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नहाय खाय के साथ शुरू हुआ चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व चैती छठ

चैती छठ की शुरूआत (Chaiti Chhath Puja Started) हो गई है. नहाय खाय को लेकर व्रती छठ घाटों व्रतियों की भीड़ सुबह से ही देखने को मिली. छठ के पहले दिन नहाय खाय के दिन व्रतियां चावल, दाल और कद्दू की सब्जी बनाकर भगवान को भोग लगाते हैं. जिसके बाद प्रसाद के रूप में उसे बांटा जाता है. पढ़ें पूरी खबर..

लोक आस्था का महापर्व चैति छठ
लोक आस्था का महापर्व चैति छठ
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Published : Apr 5, 2022, 12:58 PM IST

पटना (मसौढ़ी): लोक आस्था का महापर्व चैती छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान आज नहाए खाए के साथ शुरू (Festival of Folk Faith Chaiti Chhath) हो गया है. सुबह से ही विभिन्न छठ घाटों पर छठ व्रती स्नान ध्यान करने पहुंच रहे हैं. छठ व्रती स्नान ध्यान कर भगवान सूर्य की आराधना करते हुए अपने घरों में चावल, दाल और कद्दू की सब्जी तैयार कर भगवान को अर्पित कर ग्रहण करेंगे. चार दिनों तक चलने वाले पर्व का आज पहला दिन है.

ये भी पढ़ें-नहाय खाय के साथ चैती छठ व्रत की शुरुआत, जानिए क्या किया जाता है आज के दिन

चैती छठ का पहला दिन: आज नहाए खाए को लेकर सुबह से ही छठ व्रती विभिन्न छठ घाटों पर स्नान ध्यान कर भगवान भास्कर की आराधना शुरू कर दिए हैं. सभी छठव्रती अपना ध्यान कर नीति-निष्ठा के साथ घरों में चावल, दाल और कद्दू की सब्जी बनाकर भगवान भास्कर को अर्पित करेंगे. उसके बाद खुद ग्रहण करते हुए पूजा-अर्चना करेंगे. सभी घरों में भगवान भास्कर के गीतों से पूरा माहौल छठमय में हो चुका है.

छठ घाटों पर तैयारी पूरी: मसौढ़ी के मणिचक सूर्यमंदिर तालाब घाट समेत विभिन्न घाटों पर छठ व्रती सुबह से ही स्नान ध्यान कर पूजा अर्चना कर रहे हैं. नहाय खाए का अनुष्ठान पूरा होने के बाद छठ व्रत करने वाली व्रतियां प्रसाद तैयार करने के लिए गेहूं को भी धूप में सुखा रहे हैं. कल यानि बुधवार को व्रत के दूसरे दिन खरना होगा. जिसके बाद सभी छठ व्रती 36 घंटे का निर्जला व्रत का संकल्प शुरू करेंगे. गुरूवार को व्रत के तिसरे दिन शाम में सभी व्रती छठ घाट पर शाम में भगवान भास्कर को सायं कालीन अर्घ्य अर्पित करेंगे और शुक्रवार की सुबह छठ व्रती उगते हुए सूर्य को अर्घ देकर पारण कर चैती छठ का समापन करेंगे.

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पटना (मसौढ़ी): लोक आस्था का महापर्व चैती छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान आज नहाए खाए के साथ शुरू (Festival of Folk Faith Chaiti Chhath) हो गया है. सुबह से ही विभिन्न छठ घाटों पर छठ व्रती स्नान ध्यान करने पहुंच रहे हैं. छठ व्रती स्नान ध्यान कर भगवान सूर्य की आराधना करते हुए अपने घरों में चावल, दाल और कद्दू की सब्जी तैयार कर भगवान को अर्पित कर ग्रहण करेंगे. चार दिनों तक चलने वाले पर्व का आज पहला दिन है.

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चैती छठ का पहला दिन: आज नहाए खाए को लेकर सुबह से ही छठ व्रती विभिन्न छठ घाटों पर स्नान ध्यान कर भगवान भास्कर की आराधना शुरू कर दिए हैं. सभी छठव्रती अपना ध्यान कर नीति-निष्ठा के साथ घरों में चावल, दाल और कद्दू की सब्जी बनाकर भगवान भास्कर को अर्पित करेंगे. उसके बाद खुद ग्रहण करते हुए पूजा-अर्चना करेंगे. सभी घरों में भगवान भास्कर के गीतों से पूरा माहौल छठमय में हो चुका है.

छठ घाटों पर तैयारी पूरी: मसौढ़ी के मणिचक सूर्यमंदिर तालाब घाट समेत विभिन्न घाटों पर छठ व्रती सुबह से ही स्नान ध्यान कर पूजा अर्चना कर रहे हैं. नहाय खाए का अनुष्ठान पूरा होने के बाद छठ व्रत करने वाली व्रतियां प्रसाद तैयार करने के लिए गेहूं को भी धूप में सुखा रहे हैं. कल यानि बुधवार को व्रत के दूसरे दिन खरना होगा. जिसके बाद सभी छठ व्रती 36 घंटे का निर्जला व्रत का संकल्प शुरू करेंगे. गुरूवार को व्रत के तिसरे दिन शाम में सभी व्रती छठ घाट पर शाम में भगवान भास्कर को सायं कालीन अर्घ्य अर्पित करेंगे और शुक्रवार की सुबह छठ व्रती उगते हुए सूर्य को अर्घ देकर पारण कर चैती छठ का समापन करेंगे.

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