पटनाः राजद के बाहुबली विधायक अनंत सिंह (MLA Anant Singh) और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले इन दोनों विधायकों सहित 40 विधायकों (forty mla wrong affidavit in assembly election 2020) ने अपनी संपत्ति का गलत हलफनामा प्रस्तुत किया था. इनकी संपत्तियों में काफी गड़बड़ी मिली है. जिसके बाद अब आयकर विभाग इन सभी पर एक्शन लेने की तैयारी में है.
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आयकर विभाग कर सकता है कार्रवाईः आपको बता दें कि वास्तविक संपत्ति को छिपाकर या कम दिखाकर आइटीआर दायर करने के आरोप में इन जनप्रतिनिधियों को मोटा जुर्माना देना पड़ सकता है. इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है. राजद के मोकामा विधायक अनंत सिंह के हलफनामा में जिक्र की गई संपत्ति की जांच में करीब 20 करोड़ से अधिक की संपत्ति मिली है. आयकर विभाग इनसे जुर्माना वसूलने के लिए इन पर शिकंजा कस सकता है.
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गलत हलफनामा देने में 40 विधायक के नामः दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव मैं जीत हासिल करने वाले 40 विधायकों में से 10 विधायक ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति में काफी गड़बड़ी मिली है. कुछ विधायकों की गड़बड़ी हलफनामा में दर्शाई गई संपत्ति से 20 करोड़ अधिक है, तो कुछ की 10 करोड़ से अधिक की पाई गई है. हालांकि इसमें कुछ वर्तमान बिहार सरकार के मंत्री भी शामिल हैं. बताते चले कि इसमें सिर्फ विपक्षी दल के नेता ही शामिल नहीं हैं बल्कि सत्ता दल जदयू भाजपा राजद हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा कांग्रेस समेत अन्य सभी पार्टियां के विधायक भी शामिल हैं. दरअसल यह जांच आयकर विभाग के द्वारा की गई है, जिसमें यह हकीकत सामने आई है.
चुनाव आयोग के आदेश का इंतेजारः बताया जाता है कि चुनाव जीते हुए सभी विधायकों की संपत्ति की जांच करके इसकी रिपोर्ट केंद्रीय चुनाव आयोग को भेज दी गई है. इनमें संपत्ति की गलत जानकारी देने वाली 40 विधायक का नाम है. आयकर विभाग द्वारा दी गई रिपोर्ट में 12 चुनाव हारे हुए बदर प्रत्याशी जनप्रतिनिधि का भी जिक्र है, क्योंकि उनके पास ज्यादा गड़बड़ी मिली है. आयकर विभाग द्वारा भेजा गया रिपोर्ट पर अंतिम रूप से कार्रवाई का आदेश केंद्रीय चुनाव आयोग को ही देना है. आयोग के आदेश मिलने पर अगले चरण की कार्रवाई हो सकती है.
कई बड़े नेताओं के नाम लिस्ट में शामिलः आपको बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की संपत्ति में भी गड़बड़ी पाई गई है. लेकिन उन्होंने इसके एवज में जुर्माना देने की पहल करते हुए इसमें सुधार करने की बात कही है. वहीं, गया के बेलागंज के विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव, दानापुर विधायक रीतलाल यादव, नवादा से चुनाव लड़े कौशल यादव समेत अन्य विधायक इस लिस्ट में शामिल हैं. ऐसे ही एक विधायक ने पटना के एक बेहद पॉश इलाके में मौजूद अपनी संपत्ति को महज कुछ लाख का बताया है, जबकि हकीकत में इसकी कीमत करोड़ों में है. बैंक में जमा राशि और अन्य संपत्तियों का ब्यौरा भी कम करके दिखाया गया है. वहीं, कुछ विधायकों ने अपनी पत्नी और बच्चों के नाम की संपत्ति का जिक्र भी नहीं किया है.