पटना: केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) के अनुसार पटना जिले के गांधी घाट में गंगा नदी का जलस्तर (Water Level of Ganga) 24 सेंटीमीटर नीचे है, इसमें भी 13 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है. पटना जिले के हाथीदह में भी गंगा का जलस्तर 48 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 13 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है.
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मुंगेर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 89 सेंटीमीटर नीचे है, इसके जलस्तर में 12 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है. भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर है. कहल गांव में 85 सेंटीमीटर ऊपर है और साहिबगंज में 105 सेंटीमीटर ऊपर है. फरक्का में ही गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और सभी स्थानों पर जल स्तर में कमी होने की संभावना है.
वहीं, पटना जिले के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर 58 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 15 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. खगड़िया में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 104 सेंटीमीटर ऊपर है. मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 67 सेंटीमीटर ऊपर है.
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खगड़िया जिले के बलतारा में कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 162 सेंटीमीटर ऊपर है. कटिहार जिले के कुरसेला में कोसी नदी का जलस्तर 114 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके साथ कमला बलान और अधवारा नदी भी उफान पर है.
पटना के गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर खतरे का निशान 48.60 मीटर है, यहां 21 अगस्त को जलस्तर 48.72 मीटर, 22 अगस्त को जलस्तर 48.58 मीटर, 24 अगस्त को जलस्तर 48.36 रहा है. हाथीदह घाट पर खतरे का निशान 41.76 मीटर है. यहां 21 अगस्त को जलस्तर 42.52 मीटर, 22 अगस्त को जलस्तर 42.20 मीटर, 24 अगस्त को जलस्तर 42.21 मीटर रहा है. दीघा घाट पर खतरे का निशान 50.45 मीटर है, यहां 21 अगस्त को जलस्तर 49.84 मीटर, 22 अगस्त को जलस्तर 49.67 मीटर, 24 अगस्त को जलस्तर 49.44 मीटर रहा है.