पटना: बिहार में एनडीए की सरकार टूट (Bihar Politics) चुकी है. जदयू महागठबंधन में शामिल होकर बिहार में सरकार बनाएगी. खबर है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री और तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे. इधर, जदयू का राजद के साथ हाथ मिलाने के बाद राजनैतिक हमलों का दौर शुरू हो गया हैय पूर्व केंद्रीय मंत्री और शोषित इंकलाब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि में एक बयान जारी कर कहा है कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार का एक साथ आना बिहार के लिए कलंक की बात है.
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'लालू-नीतीश के शासन में बिहार बर्बाद': पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने आगे कहा कि लालू प्रसाद के 15 साल के शासन और नीतीश कुमार के 16 साल के शासन में राज्य में शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य चौपट हो गया है. राज्य में भ्रष्टाचार भी अपने चरम सीमा पर है. विधि व्यवस्था भी एकदम खत्म हो गयी है. ऐसे हालात में लालू प्रसाद और नीतीश कुमार का एक साथ मिलना बिहार के लिए कलंक की बात है. उन्होंने यह भी कहा है कि यह बिहार के लोगों के साथ घोर अन्याय है. नीतीश कुमार ने हमेशा जनादेश का अपमान किया है.
'नीतीश कुमार ने जनता को दिया धोखा': उन्होंने कहा कि 2015 में महागठबंधन को जनादेश मिला लेकिन 2 साल बाद ही वह एनडीए में चले गए. 2020 में जनादेश मिला तो फिर बिहार की जनता के साथ गद्दारी करके और जनादेश का अपमान करके पुनः राजद के साथ चले गए. उन्होंने सीधा हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार सात जन्म तक प्रधानमंत्री नहीं बन सकते.
इनकी आम जनता में जनाधार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. आम जनता का भी विश्वास इनके ऊपर नहीं रह गया है, इसलिए पूरा देश इनको अब पलटू राम के नाम से जानता है. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि नीतीश किसी के नहीं है और किसी के हो भी नहीं सकते.