पटना: सिमुलतला आवासीय विद्यालय के तर्ज पर राज्य के प्रत्येक प्रमंडल में एक आवासीय विद्यालय की स्थापना का प्रस्ताव दिया गया, जिसे ध्वनि मत से पारित किया गया. दूसरे चरण में राज्य के सभी जिलों में इस तरह के विद्यालय खोलने के प्रस्ताव पर भी सैद्धांतिक सहमति दी गई. इस संबंध में संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी को ऐसे जिलों में से उपयुक्त स्थान की पहचान कर उन की भौगोलिक स्थिति, भवन, उपलब्ध जमीन की स्थिति का विवरण 20 जून तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है, ताकि उस पर उच्च स्तरीय निर्णय लिया जा सके.
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पांच सदस्यीय कमेटी का गठन: इसके लिए नए चयनित स्थानों के उपयुक्तता की जांच के लिए पांच सदस्य कमेटी का गठन किया गया है, जो बिहार शिक्षा परियोजना परिषद और एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट के सहयोग से इन प्रमंडल में आवासीय विद्यालय की स्थापना का स्थल चयन करेगी, पूरी कार्य योजना इस प्रकार बनाई जा रही है कि वर्ष 2024 में अप्रैल माह में छठे वर्ग में इन प्रमंडल में स्थापित विद्यालयों में नामांकन संभव किया जा सके.
माध्यमिक शिक्षा के निदेशक को निर्देश: इन विद्यालयों के बेहतर समन्वय तथा कार्य को तीव्र गति से संपादित करने के उद्देश्य से पटना में कैंप कार्यालय खोलने और अकादमिक विशेष कार्य पदाधिकारी के मनोनयन की भी स्वीकृति दी गई. शिक्षा विभाग के अंतर्गत निदेशक माध्यमिक शिक्षा को यह निर्देश दिया गया कि सोसाइटी के पटना में कैंप कार्यालय खोलने के लिए आवश्यक औपचारिकताएं शीघ्र पूरा करें. पटना कैंप कार्यालय के कार्यालय संचालन के लिए न्यूनतम कर्मियों का निर्धारण एवं उनकी प्रतिनियुक्ति भी त्वरित गति से करने का निर्देश दिया गया. साथ ही सोसाइटी के प्रशासनिक ढांचे को सुदृढ़ करने और पटना स्थित कार्यालय के मूर्त रूप होने के पश्चात अलग बैंक खाता के संबंध में भी प्रस्ताव अनुमोदित किया गया. इस विद्यालय के कार्यकारिणी समिति के संशोधन, सामान्य सभा की कार्यकारिणी समिति, विद्यालय प्रबंध समिति के भी सदस्यों का मनोनयन किया गया.
शिक्षकों की कमी दूर की जाएगी: विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा बताया गया कि वर्तमान में कुछ शिक्षकों की कमी है, जिसे शिक्षा मंत्री द्वारा तदर्थ शिक्षकों के चयन के आधार पर और डाइट आदि में कार्यरत व्याख्याता से प्रतिनियुक्ति के आधार पर भरने का निर्देश दिया. प्रो. चंद्रशेखर ने बताया कि इन विद्यालयों के संचालन के लिए अभी जितने भी विषय में शिक्षकों की कमी है, उन्हें तत्काल डायट में कार्यरत व्याख्याता की प्रतिनियुक्ति विद्यालय में कर उनकी सेवा ली जाए और बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से नियमित नियुक्ति हेतु आवश्यक कार्रवाई भी किया जाए. इसी प्रकार इन प्रस्तावित आवासीय विद्यालय के पद सृजन की समीक्षा हेतु भी 5 सदस्य कमेटी का गठन किया गया.
नामांकन प्रक्रिया में होगा बड़ा बदलाव: सामान्य सभा की बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि एनसीटीई द्वारा निर्धारित न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता वाले शिक्षकों के चयन हेतु विज्ञापन प्रकाशित किया जाए और उपलब्धता होने पर उच्चतम शैक्षणिक पृष्ठभूमि एवं सर्वोत्तम अनुभव वाले व्यक्तियों को चयन में प्राथमिकता दिया जाए. शिक्षकों के चयन में भी प्रारंभिक परीक्षा वस्तुनिष्ठ, मुख्य परीक्षा विषयनिष्ठ और ग्रुप डिस्कशन, डेमो क्लास और इंटरव्यू के आधार पर चयन करने का निश्चय किया गया. इसी प्रकार नामांकन प्रक्रिया में भी आमूलचूल बदलाव करने पर सैद्धांतिक सहमति बनी, जिसमें प्रारंभिक परीक्षा वस्तुनिष्ठ रूप में और मुख्य परीक्षा विषयनिष्ट रूप में लिए जाएंगे. साथ ही सिमुलतला सोसाइटी की सामान्य सभा द्वारा बच्चों की व्यक्तित्व परीक्षण का भी निर्णय लिया गया.
नेतरहाट विद्यालय का दौरा करने पर सहमति: सामान्य सभा के सभी सदस्यों में यह आम राय थी कि बिहार में पहले प्रमंडल स्तर पर तथा द्वितीय चरण में प्रत्येक जिला में सिमतुला एवं नेतरहाट की तर्ज पर मॉडल आवासीय विद्यालय बनाने की परियोजना पर काम की जा रही है, इसलिए यह आवश्यक है कि सभी सदस्य नेतरहाट विद्यालय का दौरा करें ताकि सभी की समझ एवं संकल्पना प्रस्तावित विद्यालय के लिए विकसित हो सके. इस पर अध्यक्ष द्वारा सहमति दी गई और जून के द्वितीय सप्ताह में नेतरहाट विद्यालय के दौरा करने पर सहमति बनाई गई.
हर 15 दिन पर समीक्षात्मक बैठक होगी: मंत्री शिक्षा विभाग द्वारा आयुक्त और जिला पदाधिकारी को यह निर्देश दिया गया कि सिमुलतला के निर्माणाधीन शैक्षणिक एवं आवासीय भवन की साप्ताहिक मॉनिटरिंग अपने स्तर से करें और प्रत्येक 15 दिन पर समीक्षात्मक बैठक विद्यालय परिसर में करें. जिला पदाधिकारी द्वारा बैठक में बताया गया कि विद्यालय के सभी कंप्यूटर को बदला जा रहा है. इंटरनेट की कनेक्टिविटी के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं. अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में विद्यालय की गर्मी की छुट्टियां चल रही है और बच्चों को अलग-अलग विषय के विशेषज्ञों एवं ख्याति प्राप्त प्रोफेसर के द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. सामान्य सभा की अगली बैठक आठ जुलाई को रखी गई है, जिसका एजेंडा बनाने का निर्देश दिया गया है.