पटना: बिहार में गंगा नदी के जलस्तर (Water Level of Ganga) में अब गिरावट देखी जा रही है. केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) के अनुसार पटना और उसके आसपास गंगा नदी का जलस्तर पिछले कुछ दिनों से घट रहा है. हालांकि उत्तर बिहार में गंगा और अन्य दूसरी नदियों में अभी भी उफान है, जिस वजह से फिलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही है.
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केंद्रीय जल आयोग के अनुसार पटना जिले के दीघा घाट में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 41 सेंटीमीटर नीचे है. इस के जलस्तर में भी 28 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है. वहीं पटना जिले के गांधी घाट में गंगा नदी का जलस्तर 24 सेंटीमीटर ऊपर है इसमें भी 24 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है.
पटना जिले के हाथीदह में भी गंगा का जलस्तर 106 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 37 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है. मुंगेर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 17 सेंटीमीटर ऊपर है इस के जलस्तर में 46 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है.
भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 92 सेंटीमीटर ऊपर है. कहल गांव में 140 सेंटीमीटर ऊपर है और साहिबगंज में 130 सेंटीमीटर ऊपर है. फरक्का में ही गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और सभी स्थानों पर जल स्तर में कमी होने की संभावना है.
मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 114 सेंटीमीटर ऊपर है. खगड़िया जिले के बलतारा में कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 142 सेंटीमीटर ऊपर है. कटिहार जिले के कुरसेला में कोसी नदी का जलस्तर 182 सेंटीमीटर ऊपर है.
वहीं, पटना जिले के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर 77 सेंटीमीटर नीचे है. खगड़िया में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 190 सेंटीमीटर ऊपर है. आपको बताएं कि शुक्रवार को दीघा घाट पर 50.04, गांधी घाट पर 48.80 और हाथीदह में 42.82 मीटर गंगा का जलस्तर खतरे के निशान पर रहा.
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