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पटना: लगातार बारिश से दियारा इलाके पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा, लोग कर रहे पलायन - बिहार में भारी बारिश

स्थानीय कह रहे हैं कि दवा से लेकर भोजन और सड़क तक कुछ भी व्यवस्था नहीं है. ऐसे में सरकार और प्रशासन, दोनों सुध नहीं ले रहा.

ganga diara floods
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Published : Sep 29, 2019, 6:38 PM IST

पटना: पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने गंगा को उफान पर ला दिया है. इसका सबसे ज्यादा नुकसान दियारा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है. जहां के कई गावों में बाढ़ का पानी घुस गया है. जिससे लोग क्षेत्र से पलायन कर रहे हैं. सैकड़ों लोग रोज जान जोखिम में डाल कर उफनती गंगा को नाव के सहारे पार करने के लिए मजबूर हैं.

बाढ़ की चपेट में दर्जनों गांव
गंगा के उफान के कारण ग्रामीण इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. एक तरफ जहां बारिश के कारण पूरी राजधानी पानी-पानी हो गई है. वहीं, ग्रामीण इलाकों में गंगा नदी का पानी घुस रहा है. दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं. साथ ही, लाखों की आबादी पानी में फंसी हुई हैं. ऐसे में सड़क संपर्क टूट जाने से बाढ़ पीड़ित रोज अपनी जान को जोखिम में डाल कर नाव की सवारी कर रहें हैं.

ganga diara floods
बाढ़ के खतरे के कारण पलायन कर रहे लोग

नावों की हो जाती है कमी
नाव की कमी होने की वजह से नाविक अपनी नावों पर ज्यादा से ज्यादा सवारी बैठाकर एक तरफ से दूसरी तरफ जा रहे हैं. ऐसे में लोग नाव पर साइकिल, मोटरसाइकिल, मवेशी, अनाज और अन्य सामानों को लादकर गंगा नदी पार कर रहे हैं. जिससे नाव पर ओवरलोड हो जा रहा है और उसके गंगा के तेज धार में पलटने की संभावना बनी रहती है. इसके बावजूद लोग जान जोखिम में डालकर गंगा नदी पार कर रहे हैं. फिलहाल प्रशासन की तरफ से नाव की कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है.

गंगा दियारा है बाढ़ की चपेट में

सरकार और प्रशासन नहीं ले रहा सुध
लोगों का कहना है कि गंगा की जो हालात है उसमें कब दियारा के लोग बाढ़ में बह जाए, यह कहा नहीं जा सकता. लोग यह भी कह रहे हैं कि दवा से लेकर भोजन और सड़क तक कुछ भी व्यवस्था नहीं है. सरकार और प्रशासन दोनों सुध नहीं ले रहा.

पटना: पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने गंगा को उफान पर ला दिया है. इसका सबसे ज्यादा नुकसान दियारा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है. जहां के कई गावों में बाढ़ का पानी घुस गया है. जिससे लोग क्षेत्र से पलायन कर रहे हैं. सैकड़ों लोग रोज जान जोखिम में डाल कर उफनती गंगा को नाव के सहारे पार करने के लिए मजबूर हैं.

बाढ़ की चपेट में दर्जनों गांव
गंगा के उफान के कारण ग्रामीण इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. एक तरफ जहां बारिश के कारण पूरी राजधानी पानी-पानी हो गई है. वहीं, ग्रामीण इलाकों में गंगा नदी का पानी घुस रहा है. दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं. साथ ही, लाखों की आबादी पानी में फंसी हुई हैं. ऐसे में सड़क संपर्क टूट जाने से बाढ़ पीड़ित रोज अपनी जान को जोखिम में डाल कर नाव की सवारी कर रहें हैं.

