधन में कोई परेशानी नहीं हैं, कोई अनाप-शनाप बोल रहा हैं तो बोलने दीजिए, नोटिस मत लीजिएगा. मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों आये बीजेपी नेताओं के बयान पर कहा कि एनडीए में गड़बड़ नहीं है. चुनाव के बाद बयानबाजी करनेवालों को देख लीजियेगा. नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ेंगे.