पटनाः पश्चिमी त्रिपुरा जिले के डीएम शैलेश कुमार यादव (Shailesh kumar yadav)के द्वारा बीते दिनों एक शादी समारोह में घुसकर बदसलूकी करने के मामले में बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय (Ex. DGP Gupteshwar Pandey) ने वीडियो जारी किया है. वीडियो के जरिए डीएम की इस करतूत का निंदा करते हुए उन्होंने सवाल उठाया है कि आखिर ऐसे अधिकारी हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में क्यों हैं?
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"हाय रे कलक्टर, हाय रे कोरोना. क्या-क्या नहीं देखा हमने इस कोरोना में? महामारी का समय है. चारों तरफ हाहाकर मचा है. देश के कोने-कोने में लोग मर रहे हैं. डॉक्टर मर रहे हैं. पुलिस वाले मर रहे हैं. आम लोग मर रहे हैं. और जब चारो तरफ तबाही है, ऐसी स्थिति में एक कलक्टर शादी समारोह में जाकर दूल्हा, दुल्हन की बेईज्जत कर रहा है. पंडित को पीट रहा है. अतिथियों के साथ बदतमीजी कर रहा है. अगर सत्ता के मद में चूर होकर कोई अधिकारी आम जनता के साथ इस तरह का व्यवहार कर रहा है, तो हमें सोचना चाहिए कि क्या ऐसे अधिकारी को सरकारी सेवा में रहना चाहिए."-गुप्तेश्वर पांडेय, पूर्व डीजीपी, बिहार
पूर्व डीजीपी ने युवाओं की सराहना की
कोरोना काल में युवाओं की टोली के द्वारा लोगों की लगातार मदद करने की मुहीम को गुप्तेश्वर पांडेय ने सराहना की. उन्होंने कहा कि बिहार के युवा एक टीम बनाकर लोगों की मदद कर रहे हैं. इस टीम में बेटे, बेटियां, पत्रकार सहित अन्य वर्ग के लोग शामिल हैं. पूर्व डीजीपी ने कहा कि वे भी लगातार उन्हें साकारात्मक दिशा-निर्देश देने का काम कर रहे हैं. इसके बाद गुप्तेश्वर पांडेय ने कोरोना को लेकर सतर्क रहने की लोगों से अपील की.
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डीएम को भुगतना पड़ा था खामियाजा
बता दें कि शादी समारोह में डीएम की मेहमानो के साथ बदसलूकी का वीडियो वायरल हो गया था. इसका उन्हें खामियाजा भी भुगतना पड़ा था. वायरल वीडियो के बाद दबाव बढ़ने के बाद त्रिपुरा सरकार ने डॉ. शैलेश कुमार यादव को पद से हटा दिया था. बता दें कि डीएम शैलेश कुमार यादव के खिलाफ कोरोना गाइडलाइन्स के उल्लंघन के आरोप में एक शादी समारोह के दौरान दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा था.