ganga diara floods
बाढ़ के खतरे के कारण पलायन कर रहे लोग

नावों की हो जाती है कमी
नाव की कमी होने की वजह से नाविक अपनी नावों पर ज्यादा से ज्यादा सवारी बैठाकर एक तरफ से दूसरी तरफ जा रहे हैं. ऐसे में लोग नाव पर साइकिल, मोटरसाइकिल, मवेशी, अनाज और अन्य सामानों को लादकर गंगा नदी पार कर रहे हैं. जिससे नाव पर ओवरलोड हो जा रहा है और उसके गंगा के तेज धार में पलटने की संभावना बनी रहती है. इसके बावजूद लोग जान जोखिम में डालकर गंगा नदी पार कर रहे हैं. फिलहाल प्रशासन की तरफ से नाव की कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है.

गंगा दियारा है बाढ़ की चपेट में

सरकार और प्रशासन नहीं ले रहा सुध
लोगों का कहना है कि गंगा की जो हालात है उसमें कब दियारा के लोग बाढ़ में बह जाए, यह कहा नहीं जा सकता. लोग यह भी कह रहे हैं कि दवा से लेकर भोजन और सड़क तक कुछ भी व्यवस्था नहीं है. सरकार और प्रशासन दोनों सुध नहीं ले रहा.

Intro:पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने गंगा को उफान पर ला दिया है और इसका सबसे ज्यादा खामियाजा दियारा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है जहां के कई गावों में बाढ़ का पानी घुस गया है और लोग पलायन को मजबूर है। सैकड़ों लोग रोज जान जोखिम में डाल कर उफनती गंगा को नाव के सहारे पार करने को मजबूर है।Body:गंगा अपने पूरे उफान पर है। लगातार बारिश के कारण गंगा अपने रौद्र रूप की तरफ बढ़ रही है। ऐसे में ग्रामीण इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। एक तरफ जहां बारिश के कारण पूरी राजधानी पानी पानी हो गया है वही ग्रामीण इलाकों में गंगा का पानी घुस रहा है। दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में है लाखो की आबादी गंगा के पानी मे फंसी है। सड़क संपर्क टूट जाने से इन बाढ़ पीड़ितों को हर रोज अपनी जान जोखिम में डाल कर नाव की सवारी करते है। तेज धार और उफनती गंगा में नाव पर सवार होकर दियारा वासी एक जगह से दूसरे जगह आ जा रहे है। एक तरफ बाढ़ का खतरा और दूसरी तरफ नाव की सवारी कर जान का खतरा अब दियारा के लोगो के लिए रोज का काम हो गया है।Conclusion:नाव कम रहने की वजह से नाविक अपनी नावों पर ज्यादा से ज्यादा सवारी बैठाकर एक तरफ से दूसरी तरफ जा रहे है। ओवरलोड नाव होने कर कारण कभी भी तेज धार गंगा में नाव पलट सकती है बावजूद इसके लोग जान जोखिम में डालकर गंगा पार करते है। एक ही नाव पर इंसान,मवेशी,साइकिल,मोटरसाइकिल,अनाज और अन्य सामानों को लादकर गंगा पार किया जाता है पर प्रशासन की तरफ से कोई भी व्यवस्था नही है। लोगो का कहना है कि गंगा के जो हालात है उसमें कब दियारा के लोग बह जाय कहा नही जा सकता। उनका कहना है कि दवा से लेकर भोजन और सड़क तक कुछ भी व्यवस्था नही है। सरकार और प्रशासन को पता है कि दियारा वासी जान जोखिम में डाल कर नाव की सवारी कर रहे है पर फिर भी प्रशासन की तरफ से नाव की व्यवस्था नही की जा रही है। गांव के गांव धीरे धीरे गंगा की चपेट में आ रहा है पर मदद के नाम पर प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था नही है। बहरहाल अभी दियारा की स्थिति धीरे धीरे भयावह होती जा रही है यदि प्रशासन ने जल्द ध्यान नही दिया तो दियारा कद लोगो को एक बहुत बड़ा नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
बाईट - दियारा वासी
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